‘हिंदी दिवस’ के खास अवसर पर आप सुनेंगे एक ऐसा शो, जो आपको भूली-बिसरी हिन्दी कविताओं के शहर ले जाएंगा। भारतीय फिल्म इंडस्ट्री के जाने-माने गीतकार राजशेखर आपके समक्ष लेकर आए हैं कुछ ऐसी कविताएं, जो आम लोगों की ज़िंदगियों से इस कदर जुड़ी हैं, जैसे सीपी से मोती। यू तो उनके दिल के करीब कई कविताएं है, लेकिन हमारे इस शो में वो श्रोताओं के लिए 5 कविताओं का पाठ करेंगे। खास बात है कि इन पांच कविताओं में उनकी खुद की लिखी कविता भी शामिल है।
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अतिथि परिचय- राजशेखर की नज़र से
राजशेखर हिंदी फ़िल्मी जगत का एक ऐसा नाम है, जो अपने गीतों के खूबसूरत बोलों से आपके मन में घर कर चुका है। इस एपिसोड में आप राजशेखर की ज़िन्दगी से जुड़े कुछ ऐसे किस्से सुनेंगे, जो आपको हिंदी से उनका रिश्ता समझाएंगे। आइये सुनते हैं खुद राजशेखर की कहानी, उन्ही की ज़ुबानी।
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बाकी बच गया अंडा - नागार्जुन
हिंदी साहित्य के सम्मानित कवि नागार्जुन की ये कविता हास्य का पुट लिए हुए हैं। लेकिन ये कविता जहां आपको हंसाती है, वहीं सोचने पर मजबूर भी करती है। आइये सुनते हैं गीतकार राजशेखर की आवाज़ में कवि नागार्जुन की यह खास कविता और उनसे जुड़ी खास बातें।
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हो गई है पीर पर्वत सी - दुष्यंत कुमार
दुष्यंत कुमार अपनी कविताओं के लिए लोगों के बीच कई सालों से चर्चित रहे हैं। 'साये में धूप' कविता संग्रह से ली गई ये ग़ज़ल खुद में पूरी तरह से परिपूर्ण लगती है। आइये सुनते हैं राजशेखर के साथ कविता से जुड़ी खास बातें।
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तू ज़िंदा है - शैलेन्द्र
शैलेन्द्र के लिखे गीत हम अक्सर गुनगुनाते है, लेकिन उनकी लिखी कुछ कविताएं भी हैं जो बेमिसाल है। शैलेन्द्र की कविता 'तू ज़िंदा है' आज भी लोगों की जुबां पर जस की तस है, लेकिन फिर भी इससे जुड़ी बातों को हम नहीं जानते। आज खुद एक गीतकार, दूसरे गीतकार के जीवन से जुड़ी बातों पर व्याख्या कर रहे हैं।
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डोले का गीत- धर्मवीर भारती
धर्मवीर भारती के चर्चित उपन्यास 'गुनाहों का देवता' से कविता संग्रह 'ठंडा लोहा' तक कैसे राजशेखर का धर्मवीर भारती जी के लेखन से परिचय हुआ, इस एपिसोड में सुनिए। साथ ही सुनिए धर्मवीर भारती की ये खूबसूरत कविता डोले का गीत।
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भागी हुई लड़कियां - आलोक धन्वा
आलोक धनवा जी की ये कविता खुद में एक कहानी की तरह है। हर उस लड़की की कहानी, जो दुनिया के रिवाज़ों और बंदिशों को तोड़ कर भाग जाना चाहती है। सुनिए, कैसे राजशेखर ने इस एपिसोड में आलोक धन्वा जी की इस रचना में जान डाल दी है।
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अरब सागर के उस पार - राजशेखर
इस एपिसोड में खुद राजशेखर अपनी रचना, अपना काव्य लोगों के सामने प्रस्तुत करने जा रहे हैं। 'अरब सागर के उस पार' ये कविता राजशेखर के बचपन से प्रेरित होकर कैसे वर्तमान समय तक उनका साथ निभा रही है, आप खुद सुनिए।
User
September 14, 2019 (20:48)
Sanjay Kumar
Manohar dewasi Manohar dewasi
September 24, 2019 (20:12)
मनोहर रायका कॉमेडी
User
September 25, 2019 (12:30)
shankar
dhannulyadavu dhannulyadavu
December 18, 2019 (17:36)
Bhojpuri Ritesh Pandey song
aashik Malik
January 16, 2020 (14:26)
aadhik
aashik Malik
January 16, 2020 (14:26)
aashik
aashik Malik
January 16, 2020 (14:27)
aashik
Roshan Kumar
March 15, 2020 (10:09)
roshankumar
Mohankumar Mohankumar
April 2, 2020 (10:47)
raj
Mohankumar Mohankumar
April 2, 2020 (10:48)
lkimapur
Mohankumar Mohankumar
April 2, 2020 (10:48)
7876381967