ऑफिस में हमें कई तरह के लोग मिलते हैं, कुछ अच्छे होते हैं, तो कुछ आपकी गलतियों पर उंगली उठानेवाले। लेकिन ऐसी स्थिति में कई लोग ऑफिस में अपनी बात साफ तौर पर लोगों के सामने नहीं रख पाते और लोगों के सामने बात करने से हिचकिचाते हैं। इसे पब्लिक स्पीकिंग फोबिया भी कहा जा सकता है। यह फोबिया लोगों में आम तौर पर देखा जाता है। जैसा की सभी जानते हैं आज के दौर में यदि आप अपनी बात साफ तौर पर लोगों के सामने नहीं रख पाते, तो लोगों से पिछड़ सकते हैं।कई बार लोगों के सामने बात करना आपके लिए बेहद ज़रूरी हो जाता है। यदि आप भी लोगों के सामने बोलने में और अपनी बात रखते वह घबरा जाते हैं तो यह कुछ टिप्स आपके जरूर काम आएगी। ऑफिस मीटिंग के दौरान या डिस्कशन के दौरान आप इन टिप्स को आज़मा सकती हैं।
अध्ययन करें: बोलने का मतलब यह नहीं होता कि आप बेमतलब बातें करें। आप जिस विषय पर बोलना चाहते हैं, उसकी सारी जानकारी आपको होनी चाहिए। याद रखें कि जिस विषय पर आप बोल रहे हैं, उसका जितना अध्ययन करेंगे उतना ही अच्छा बोल पाएंगे। साथ ही जानकारी होने की वजह से आप में आत्मविश्वास बना रहेगा।
ऑफिस मीटिंग के दौरान या डिस्कशन के दौरान आप इन टिप्स को आज़मा सकती हैं।
प्लान बनाएं: आपको बोलने से पहले प्लानिंग करना भी जरूरी होता है, जिससे आप अपने विचार सही ढंग से लोगों के सामने पेश कर सके।यदि आप किसी तरह के ऑडियो या वीडियो का इस्तेमाल कर बात कर रहे हैं, तो उसे हमेशा खुद तैयार करें। किसी और की बनाई हुई प्रेजेंटेशन के साथ जानकारी देना अक्सर हमें कंफ्यूज कर सकता है और इस तरह हम अपनी बात साफ तौर पर नहीं कह पाते।
ठहराव है जरूरी: प्रेजेंटेशन या लोगों के सामने बात करते वक्त बिलकुल तनाव महसूस ना करें। बोलते समय अपनी बातों को आराम से बोले और ठहराव जरूर लेकर आएं। ताकि आप अपनी बात ज्यादा से ज्यादा लोगों को समझा सके।
बोलते समय अपनी बातों को आराम से बोले और ठहराव जरूर लेकर आएं
सही जवाब दें: जिस तरह आप किसी एग्जाम से पहले उस विषय पर पढ़ कर जाते हैं और सही जवाब के लिए आपको मार्क्स मिलते हैं। उसी तरह यदि किसी विषय पर आपको बोलने का मौका दिया जाए, तो उसके बारे में अच्छी तरह से अध्ययन करें।जिससे आप ऑडियंस के सवालों का सही जवाब दे सकेंगे।
नर्वस ना हों: जब कोई व्यक्ति डरा हुआ होता है तो वह सही तरीके से लोगों के सामने अपनी बात नहीं रख पाता। इससे उसका डर साफ़ दिखाई देता है। अगर ऐसा है तो अपनी सांस पर कंट्रोल करें और नर्वसनेस को दूर करने का प्रयत्न करें।
यदि आप इन सभी टिप्स को आज़माएंगे, तो लोगों के सामने बात करने से आपको घबराहट नहीं होगी।
मेरी आवाज़ ही पहचान है! संगीत मेरी कल्पना को पंख देता है.. किताबी कीड़ा, अडिग, जिद्दी, मां की दुलारी.. प्राणी प्रेम ऐसा कि लोग मुझे लगभग पागल समझते हैं! खाने के लिए जीनेवाली और हद दर्जे की बातूनी.. लेकिन मेरा लेखन आपको बोर नहीं करेगा..