यह कहानी है अजय की, जो सर्दियों के मौसम का आनंद लेने के लिए अपने सगे सम्बन्धियों और दोस्तों के साथ घूमने निकल पड़ता है। सफर में उसकी मुलाकात एक सुन्दर लड़की से होती है जो पूरी यात्रा में उसकी बहुत मदद करती हैं। दरअसल, अजय और वो लड़की मन ही मन में एक दूसरे से प्यार कर बैठते हैं, लेकिन इस बात का इज़हार करने से हिचकिचाते है। अजय की यह प्रेम कहानी पूरी होती है या नहीं, सुनिए हमारे इस शो ‘श्रृंगार’ में।
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ट्रेलर
यह कहानी है अजय की, जो सर्दियों के मौसम का आनंद लेने के लिए अपने सगे सम्बन्धियों और दोस्तों के साथ घूमने निकल पड़ता है। सफर में उसकी मुलाकात एक सुन्दर लड़की से होती है जो पूरी यात्रा में उसकी बहुत मदद करती हैं। दरअसल, अजय और वो लड़की मन ही मन में एक दूसरे से प्यार कर बैठते हैं, लेकिन इस बात का इज़हार करने से हिचकिचाते है। अजय की यह प्रेम कहानी पूरी होती है या नहीं, सुनिए हमारे इस शो 'श्रृंगार' में।
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यात्रा की तैयारी
अजय के घर आ पहुंचे है उसके मौसा और मौसी। दरअसल, अजय के घर का माहौल खराब हो रखा है और मौसा - मौसी उसे अपनी तेज़-तर्रार नोक-झोंक से और भी खट्ठा बना देते हैं। यूं तो हर कोई यात्रा की तैयारी में लगा हुआ है लेकिन अजय है कि इन सभी की हरकतों से परेशान बैठा है।
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ट्रेन का सफर
इस एपिसोड में आप सुनेंगे कि अजय और उसके परिवार ने अपनी यात्रा शुरु कर दी है और कैसे अजय के मामाजी अपने दोस्त के पिताजी की अजीबोगरीब हरकतों के कारण पूरे सफर के दौरान परेशान रहते हैं।
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पहला दिन
मामाजी के दोस्त के पिताजी बड़े समस्या वाले व्यक्ति निकले। खैर, उन्हें जैसे तैसे संभालकर सब ने अपने सफर की शुरुआत कर ही ली। पहले दिन तो सभी में प्रकृति के सौंदर्य का आनंद उठाया और उसके बाद क्या हुआ, यह जानने के लिए सुनिए हमारा यह एपिसोड।
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वो अकेली रात
अपने परिवार और दोस्त से जुदा हो चुका अजय सुनसान सड़क पर बिल्कुल अकेला खड़ा था। उस अंधेरी सुनसान रात में अजय की कुछ लोगों से मुलाकात हुई। उन लोगों में शामिल एक लड़की की कोमलता अजय को उसकी ओर खींचने लगी थी।
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पहली नज़र में प्यार
आपको याद है वो लड़की जिसे अजय ने देखा था। जी हाँ, वही लड़की इस अकेली अंधेरी रात में अजय की मदद के लिए अपना हाथ आगे बढ़ाती है और उसे अपने संग घर ले चलती है। अजय वहां उसके घर में हंसते- मुस्कुराते अपनी पूरी रात बिताता है। शायद यह अजय के ज़िन्दगी की सबसे खूबसूरत रातों में से एक रात थी।
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दूसरा दिन
दूसरे दिन का वो उगता सूरज अपने साथ एक सुनहरी सुबह लेकर आया। बांसुरी की मधुर आवाज़ और अब्दुल की चटपटी बातों ने सबका मन बहलाया।
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एक दूसरे का साथ
दिन साधारण होते हुए भी कुछ ख़ास बन रहे थे क्योंकि उस मासूम लड़की का साथ था अजय के पास। इस एपिसोड में आप सुनेंगे कि किस तरह से जगह की प्राकृतिक और इंसानी खूबसूरती से पूरी तरह से प्रभावित हो रहा है अजय।
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इश्क़ दी तासीर
जब अजय को बाबा से पता चला कि अब उसे जाना होगा तो वो और लड़की, दोनों ही इस बात से दुखी होकर बेचैन हो रहे थे।
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आखिरी दिन
आखिरकार जैसे-तैसे हिम्मत जुटा कर अजय ने अपने प्यार को अलविदा कह दिया। इसी उम्मीद के साथ कि कहीं किसी रास्ते पर शायद फिर से मुलाकात हो जाए।
pankaj kumar mourya
July 4, 2019 (23:22)
yes sure
User
March 2, 2020 (08:37)
best
Vishal Yadav
March 10, 2020 (22:58)
Who is writer
KK Indoria
May 6, 2020 (20:42)
प्रस्तुतीकरण बहुत अच्छा है। एक उम्दा प्रयास किया है। कृपया इस को जारी रखे। धन्यवाद।
Parhalad Kumar jayswal
June 8, 2020 (18:58)
ha