“स्वामी और उसके दोस्त” आर के नारायण का लिखा यह पहला उपन्यास था, जो साल 1935 में प्रकाशित हुआ था। बच्चों के लिए लिखी गई इस किताब में किस तरह स्वामी अपने स्कूल में अपने दोस्तों के साथ मिलकर कई कारनामे करता है, उसे दिखाया गया है।
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ट्रेलर
"स्वामी और उसके दोस्त" आर के नारायण का लिखा यह पहला उपन्यास था, जो साल 1935 में प्रकाशित हुआ था। बच्चों के लिए लिखी गई इस किताब में किस तरह स्वामी अपने स्कूल में अपने दोस्तों के साथ मिलकर कई कारनामे करता है, उसे दिखाया गया है।
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सोमवार की सुबह
बाकी बच्चों की तरह स्वामीनाथन को भी सोमवार पसंद नहीं था क्योंकि दो दिन की छुट्टी के बाद सोमवार से स्कूल जो जाना होता था। यूं तो स्वामी के कई दोस्त थे, लेकिन मणि बहुत ताकतवर था और स्कूल में जिस टीचर का ज़िक्र आप इस कहानी में सुनेंगे वो है अबनेज़र, जो हमेशा ईसाई धर्म की तो अच्छाई करते थे और दूसरे धर्मों की बुराई करते थे, जो स्वामी को पसंद नहीं था। तो फिर स्वामी क्या करता है, आप सुनिए इस कहानी में।
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राजम और मणि
मणि यूं तो स्वामी का सबसे ताकतवर दोस्त था, लेकिन उसके स्कूल में एक और नया लड़का आया, जिसका नाम था राजम। राजम मणि से ज़्यादा ताकतवर था। जब मणि को इस बात का एहसास हुआ कि राजम उससे ज़्यादा ताकतवर है, तो वो उससे जलने और झगड़ने लगा। क्या होगा जब स्कूल में आपस के ही ये तीन दोस्त लड़ेंगे? जानने के लिए सुनिए यह कहानी।
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नवजात
स्वामी के घर एक नया मेहमान आने वाला है। स्वामी को इस बात की भनक नहीं थी। लेकिन जब कुछ दिनों तक तबियत ठीक ना होने की वजह से मां ने किचन में जाकर खाना नहीं पकाया और स्वामी को खाना ठीक से खाने को नहीं मिला, तब उसने आखिरकार दादी से पूछ ही लिया कि आखिर ऐसा क्यों। दादी ने उसे जब बताया कि उसका छोटा भाई या बहन आने वाली हैं, तो वो बहुत खुश हुआ। थोड़े ही दिनों बाद स्वामी के घरउसका छोटा भाई आया
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स्वामी की दादी मां
स्वामी अक्सर राजम और मणि के झगड़ो के बारे में सोचता था और इस सब बातों का ज़िक्र वो अपनी दादी के साथ भी करता था। एक दिन मणि और स्वामी राजम के घर जाने की सोचते है, लेकिन राजम के घर क्या क्या होता है? आप इस कहानी में सुन सकते हैं।
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पिताजी का कमरा
राजम और स्वामी गहरे दोस्त बनते जा रहे हैं, यह बात धीरे धीरे स्कूल में सभी को पता चल रही थीं। एक दिन राजम स्वामी के घर आया तो स्वामी ने राजम की मुलाकात अपनी दादी से भी करवाई। धीरे धीरे राजम स्वामी के घर आने जाने लगा। जिस दिन राजम स्वामी के घर आया था उसके दूसरे ही दिन स्कूल में एक अजीब सी घटना हुई। दरअसल अगले दिन जब स्वामी स्कूल पहुंचा तो स्कूल के ब्लैक बोर्ड पर पूंछ लिखा था। स्वामी को समझते देर नहीं लगी कि यह किसकी हरकत है। उसने मटर और शंकर को तमाचा मार दिया। आगे क्या हुआ जानने के लिए सुनिए यह एपिसोड।
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जो वक्त पर काम आए
राजम ने स्वामी और मणि को अपने घर बुलाया। जब दोनों उसके घर पहुंचे, तो उन्होंने देखा कि राजम के घर पहले से ही शंकर, सोमू और मटर थे, जिसके साथ मणि और स्वामी का एक दिन पहले ही झगड़ा हुआ था। आगे क्या हुआ यह जानने के लिए यह कहानी सुनिए।
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स्वामी गायब
एक दिन अचानक स्वामी गायब हो गया। उसके दोस्तों और परिवार ने उसे सारी जगह ढूंढा। सभी लोग काफी चिंतित हुए। स्वामी के पिता जी को लगा कि कहीं वो मर तो नहीं गया। उन्हें बार बार यह सोच कर बुरा लग रहा था कि वो स्वामी से अब कभी नहीं मिल पाएंगे। क्या स्वामी मिला, स्वामी क्यों गायब हुआ था, जानने के लिए सुनिए यह एपिसोड।
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मैच का दिन
स्वामी अपने घर लौटने के लिए निकला तो सही, लेकिन उसे यह समझ आ गया था कि उसे घर से इतनी दूर नहीं आना चाहिए था। वो यह सोच रहा था कि आखिर घर पहुंच कर वो घर वालों को क्या जवाब देगा, अपने पिताजी को क्या बोलेगा? यहीं सोचते सोचते वो रास्ता भटक गया और जंगल की ओर चल निकला। उसे यह चिंता भी थी कि रविवार को उसका क्रिकेट मैच है, तो क्या वो मैच खेल पाएगा? आखिर क्या हुआ? जानने के लिए सुनिए यह एपिसोड
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वापसी
स्वामी घने जंगल में चलते चलते बेहोश हो जाता है। तब एक फोरेस्ट ऑफिसर ने आकर उसकी जान बचाई। दूसरे दिन ऑफिसर ने आकर देखा कि मणि पेड़ पर पत्थर मार रहा है, पूछने पर ऑफिसर को स्वामी ने बताया कि रविवार को उसका क्रिकेट मैच है। अभी तक उनकी टीम मैच बुरी तरह से हार चुकी थी, जिसका कारण था स्वामी। राजम इसीलिए स्वामी से बेहद नाराज़ था।
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विदाई की भेंट
मणि ने बताया था कि राजम के पिता का तबादला होने वाला है और वो मालगुडी स्सेटेशन से सुबह छह बजे की ट्रेन लेगा। स्वामी राजम से मिलना चाहता था, लेकिन मणि ने उससे कहा कि वो तो उसकी शक्ल भी नहीं देखना चाहता। मणि अगले दिन सुबह पांच बजे ही राजम से मिलने स्टेशन पहुंच जाता है। स्वामी और राजम की मुलाकात हो सकी? जानने के लिए सुनिए यह एपिसोड।
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April 1, 2019 (23:46)
सुमित कुमार निषाद
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April 2, 2019 (14:59)
संगीता
User
May 1, 2019 (10:59)
ji aap kon se apa se avaj bante ho
User
May 1, 2019 (10:59)
ji aap kon se apa se avaj bante ho
User
September 14, 2019 (23:01)
u hi ovv
Shankar pandey Pandey3286
September 15, 2019 (22:00)
Puja Kumari
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December 6, 2019 (16:16)
Haseena thi
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December 12, 2019 (18:06)
shivappa 6364484503
Rahis Kohari
December 22, 2019 (17:59)
रहीस खान कोहरी
खुईयाला
Ramesh Roat
December 24, 2019 (21:20)
आपका व्हाट्सएप नंबर
Md. Nawsaad
December 28, 2019 (21:37)
नौशाद
Kamal Ahmed
December 28, 2019 (22:18)
Sumn
Kamal Ahmed
December 28, 2019 (22:18)
Sumn
Shajad Shajad
January 14, 2020 (07:28)
सपना चैदरी
Sakaram Aary
January 21, 2020 (20:24)
आदीवशी गाने
Ayush Kesharwani
January 22, 2020 (15:57)
bahut acha lag mujh
User
February 4, 2020 (01:14)
6306250454
बबलूभाई बबलूभाई
February 8, 2020 (16:41)
बबलू भाई
बबलूभाई बबलूभाई
February 8, 2020 (16:41)
बबलू भाई
User
February 15, 2020 (20:18)
krishn kumar
vishwakarma
Hd Hls
February 16, 2020 (10:11)
विजय कुमार
सुनील सुनील कुमार
February 16, 2020 (12:12)
सुनील
Anil Kumar Yadav
February 19, 2020 (13:18)
hindi bolne ka shikhana
navneet saini
March 12, 2020 (10:50)
awaaj achhi nahi hain.
ladki ka tonn punjabi hain.
bakwaaas
Isha Ram
March 19, 2020 (00:02)
ईशाराम
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April 25, 2020 (20:12)
good story
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May 18, 2020 (14:10)
ra
Pankaj Mandal
May 23, 2020 (16:36)
DJ Pankaj Parashar
Pankaj Mandal
May 23, 2020 (16:37)
23 5 2020
User
May 30, 2020 (07:33)
57575454
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May 30, 2020 (07:34)
57575454
manoj uniyal
June 9, 2020 (12:29)
very nice stories. इसे आगे भी जारी रखियेगा. अमरावती की कहानियों पर भी इसी तरह के शो बनाइएगा. धन्यवाद.
BHUP SINGH
July 22, 2020 (20:39)
bhup85292606809952
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July 26, 2020 (22:21)
dnejjdnr
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August 16, 2020 (09:08)
59029414
Narpat Jangid
September 2, 2020 (16:42)
Ha