अंतर्राष्ट्रीय चीनी उद्योग में उतार और चढ़ाव से अन्य देशों के चीनी उद्योग पर काफी असर पड़ता है, तो ऐसे में अंतर्राष्ट्रीय बाजार की सही जानकारी मिलना बहुत ही जरुरी है। ऐसे में चिनीमंडी, वैश्विक चीनी उद्योग से जुड़े अहम् जानकारी मुहैया कराने में हमेशा एक कदम आगे रहता है। वैश्विक चीनी उद्योग से सम्बंधित आवश्यक जानकारी से उद्योग से जुड़े लोगो को काफी मदद मिलती है और वे उसी के आधार पर अपने आगे की रणनीति तय करते है।
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नेपाल में चीनी उत्पादकों ने गन्ने के लिए तीन स्तरीय मूल्य निर्धारण प्रणाली का प्रस्ताव रखा - 18.11.2020 - Prachi Mane [ 01.12 ]
नेपाल में चीनी उत्पादकों ने गन्ने के लिए तीन स्तरीय मूल्य निर्धारण प्रणाली का प्रस्ताव रखा - 18.11.2020
चीनी उत्पादकों ने चालू सत्र के लिए गुणवत्ता के हिसाब से तीन स्तरीय मूल्य निर्धारण प्रणाली गन्ने का प्रस्ताव दिया है। सरकार द्वारा नवंबर से शुरू होने वाले फसल सीजन के लिए उत्पाद के न्यूनतम समर्थन मूल्य की घोषणा करना बाकी है।
पिछले सप्ताह, चीनी उत्पादकों ने कृषि और पशुधन विकास मंत्रालय को उच्च गुणवत्ता वाले गन्ने की कीमत 546 रुपये प्रति क्विंटल, मध्यम गुणवत्ता 536 रुपये और कम गुणवत्ता वाली 526 रुपये निर्धारित करने का प्रस्ताव दिया था।
चीनी उत्पादकों ने कहा कि टियर सिस्टम किसानों को गुणवत्तापूर्ण उत्पाद बनाने के लिए प्रोत्साहित करेगा।
शशिकांत अग्रवाल, चीनी उत्पादक संघ के अध्यक्ष ने कहा की तीन स्तरीय मूल्य निर्धारण प्रणाली किसानों को उच्च गुणवत्ता वाले गन्ने का उत्पादन करने के लिए प्रेरित करेगी। इससे चीनी उत्पादकों को भी लाभ होगा।
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फिजी में चीनी उत्पादन में दर्ज की गई गिरावट - 18.11.2020
फिजी में इस सीजन चीनी उत्पादन में गिरवाट दर्ज की गयी है। अब तक देश में 1.6 मिलियन टन से अधिक गन्ने का पेराई हुआ है, और चीनी उत्पादन पिछले सीजन के मुकाबले कम यानी 145,875 टन रहा।
फ़िजी शुगर कॉरपोरेशन (FSC) का कहना है गन्ने की शुद्धता मौसम और 2019 की तुलना में जले हुए गन्ने के उच्च स्तर से से प्रभावित हुआ है जिसके चलते रिकवरी पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है।
FSC ने कि पिछले सप्ताह के लिए पेराई कम हो गई थी क्योंकि दिवाली सप्ताहांत के लिए सभी मिलों में दो दिन की छुट्टी थी।
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दक्षिण अफ्रीका करेगी घरेलु चीनी उद्योग का समर्थन - 18.11.2020
दक्षिण अफ्रीका ने अपने त्रस्त चीनी उद्योग का समर्थन करने के लिए एक योजना पर हस्ताक्षर किए, जिसमे कोरोनोवायरस महामारी के कारण लगभग आठ महीने की देरी हुई है।
चीनी उद्योग में सरकार, किसानों, औद्योगिक उपयोगकर्ताओं और खुदरा विक्रेताओं द्वारा सहमत तथाकथित शुगर मास्टर प्लान सस्ते आयातों की बाढ़ और चीनी-मीठे पेय पर टैक्स पर समाधान पर काम करेगी। मीठे पेय पर टैक्स के कारण मांग में कमी आयी है।
कृषि और व्यापार और उद्योग विभाग के संयुक्त बयान में कहा गया है कि औद्योगिक उपयोगकर्ताओं और खुदरा विक्रेताओं ने तीन वर्षों के लिए चीनी के न्यूनतम स्तर पर सहमति व्यक्त की है, जिसमें स्थानीय मिलरों से कम से कम 80% खपत होगी। विभागों ने कहा कि 2023 तक यह बढ़कर 95% हो जाएगा और उद्योग “मूल्य संयम” और पुनर्गठन प्रक्रिया के लिए सहमत हो गया है।
बयान के अनुसार, दक्षिण अफ्रीका के वार्षिक चीनी उत्पादन में पिछले दो दशकों में लगभग 25% की गिरावट आई है, गन्ना किसानों की संख्या में 60% की गिरावट आई है।
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फिजी में गन्ने की गुणवत्ता के कारण चीनी उत्पादन पर हुआ असर - 17.11.2020
फिजी शुगर कॉर्पोरेशन (FSC) का कहना है कि उसकी तीन मिलों में कम गन्ने की गुणवत्ता के कारण चीनी उत्पादन पर असर हुआ है। अपने नवीनतम उद्योग अपडेट में, FSC ने कहा कि किसानों द्वारा गन्ना पेराई के लिए अधिक जले हुए गन्ने भेजे जा रहे हैं जिसका असर उत्पादन पर पड़ा है।
मिलर ने कहा कि रारावई मिल में 98 प्रतिशत जले हुए गन्ने मिले, जबकि लुटोका मिल ने 9 नवंबर तक 89 प्रतिशत जले हुए गन्ने का पेराई किया।
FSC ने कहा कि पिछले साल की समान अवधि की तुलना में सभी मिलों ने 140,834 टन चीनी का उत्पादन किया जो 4244 टन कम था।
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तंजानिया सरकार द्वारा किलम्बेरो शुगर कंपनी विस्तार परियोजना को समर्थन देने पर जोर - 17.11.2020 - Prachi Mane [ 01.00 ]
तंजानिया सरकार द्वारा किलम्बेरो शुगर कंपनी विस्तार परियोजना को समर्थन देने पर जोर - 17.11.2020
तंजानिया: सरकार ने किलम्बेरो शुगर कंपनी विस्तार परियोजना को अपना समर्थन देने पर जोर दिया है जो गन्ने की पेराई में अपनी क्षमता को दोगुना करेगी और फसल की पैदावार बढ़ाएगी।
किल्मोबरो जिला में बोलते हुए, विभिन्न हितधारकों द्वारा आयोजित गन्ना किसान दिवस को चिह्नित करने के लिए सप्ताहांत में, गोमोबरो चीनी कंपनी सहित, कृषि मंत्रालय में स्थायी सचिव गेराल्ड कुसाया ने कहा: “मैं वर्तमान में 125,000 टन से 265,000 टन तक उत्पादन बढ़ाने के लिए किल्लबेरो चीनी कंपनी से आग्रह करता हूं। प्रति वर्ष टन विस्तार परियोजना के पूरा होने के बाद किसानों के पास पर्याप्त बाजार होगा,”
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फिजी के चीनी उत्पादन में गिरावट… - 13.11.2020
सुवा : फिजी में गन्ने की ऊंची रिकवरी के बावजूद पिछले साल की तुलना में इस साल चीनी का उत्पादन कम हुआ है। फिजी चीनी निगम के अनुसार, इस सीजन में अब तक 1.6 मिलियन टन से अधिक गन्ने की पेराई हुई है, जो 2019 की इसी अवधि की तुलना में लगभग पांच प्रतिशत अधिक है। हालांकि, 140,834 टन हुआ चीनी का उत्पादन पिछले साल की तुलना में लगभग 5000 टन कम है।
प्रतिकूल मौसम के कारण कम गन्ना शुद्धताऔर जले हुए गन्ने के उच्च स्तर के कारण उत्पादन में गिरावट देखि जा रही हैं। लुटोका मिल में गन्ने की आपूर्ति इस सप्ताह से कम होने लगी है और 89% गन्ने की गुणवत्ता खराब है।रारावई मिल को 98% जला हुआ गन्ना मिला है।
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केन्या: ऑडिट के बाद किसानों ने चीनी मिल मालिक को गिरफ्तार करने की मांग की… - 13.11.2020 - Vishakha Pandav [ 01.21 ]
केन्या: ऑडिट के बाद किसानों ने चीनी मिल मालिक को गिरफ्तार करने की मांग की… - 13.11.2020
नैरोबी : गन्ना किसान चाहते हैं कि, मुहरोनी चीनी कंपनी के प्रबंधकों को गिरफ्तार किया जाए और करदाताओं के अरबों की कर चोरी के जुर्म में मुकदमा चलाया जाए। केन्या नेशनल फेडरेशन ऑफ गन्ना किसान के चेयरमैन चार्ल्स ओन्हुम्बा ने एथिक्स एंड एंटी-करप्शन कमीशन के मुख्य कार्यकारी त्वालिब म्बारक से इस भ्रष्टाचार में लिप्त संदिग्धों को गिरफ्तार करने की मांग की।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, ओन्हुम्बा ने कहा, हम चाहते हैं कि उन लोगों की गिरफ्तार हो, जिन्होंने किसानों के साथ दुर्व्यवहार किया और मुहरोनी मिल को भी नुकसान पहुंचाया है। उन्होंने उन लोगों की चुप्पी पर भी सवाल उठाया, जो ऑडिट रिपोर्ट जारी होने के बाद रेडियो, टीवी और सोशल मीडिया पर प्रबंधकों की प्रशंसा करते रहे हैं। महालेखा परीक्षक का कहना है कि, बिक्री की अंडर रिपोर्टिंग के कारण Sh1.7 बिलियन से अधिक का नुकसान हुआ है। पिछले गुरुवार को संसद में पेश किए गए ऑडिट से पता चलता है कि, कंपनी के घरों में रहने वाले 87 कर्मचारी कर्मचारी नहीं हैं, जबकि 33 कर्मचारियों को एक से अधिक घर आवंटित किए गए थे।
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ब्राजील में इथेनॉल निर्यात में बढ़ोतरी - 13.11.2020
ब्राजील ने अक्टूबर में 439.89 मिलियन लीटर इथेनॉल का निर्यात किया, जो 2013 के बाद से सबसे अधिक मासिक मात्रा है। 6 नवंबर को जारी ब्राजील के सेक्रेटिएट ऑफ फॉरेन ट्रेड (Secex) के आंकड़ों के अनुसार, साल के पहले दस महीनों में, इथेनॉल का निर्यात कुल मिलाकर 2.16 बिलियन लीटर है, जो 2019 की अवधि के मुकाबले 36.6 प्रतिशत अधिक है।
जनवरी से अक्टूबर तक इथेनॉल के निर्यात से राजस्व $959.31 मिलियन तक पहुंच गया, जो वर्ष-दर-वर्ष 15.6 प्रतिशत था।
अक्टूबर में, ब्राजील की मिलों ने इथेनॉल का निर्यात 184.87 मिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंचाया, जो पिछले साल के इसी महीने की तुलना में 75.4 प्रतिशत अधिक है।
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श्रीलंका में तय किये गए चीनी के खुदरा मूल्य - 12.11.2020
कोलंबो: श्रीलंका के उपभोक्ता मामलों के प्राधिकरण (सीएए) ने तुरंत प्रभाव से एक किलोग्राम सफेद चीनी के लिए अधिकतम मूल्य निर्धारित करते हुए अधिसूचना जारी की है। तदनुसार, पैकिंग की गई सफेद चीनी के एक किलोग्राम का अधिकतम खुदरा मूल्य 90 और खुली सफेद चीनी की अधिकतम बिक्री मूल्य 85 रूपयें प्रति किलोग्राम होगा।
उपभोक्ता मामले प्राधिकरण का आदेश है कि, कोई भी चीनी आयातक, वितरक, आपूर्तिकर्ता या व्यापारी निर्धारित मूल्य से ज्यादा पैसे उपभोक्ताओं से नही लेगा।अगर ज्यादा पैसे लिए जाते है, तो वह दंडनीय अपराध होगा।
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नेपाल: बढ़ते प्रदुषण के चलते चीनी मिल के खिलाफ स्थानीय लोगों का धरना - 12.11.2020 - Vishakha Pandav [ 01.25 ]
नेपाल: बढ़ते प्रदुषण के चलते चीनी मिल के खिलाफ स्थानीय लोगों का धरना - 12.11.2020
बारा: कलाइया में स्थानीय लोगों ने रिलायंस शुगर एंड केमिकल इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड से प्रदुषण रोकने के साथ साथ मुआवजे की मांग की। आंदोलनकारियों ने दावा किया की, मिल से निकलने वाले प्रदुषणकारी रसायनों की वजह से स्थानीय निवासियों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। मिल प्रदूषण को कम करने और मुआवजे की मांग करते हुए श्रीपुर, मझौलिया और उत्तरजीतकाई जैसे स्थानों के सैकड़ों निवासी मिल के खिलाफ सडक पर उतरे, और मिल के सामने धरना दे रहे हैं।
आंदोलन की पैरवी कर रहे संघर्ष समिति के सदस्य इन्द्रदेव कुशवाहा ने कहा कि, लोग मिल से निकल रहें धुएं और राख के कारण बीमार हो रहे हैं, लेकिन मिल प्रशासन और उद्योग विभाग ने इस समस्या को दूर करने के लिए कुछ नहीं किया है, इसलिए हमें मजबूरी में आंदोलन शुरू करना पड़ा। स्थानीय निवासी बीरेंद्र गोसाईं के अनुसार, औद्योगिक क्षेत्र में स्थानीय लोगों को आंखों में दर्द, सिरदर्द, दस्त और सांस की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। लगभग सात साल पहले मिल के प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए स्थानीय लोगों और उद्योग प्रबंधन के बीच 18-सूत्री समझौता हुआ था।
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केन्या: Nzoia शुगर कंपनी के किया गन्ना भुगतान फास्ट ट्रैक करने का वादा - 12.11.2020 - Vishakha Pandav [ 00.52 ]
केन्या: Nzoia शुगर कंपनी के किया गन्ना भुगतान फास्ट ट्रैक करने का वादा - 12.11.2020
केन्या: Nzoia शुगर कंपनी ने किसानों को KES113 (US $ 1.04) मिलियन के बकाया भुगतान को फास्ट ट्रैक करने का वादा किया है। मुख्य कार्यकारी अधिकारी वंजला माकोचा ने कहा कि कंपनी बकाया भुगतान और वर्तमान भुगतानों को पूरा करने के लिए भुगतान योजना पर काम कर रही है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले सप्ताह, चीनी मिल के लिए अनुबंधित किसानों ने विलंबित भुगतानों का विरोध किया था और कुछ ने दावा किया था कि 2017 में आपूर्ति किये गन्ने का भुगतान अब तक नहीं हुआ।
Nzoia, Muhoroni, Chemelil, Miwani और Sony मिलें निजीकरण के कगार पर हैं।
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नेपाल में गन्ना बकाया भुगतान का मुद्दा गरमाया - 11.11.2020
कठमांडू :चीनी मिलों द्वारा बकाया भुगतान में हो रही देरी के चलते गन्ना किसान सरकारी सहायता की मांग कर रहे हैं, लेकिन सरकार के अनुसार बकाया राशि के सरकारी आंकडें और किसानों के आंकडें मेल नही खा रहें है। जिसके कारण बकाया भुगतान समस्या जटिल बनी हुई है। गन्ना किसान संघर्ष समिति के नेता राकेश मिश्रा के अनुसार, पिछले पांच वर्षों से कम से कम 6,000 गन्ना किसानों को 360 मिलियन रुपये नहीं मिले हैं। उन्होंने आगे बताया कि, देश भर के किसानों को प्राप्त होने वाली कुल बकाया राशि 1.2 बिलियन रुपये है। दूसरी ओर, उद्योग और वाणिज्य और आपूर्ति मंत्रालय के अवर और सहायक प्रवक्ता उर्मिला केसी ने दावा किया कि, अधिकांश चीनी मिलों ने पहले ही किसानों को भुगतान जारी कर दिया है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, किसानों को अन्नपूर्णा चीनी मिल (330 मिलियन रुपये), लुंबिनी मिल (84.1 मिलियन रुपये), इंदिरा मिल (47 मिलियन रुपये) और श्री राम मिल से भुगतान नहीं मिला है। उर्मिला केसी ने कहा, हमने गृह मंत्रालय से अनुरोध किया है कि संबंधित जिला प्रशासन कार्यालयों को चार चीनी मिलों से 790 मिलियन रुपये का भुगतान जल्द से जल्द करने के निर्देश जारी करें। इस बीच, नेपाल चीनी उत्पादक महासंघ के अध्यक्ष कपिल मुनि मैनाली के अनुसार, चीनी मिलों द्वारा गन्ना किसानों को कुल 800 मिलियन रुपये भुगतान करना बाकि हैं।
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पाकिस्तान: CCP द्वारा 84 चीनी मिलों को ‘कारण बताओ’ नोटिस जारी… - 11.11.2020 - Vishakha Pandav [ 01.05 ]
पाकिस्तान: CCP द्वारा 84 चीनी मिलों को ‘कारण बताओ’ नोटिस जारी… - 11.11.2020
इस्लामाबाद: कार्टेलिज़ेशन के कई उदाहरण सामने आने के बाद पाकिस्तान के प्रतिस्पर्धा आयोग (CCP) ने पाकिस्तान शुगर मिल्स एसोसिएशन (PSMA) और इसके 84 सदस्यीय मिलों को ‘कारण बताओ’ नोटिस जारी किया है। CCP ने प्रतिस्पर्धा अधिनियम, 2010 की धारा 4 के उल्लंघन में प्रथम दृष्टया कार्टेलिज़ेशन के कई उदाहरणों पर PSMA को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
CCP ने अपनी जाँच में पाया था कि, चीनी उद्योग लगातार कार्टेलिज़ेशन के पैटर्न पर व्यवहार और स्टॉक में हेरफेर के लिए लॉबिंग का उपयोग कर रहा है। ‘पीएसएमए’ और उसके सदस्यों ने घरेलू बाजार में चीनी कीमतों में बढ़ोतरी की और इसे निर्यात करने के बाद लगभग 70 बिलियन रुपयें का अतिरिक्त लाभ प्राप्त किया है।
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केन्या: गन्ना किसानों को चीनी मिलें चुनने की अनुमति देने की मांग - 10.11.2020 - Vishakha Pandav [ 01.37 ]
केन्या: गन्ना किसानों को चीनी मिलें चुनने की अनुमति देने की मांग - 10.11.2020
नैरोबी: केन्या के कृषि सीएस पीटर मुन्या ने चीनी उत्पादक क्षेत्रों में गन्ने की ज़ोनिंग के लिए लॉबिंग करने वाले राज्यपालों को फटकार लगाई। उन्होंने राज्यपालों को निर्देश दिया की, गन्ना किसानों को अपनी पसंद की मिलों के साथ अनुबंध करने की स्वतंत्रता मिलनी चाहिए। 5 नवंबर को, पश्चिमी चीनी बेल्ट के किसानों ने चीनी ज़ोन लगाने के खिलाफ सीनेट में याचिका दायर की। याचिका में किसानों की पसंद के मिलर को चुनने के लिए 27 मई, 2020 को राजपत्रित किए गए, क्रॉप्स जनरल विनियम, 2020 को प्राप्त करने के लिए काउंसिल ऑफ गवर्नर्स और सीनेट कृषि समिति के बीच पिछले महीने के प्रस्ताव का हवाला दिया।
सीएस पीटर मुन्या ने कहा कि, प्रतियोगिता से किसानों को सबसे अच्छी कीमत मिल सकती है। उन्होंने राज्यपालों से कहा की, यदि आप ज़ोन करते हैं, तो आप प्रतिस्पर्धा को कम करते हैं और आप किसान के अधिकार को नकारात्मक रूप से प्रभावित करते हैं। उन्होंने कहा कि, अदालत में मामले सुलझने के बाद वे राज्य के स्वामित्व वाली गन्ना मिलों को भी लीज पर देंगे। किसान की भलाई के लिए, ज़ोनिंग को प्रोत्साहित नहीं किया जा सकता है क्योंकि यह प्रतिस्पर्धा को रोक देगा, और किसान को सर्वोत्तम मूल्य उपलब्ध नहीं होगा। किसानों को एक विशेष मिलर को गन्ना आपूर्ति करने के लिए मजबूर करना गलत है।
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श्रीलंका में चीनी आयात पर टैक्स लगाने की चेतावनी दी गई…. - 10.11.2020
कोलंबो: व्यापार मंत्री बंडुला गुनवर्दाना ने चेतावनी दी है कि, अगर चीनी के कम कीमतों का लाभ जनता को नहीं दिया गया, तो चीनी पर आयात टैक्स लगाया जाएगा। महंगाई से निपटने के लिए 13 अक्टूबर को श्रीलंका सरकार ने दाल, प्याज और चीनी सहित कई आवश्यक वस्तुओं पर आयात शुल्क हटा दिया है। टैक्स हटाने के बाद अब एक किलोग्राम चीनी 85 रुपये किलो बेची जानी चाहिए। हालांकि, श्रीलंका कैंटीन ओनर्स एसोसिएशन की अध्यक्ष असला संपत ने कहा कि, चीनी कीमतों में कमी का लाभ लोगों को नहीं दिया जा रहा है।
उपभोक्ता अधिकार संरक्षण संघठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष रंजीत विथानगे ने कहा कि, नोटिफिकेशन के माध्यम से चीनी पर एक फिक्स मूल्य लगाया जाना चाहिए।व्यापार मंत्री बंडुला गुनवर्दाना ने कहा कि, अगर लोगों को लाभ नहीं दिया जाता है, तो आयात टैक्स को खत्म करने का कोई मतलब नहीं है।
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नेपाल: बकाया भुगतान मामलें में चीनी मिल मालिकों को किया जाएगा गिरफ्तार - 09.11.2020 - Vishakha Pandav [ 01.36 ]
नेपाल: बकाया भुगतान मामलें में चीनी मिल मालिकों को किया जाएगा गिरफ्तार - 09.11.2020
कठमांडू : गन्ना भुगतान करने में विफल रही मिलों के खिलाफ गन्ना किसानों ने आंदोलन छेड़ा है। आंदोलनकारी गन्ना किसानों ने रविवार को उद्योग, वाणिज्य और आपूर्ति मंत्री लेखराज भट्टा को एक ज्ञापन सौंपा। इस ज्ञापन के जरिये गन्ना किसानों ने भुगतान के लिए मिलें और सरकार को भी ‘अल्टीमेटम’ दिया है। किसानों ने आवश्यक व्यवस्था करने के लिए सरकार को ‘अल्टीमेटम’ भी दिया, ताकि चीनी मिलें छठ पर्व से पहले किसानों को बकाया राशि का भुगतान कर सकें। उन्होंने त्योहार से पहले अपनी बकाया राशि का भुगतान न करने पर 12 दिसंबर से सड़कों पर उतरने की चेतावनी दी।
गन्ना किसान संघर्ष समिति, सरलाही के संरक्षक राकेश कुमार मिश्रा के नेतृत्व में किसानों की एक टीम ने उद्योग, वाणिज्य और आपूर्ति मंत्री लेखराज भट्टा से मुलाकात की और ज्ञापन सौंपते हुए दावा किया कि, इस साल की शुरुआत में सरकार द्वारा लिखित प्रतिबद्धता अभी तक नहीं हुई है। किसानों ने कहा की, हम बकाया भुगतान नहीं मिलने पर निर्णायक आंदोलन के लिए मजबूर होंगे। मंत्री भट्टा ने उन्हें जल्द से जल्द अपने मुद्दों को हल करने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा, हम उन चीनी मिलों के मालिकों को गिरफ्तार करने के लिए गृह मंत्रालय को एक परिपत्र जारी करेंगे जिन्होंने अभी तक किसानों को भुगतान नहीं किया है।
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यूक्रेन: 529,900 टन पंहुचा चीनी उत्पादन - 07.11.2020
कीव: यूक्रेन के नेशनल एसोसिएशन ऑफ शुगर प्रोड्यूसर्स के अनुसार, चीनी रिफाइनरियों ने 2020-2021 विपणन वर्ष के पहले दो महीनों में 4 मिलियन टन शुगर बीट का प्रसंस्करण किया। रिपोर्ट में कहा गया है की, 5 नवंबर तक 529,900 टन चीनी का उत्पादन किया गया और 4.03 मिलियन शुगर चीनी बीट का प्रसंस्करण किया गया। 28 अक्टूबर से देश भर में 30 चीनी रिफाइनरियों में बीट का प्रसंस्करण किया गया है। जैसा कि उक्रिनफॉर्म द्वारा बताया गया है, यूक्रेन में 2020-2021 विपणन वर्ष का आधिकारिक तौर पर 5 सितंबर को शुरू हुआ था।
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तंजानिया: राजस्व प्राधिकरण ने अवैध चीनी जब्त किया - 07.11.2020
तंजानिया राजस्व प्राधिकरण (टीआरए) द्वारा अक्टूबर के अंत में 14 मीट्रिक टन अवैध रूप से आयातित चीनी सहित माल की एक खेप जब्त की गई है। मारा क्षेत्र के तरारी में सिरारी बॉर्डर पर चीनी जब्त की गई।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, सिरारी बॉर्डर पोस्ट के सीमा शुल्क अधिकारी एलन मदुहु के अनुसार, एक टास्क फोर्स ने व्यापारियों के नेटवर्क की पहचान की थी जो तंजानिया-केन्याई सीमा के पार माल तस्करी करने के लिए मोटरसाइकिल का इस्तेमाल कर रहे थे।
तंजानिया अवैध रूप से आयातित चीनी को लेकर काफी गंभीर हो गया है और इसे ख़तम करने के लिए मुहीम भी चला रहा है।
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पाकिस्तान: उपायुक्त ने कहा चीनी की कोई कमी नहीं - 06.11.2020
हाफिजाबाद: उपायुक्त नवीद शहजाद मिर्ज़ा ने कहा कि, जिले में चीनी की कोई कमी नहीं होगी क्योंकि हाफिजाबाद को 125 टन चीनी की आपूर्ति की गई थी।उन्होंने कहा कि, जिले में उपभोक्ताओं को चीनी उपलब्ध कराई जा रही है। उन्होंने कहा कि, अगले कुछ दिनों के भीतर चीनी की दूसरी खेप की आपूर्ति की उम्मीद है। उन्होंने विशेष मूल्य नियंत्रण मजिस्ट्रेटों को खुले बाजारों और सहुलत बाज़ारों में दुकानदारों पर सतर्क नज़र रखने और जमाखोरों और मुनाफाखोरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
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फिजी: विमल दत्त बने शुगर केन ग्रोवर्स काउंसिल के नए सीईओ… - 05.11.2020
सुवा: फिजी के गन्ना उत्पादक परिषद (शुगर केन ग्रोवर्स काउंसिल) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी के रूप में विमल दत्त कमान संभालेंगे। विमल दत्त इससे पहले शुगर केन ग्रोवर्स फंड में परिचालन प्रबंधक थे। उन्होंने सुनील चौधरी की जगह ली है। फिजी में इस सीजन में पिछले सीजन की तुलना में गन्ने की अधिक पेराई हुई है। इस साल पेराई पिछले साल की तुलना में लगभग पांच प्रतिशत अधिक है।
उनके नियुक्ति के बाद उनका उद्देश्य चीनी उद्योग को बढ़ाना और गन्ना किसानों की प्रगति पर ले जाना है।
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पाकिस्तान: सस्ते चीनी के लिए उपयोगिता स्टोर के बाहर लंबी कतारें.. - 05.11.2020 - Vishakha Pandav [ 01.13 ]
पाकिस्तान: सस्ते चीनी के लिए उपयोगिता स्टोर के बाहर लंबी कतारें.. - 05.11.2020
रावलपिंडी: बढ़ती महंगाई से परेशान लोगों के लिए पाकिस्तान सरकार द्वारा उपयोगिता स्टोर पर सस्ती चीनी बेची जा रही है। सस्ती चीनी खरीदने के लिए शहर में सरकारी सब्सिडी वाले दुकानों के बाहर लोगों की लंबी कतारें देखीं गई। उपयोगिता भंडार में 70 रुपये प्रति किलोग्राम की रियायती दर पर चीनी उपलब्ध है, खुले बाजार में वहीं चीनी 120 रूपयें प्रतिकिलो की दर से बेची जा रही है।
महीने की शुरुआत में कई निजी और सरकारी कर्मचारी अपना वेतन प्राप्त करने के बाद रियायती दरों पर सामान लेने के लिए उपयोगिता स्टोर पर जाते हैं। हालांकि, सस्ती चीनी खरीदने के लिए उपयोगिता स्टोर पर सामान्य से अधिक भीड़ देखी गई। नतीजतन, अधिकांश उपयोगिता स्टोर की चीनी कुछ घंटों के भीतर बीक गई। कई लोगों को खाली हाथ घर जाना पड़ा। उपयोगिता स्टोर के प्रबंधन ने कहा कि, उनके पास पर्याप्त स्टॉक था, लेकिन महीने की शुरुआत में असामान्य भीड़ के कारण चीनी समेत अन्य वस्तुओं का स्टॉक जल्दी खत्म हो गया।
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चीन ने किया दावा की आयातकों ने स्वेच्छा से ऑस्ट्रेलियाई चीनी आयात में कटौती का विकल्प चुना है - 05.11.2020 - Vishakha Pandav [ 01.18 ]
चीन ने किया दावा की आयातकों ने स्वेच्छा से ऑस्ट्रेलियाई चीनी आयात में कटौती का विकल्प चुना है - 05.11.2020
बीजिंग: चीन ने दावा किया कि, आयातकों ने स्वेच्छा से ऑस्ट्रेलियाई चीनी के साथ साथ शराब, कोयले के आयात में कटौती का विकल्प चुना है। मीडिया के अनुसार संबंधों में कड़वाहट के बीच चीन ने आयातकों से कहा था कि, ऑस्ट्रेलियाई सामान खरीदना बंद करें। ऑस्ट्रेलिया ने कहा कि, सोमवार को चीन के अधिकारियों ने पिछले सप्ताह आयातकों से मुलाकात की और उन्हें ऑस्ट्रेलियाई वस्तुओं की आयात पर रोक लगाने के आदेश दिए गये।
रायटर्स न्यूज़ एजेंसी के मुताबिक, यह पूछे जाने पर कि क्या सरकार ने आयातकों को ऑस्ट्रेलियाई उत्पाद खरीदने से रोकने का निर्देश दिया है, चीन के विदेश मंत्रालय ने उन्हें बताया, “ऑस्ट्रेलिया से प्रासंगिक उत्पादों के आयात को कम करने वाली प्रासंगिक कंपनियां अपनी स्वेच्छा से काम कर रही हैं।”
ऑस्ट्रेलियाई व्यापार मंत्री साइमन बर्मिंघम ने मंगलवार को एक बयान में कहा, चीन से आयात पर रोक लगाने के मद्देनजर हम विभिन्न उद्योगों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। हम चीन के अधिकारियों के साथ बातचीत कर रहें हैं।
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केन्या: नोजिया शुगर कंपनी के एमडी को हटाने की मांग…. - 04.11.2020
नैरोबी: बुंगोमा काउंटी के गन्ना किसानों ने बकाया भुगतान में विफल रहने के लिए जिम्मेदार नोजिया शुगर कंपनी के प्रबंध निदेशक को हटाने की मांग की है।कैनेडी किबेटी के नेतृत्व में मिल द्वारा अनुबंधित किसानों ने कहा कि, वे एमडी माइकल वंजला द्वारा उन्हें बकाया पैसा जारी करने में विफल रहने के कारण अपने व्यक्तिगत वित्तीय दायित्वों को पूरा नहीं कर सकते। किबेटी ने कहा, कंपनी ने जून 2020 में हमारे गन्ने की कटाई की और अब तक भुगतान नही किया है। हम नोजिया शुगर कंपनी के व्यवहार से निराश हैं। उन्होनें आरोप लगाया की, एमडी माइकल वंजला समय पर बकाया भुगतान करने में असफल रहें है, इसलिए उन्हें पद से हटा देना चाहिए। अगर एमडी को बाहर का रास्ता नहीं दिखाया, तो वे प्रदर्शन करेंगे। किबेटी ने कहा, हमें अपने पैसे की जरूरत है। गन्ने की कटाई के बावजूद भुगतान नही होने से किसानों में काफी गुस्सा है। स्कूल की फीस का भुगतान करने और परिवार के अन्य दायित्वों को पूरा करने में दिक्कतें आ रही है, फिर भी एमडी किसानों से मिलना नहीं चाहते हैं।
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पाकिस्तान: बाजारों में आयातित चीनी 83.50 रुपये प्रति किलोग्राम पर बेचने के निर्देश… - 04.11.2020 - Vishakha Pandav [ 01.18 ]
पाकिस्तान: बाजारों में आयातित चीनी 83.50 रुपये प्रति किलोग्राम पर बेचने के निर्देश… - 04.11.2020
लाहौर, पाकिस्तान: लाहौर के जिला प्रशासन ने बाजारों में आयातित चीनी को 83.50 रुपये प्रति किलोग्राम पर बेचने की अधिसूचना जारी की है। अधिसूचना में कहा गया है कि, आयातित चीनी को व्यावसायिक आधार पर या थोक विक्रेताओं को नहीं बेचा जाएगा। लाहौर के उपायुक्त मुदस्सर रियाज ने मंगलवार को उपर्युक्त अधिसूचना की पुष्टि की। अधिसूचना में कहा गया है की, बेची गई चीनी का नियमित रिकॉर्ड रखते हुए खुदरा विक्रेताओं को दी जाएगी। आयातित चीनी की दर सूची को प्रमुखता से प्रदर्शित किया जाएगा। सामान्य बाजार की तुलना में सहुलत बाजरों में आयातित चीनी को 81.5 रूपयें प्रति किलो के हिसाब से बेचा जाएगा। उपायुक्त मुदस्सर रियाज ने कहा की, सभी मूल्य नियंत्रण मजिस्ट्रेट को अधिसूचना को तुरंत लागू करने के लिए निर्देशित किया गया है ।जिला प्रशासन के फैसले का जनता ने स्वागत किया है और उम्मीद है कि अब बाजारों में कम कीमत में चीनी उपलब्ध होगी।
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म्यांमार: किसानों का गन्ने से अन्य लाभदायक फसलों की ओर रुख - 04.11.2020
यंगून: म्यांमार के कृषि विभाग द्वारा चीनी मिलों से गन्ना खरीद कीमत तय करने के लिए कहा गया है, जिसके चलते मिलें दिसंबर से शुरू होनेवाले गन्ना पेराई सीजन में K40,000 प्रति टन के हिसाब से गन्ना खरीदेंगे। लेकिन म्यांमार शुगर एंड केन उत्पाद संघ के उपाध्यक्ष यू विन हेटे ने कहा कि, गन्ना किसानों को केवल तभी लाभ होगा, जब उन्हें प्रति टन K45,000 का भुगतान किया जाता है। म्यांमार में 4 मिलियन एकड़ से अधिक गन्ने के बागान हैं और मिलों को इस सीजन में लगभग 4.2 मिलियन टन गन्ने की खरीद का अनुमान है। दूसरी तरफ चीनी मिलें थाई और भारत से आयातित चीनी से बढ़ती प्रतिस्पर्धा को देखते हुए, अपनी लागत को कम करने के लिए चीनी के खरीद मूल्य को कम कर रही हैं।
यू विन हेवे ने कहा की, स्थानीय चीनी मिलें आयातित चीनी से केवल तभी प्रतिस्पर्धा कर सकती हैं, यदि गन्ना K45,000 या उससे कम प्रति टन पर खरीदा जाता है। किसान नुकसान से बचने के लिए गन्ना लगाना बंद करने की योजना बना रहे हैं। किसानों ने अन्य फसलों पर स्विच करना शुरू कर दिया है। तगांग बस्ती में, जो मांडले और सागिंग की सीमा पर है, 5000 से अधिक की तुलना में केवल 2000 किसान अभी भी गन्ने की खेती कर रहे हैं।
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मिस्र: ESIIC ने खरीदी 50,000 टन कच्ची चीनी - 04.11.2020
मिस्र की चीनी और एकीकृत उद्योग कंपनी (ESIIC) ने 24 नवंबर से 7 दिसंबर तक आने के लिए एक टेंडर में 50,000 टन कच्ची चीनी 357.00 डॉलर प्रति टन खरीदी।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक व्यापारियों ने कहा कि ईडी एंड एफ मैन से चीनी खरीदी गई। निविदा में देने वाले अन्य आपूर्तिकर्ता ग्लेनकोर और लुई ड्रेफस थे।
अली अल-मोशेली, आपूर्ति और आंतरिक व्यापार मंत्री ने पुष्टि की कि मिस्र चीनी उद्योग में 75 प्रतिशत आत्मनिर्भरता तक पहुंच गया है, जो देश में सबसे महत्वपूर्ण रणनीतिक वस्तुओं में से एक है।
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यूक्रेन: 2 नवंबर तक 480,300 टन चीनी का उत्पादन - 04.11.2020
कीव: नेशनल एसोसिएशन ऑफ शुगर प्रोड्यूसर्स उक्रित्सुकोर की रिपोर्ट के अनुसार, 2 नवंबर तक 480,300 टन चीनी का उत्पादन किया है, इस वक्त देश में 30 चीनी रिफाइनरियां चल रही है, जिन्होंने 3.66 मिलियन टन शुगर बीट की पेराई की है।
पेराई सीजन 5 सितंबर को देश में शुरू हुआ है। 2020 में यूक्रेन में चीनी का कुल उत्पादन 1.2 मिलियन टन होने का अनुमान है, जो एक साल पहले की तुलना में 15 प्रतिशत कम है। राज्य सांख्यिकी सेवा के अनुसार, 2020 में, चुकंदर का क्षेत्र 218,900 हेक्टेयर है।
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घाना: चीनी उद्योग को पुनर्जीवित करने के प्रयास… - 03.11.2020
घाना: चीनी उद्योग को पुनर्जीवित करने के प्रयास…
अक्रा: घाना में चीनी उद्योग को पुनर्जीवित करने के उद्देश्य से कृषि, वित्त और व्यापार, और एक निजी क्षेत्र के संघ के माध्यम से घाना सरकार के बीच चर्चा शुरू हुई है। घाना में उत्पादित चीनी के लिए घाना का औद्योगिक क्षेत्र और पश्चिम अफ्रीकी उप-क्षेत्र में पर्याप्त बाजार है। वर्तमान में, घाना में चीनी का उत्पादन नगण्य है, हालांकि यह हमेशा से ही ऐसा नहीं है। 1965 में, एक दिन में 2000 टन गन्ने की पेराई करने की क्षमता वाले आसुतसारे चीनी मिल की स्थापना की गई थी। 1965 में कोमेंडा में दूसरी मिल स्थापित की गई थी, जिसमें प्रति दिन 1000 टन की पेराई की जाती थी। हालांकि, 1981 में दोनों मिलों को गन्ने की कमी सहित खराब प्रबंधन के कारण बंद कर दिया गया था।
चूंकि घाना और उप-क्षेत्र में चीनी की खपत बढ़ती आबादी के कारण बढ़ रही है, और भोजन, और खाद्य उत्पादों में चीनी का उपयोग बढ़ रहा है। अकेले घाना में चीनी की खपत 2030 तक सालाना 850,000 टन से अधिक होने की उम्मीद है। इसलिए घाना में चीनी उद्योग को पुनर्जीवित करके कृषि और उद्योग दोनों में नौकरियों के अवसर निर्माण करने की योजना बनाई जा रही है ।वर्तमान में, चीनी दुनिया में सबसे अधिक कारोबार वाली वस्तुओं में से एक है।भले ही पिछले कुछ वर्षों में अंतरराष्ट्रीय कीमतें थोड़ी अस्थिर रही हैं, लेकिन चीनी की मांग अभी भी बहुत मजबूत है।
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चीन द्वारा ऑस्ट्रेलियाई चीनी आयात पर प्रतिबंध की अटकलें … - 03.11.2020
बीजिंग: चीन और ऑस्ट्रेलिया के बीच खटास भरे संबंधों के मद्देनजर, बीजिंग आने वाले दिनों में चीनी आयात पर प्रतिबंध लागू करने की अटकलें तेज हो गई है।
चीन सीमा शुल्क के सामान्य प्रशासन विभाग ने शुक्रवार को नोटिस जारी कर दावा किया कि, उन्होंने (चीन सीमा शुल्क सामान्य प्रशासन विभाग ) ऑस्ट्रेलिया से आयातित लकड़ी के लट्ठे में पेस्टीसाइड पाया था। इसके बाद चीन ने क्वींसलैंड और ऑस्ट्रेलियाई के सभी राज्यों से आयात पर प्रतिबंध लगा दिया है। चीनी सीमा शुल्क एजेंसी ने आगे दावा किया कि, उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई अनाज निर्यातक एमराल्ड ग्रेन द्वारा आयात में भी संदूषण पाया था। चीन में कई व्यापार स्रोत के अनुसार, इस सप्ताह चीन द्वारा ऑस्ट्रेलियाई कॉपर के साथ-साथ चीनी पर भी प्रतिबंध लगायें जाने की उम्मीद है।
यह ऑस्ट्रेलिया की मुष्किलें बढ़ा सकता है और कोरोना से पीड़ित अर्थव्यवस्था पर भी असर डाल सकता है।
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केन्या: चीनी तस्करी मामले में छह संदिग्ध गिरफ्तार - 31.10.2020
नैरोबी: केन्या रेवेन्यू अथॉरिटी ने युगांडा की सीमा पर बुंगोमा में छह लोगों को गिरफ्तार किया है और लगभग KES 2 मिलियन (यूएस 18,379) कीमत के 550 बैग की तस्करी की चीनी जब्त की है।
संदिग्धों को लुगाज़ी ब्रांड के चीनी के साथ कब्जे में लिया गया था, इसे युगांडा से तस्करी कर लाया गया था। कुल बैगो में बुटाली शुगर मिल्स लिमिटेड के 117 बैग चीनी की एक संदिग्ध दुकान में पाए गए। आरोपीयों को 30 अक्टूबर को अदालत में पेश किया गया।
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मेक्सिको में कोरोना महामारी का चीनी उत्पादन पर नहीं हुआ ज्यादा असर - 31.10.2020 - Vishakha Pandav [ 01.02 ]
मेक्सिको में कोरोना महामारी का चीनी उत्पादन पर नहीं हुआ ज्यादा असर - 31.10.2020
मेक्सिको में चीनी की स्थिर कीमतों के कारण देश में गन्ना किसानों को इस साल अच्छा मुनाफा हुआ है। गन्ना उत्पादक संघ CENOCI के अध्यक्ष, Arturo Herviz Reyes ने कहा कि देश के पांच राज्यों में स्थित 50 मिलों में 783,258 हेक्टेयर गन्ना लगाया गया और 5.3 मिलियन टन चीनी का उत्पादन किया गया।
वेराक्रूज राज्य के 80 शहरों में स्थित मिलों का राष्ट्रीय उत्पादन का 35.5% हिस्सा है। Reyes ने कहा कि COVID-19 महामारी का इस वर्ष गन्ने की फसल या उत्पादन गतिविधियों पर ज्यादा प्रभाव नहीं हुआ। उन्हें उम्मीद है कि अगली फसल गन्ना किसानों के लिए बेहतर होगी।
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पाकिस्तान: चीनी मिल संघ द्वारा दिए गए गलत आंकड़ों के कारण देश में मूल्य वृद्धि हुई - 30.10.2020 - Vishakha Pandav [ 01.25 ]
पाकिस्तान: चीनी मिल संघ द्वारा दिए गए गलत आंकड़ों के कारण देश में मूल्य वृद्धि हुई - 30.10.2020
कराची, पाकिस्तान: उद्योग और उत्पादन मंत्री हम्माद अजहर ने देश के चीनी संकट के लिए चीनी मिल संघ को दोषी ठहराया। उन्होंने आरोप लगाया की, उनका गलत डेटा ही चीनी की कीमतों में भारी वृद्धि का कारण बना। मंत्री अजहर ने कहा कि, सरकार की 11 मई की बैठक में एसोसिएशन द्वारा 300,000 टन अधिशेष की सूचना दी थी, और मुझे बताया गया था कि हमें इसे निर्यात करना पड़ सकता है। हालाँकि, चीनी कमीशन की रिपोर्ट जारी होने के एक महीने बाद इस स्थिति में 180 डिग्री का मोड़ आया। हमने पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा और पंजाब में छानबीन की और अभी भी सिंध सरकार के ऐसा करने की प्रतीक्षा कर रहे हैं।
अजहर ने कहा कि, सरकार ने पाया की पंजाब में मांग को दो-तीन गुना बढ़ गया है। जाहिर है, या तो वे हमें नकली रसीद दिखा रहे थे या चीनी जमाखोरी कर रहे थे। हमने चीनी सलाहकार बोर्ड की बैठक की जिसमें प्रांतों, संघ और अन्य संबंधित अधिकारियों ने भाग लिया। इस मुद्दे को हल करने में हमें लगभग 3-4 सप्ताह का समय लगा। उन्होंने कहा कि, सरकार ने डेटा उपलब्ध होते ही चीनी आयात करने का फैसला किया।
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वियतनाम: थाईलैंड से चीनी आयात में बढ़ोतरी…. - 30.10.2020
हनोई/बैंकोक: 2019 से 2020 के अंत तक वियतनाम में थाई चीनी का निर्यात 862,000 टन से अधिक हो गई है, जो घरेलू उत्पादित चीनी की मात्रा से भी लगभग 12.1 प्रतिशत अधिक है। इसके परिणामस्वरूप वर्ष की पहली छमाही के दौरान वियतनाम, थाईलैंड का दूसरा सबसे बड़ा चीनी निर्यात बाजार बन गया है। 42 प्रतिशत के साथ इंडोनेशिया सबसे आगे है। इससे वियतनामी घरेलू चीनी की कीमतों को नकारात्मक रूप से प्रभावित किया है।
वियतनाम में 2019-2020 की फसल के दौरान लगभग एक तिहाई चीनी मिलों को कम फसल के कारण बंद होने मजबूर होना पडा था। साथ ही प्रतिकूल मौसम और आयातित चीनी से स्थानीय चीनी उद्योग पर दबाव बना है। घरेलू चीनी की कीमतें थाईलैंड से आयातित चीनी पर बहुत अधिक निर्भर हैं। घरेलू चीनी उद्यमों को थाई चीनी के साथ प्रतिस्पर्धा करनी पड़ रही है। थाई चीनी का बढ़ता आयात स्थानीय चीनी उद्योग के लिए चुनौती बना है, जिसके परिणामस्वरूप कई घरेलू उद्योग पर असर हुआ है।
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फिजी में पिछले सीजन की तुलना में गन्ने की अधिक पेराई… - 29.10.2020
सुवा: फिजी में इस सीजन में पिछले सीजन की तुलना में गन्ने की अधिक पेराई हुई है। तीन चीनी मिलों ने अब तक 1.4 मिलियन टन से अधिक गन्ने की पेराई की है। फिजी चीनी निगम के मुख्य कार्यकारी ग्राहम क्लार्क ने कहा कि, इस साल पेराई पिछले साल की तुलना में लगभग पांच प्रतिशत अधिक है।
क्लार्क का कहना है कि, बारिश से कुछ हद तक 128,285 टन चीनी का उत्पादन प्रभावित हुआ, लेकिन पिछले दो सत्रों की तुलना में मिलों का प्रदर्शन बेहतर रहा है।। उन्होनें कहा कि, वे अब निर्यात के लिए चीनी लोड कर रहे हैं। इस साल फिजी से चीनी ले जाने वाला पांचवा जहाज होगा और यह जहाज 30,000 टन चीनी ब्रिटेन ले जाएगा। पिछले हफ्ते लुटोका, रारावई और लाबासा मिल में 32,000 टन से अधिक गन्ने की पेराई की गई थी। पेराई सत्र नवंबर के अंत तक समाप्त होने की उम्मीद है।
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तंजानिया: गन्ना फार्म परियोजना की प्रगति से मुख्य सचिव संतुष्ट - 28.10.2020 - Vishakha Pandav [ 01.16 ]
तंजानिया: गन्ना फार्म परियोजना की प्रगति से मुख्य सचिव संतुष्ट - 28.10.2020
डोडोमा, तंजानिया: तंजानिया के मुख्य सचिव जॉन किजाज़ी ने मोरोगोरो क्षेत्र के एमबीगिरी के गन्ना क्षेत्र परियोजना के प्रगति पर संतोष व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि, सरकार चीनी मिल का निर्माण समय में पूरा करने और चीनी उत्पादन शुरू करने पर ध्यान देगी। एमबीगिरी गन्ना फार्म परियोजना का निरीक्षण के दौरान उन्होंने कहा, यह परियोजना राष्ट्रीय संपत्ति सुरक्षा निधि (एनएसएसएफ) और जेल सेवा संयुक्त रूप से इसके मालिक है।
परियोजना का दौरा करने के तुरंत बाद, किजाज़ी ने खेत परियोजना पर चल रहे काम की सराहना की और वादा किया कि, सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि परियोजना पूरी हो जाए ताकि चीनी उत्पादन का काम शुरू हो सके। बोर्ड के अध्यक्ष और मुकुलज़ी होल्डिंग कंपनी लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी चाहतने है की, इस गति से काम करना जारी रखें ताकि इस परियोजना को समय पर और इच्छित लक्ष्यों और लाभों के अनुरूप पूरा किया जा सके।
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ब्राजील: सुखे के कारण अगले सीजन में चीनी उत्पादन में गिरावट की संभावना - 28.10.2020 - Vishakha Pandav [ 01.11 ]
ब्राजील: सुखे के कारण अगले सीजन में चीनी उत्पादन में गिरावट की संभावना - 28.10.2020
न्यूयार्क : चीनी और इथेनॉल कंसल्टेंसी डाटाग्रो का अनुमान है की, हाल के महीनों में अधिकांश ब्राजील में सुखे के कारण अगले साल नए सत्र में गन्ना और चीनी उत्पादन में गिरावट हो सकती है। डाटाग्रो के मुख्य विश्लेषक प्लिनियो नास्तारी ने कहा कि, उन्हें उम्मीद है कि अप्रैल 2021 से मार्च 2022 के मौसम में केंद्र-दक्षिण क्षेत्र में गन्ने की फसल 575 मिलियन टन होगी चालू फसल 596 मिलियन टन की तुलना में।
जुलाई से सितंबर के बीच अत्यधिक शुष्कता ने गन्ने की रोपाई और फसल को प्रभावित कर दिया है, जिससे अगले साल कम कृषि पैदावार होगी। ब्राजील के केंद्र-दक्षिण क्षेत्र में मिलों को 2021-22 सीजन में वर्तमान फसल के 38 मिलियन टन बनाम 36 मिलियन टन चीनी का उत्पादन होने की उम्मीद है।
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फिजी: नेशनल फेडरेशन पार्टी ने कहा अंतिम गन्ना भुगतान में कोई कटौती नहीं होनी चाहिए - 28.10.2020 - Vishakha Pandav [ 01.25 ]
फिजी: नेशनल फेडरेशन पार्टी ने कहा अंतिम गन्ना भुगतान में कोई कटौती नहीं होनी चाहिए - 28.10.2020
सुवा: फिजी के नेशनल फेडरेशन पार्टी (एनएफपी) का कहना है कि, 2019 सीज़न के अंतिम गन्ना भुगतान की राशि से कोई कटौती नहीं की जानी चाहिए। ‘एनएफपी’ के उपाध्यक्ष, दावेंद्र नायडू का कहना है कि, 2019 कटाई और पेराई सत्र के लिए गन्ना किसानों को $10.41 प्रति टन की दर से गन्ना भुगतान होना चाहिए, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि गन्ना किसानों को प्रति टन $ 85 पूर्ण गारंटी मूल्य प्राप्त हो।
नायडू का कहना है कि, गन्ना उत्पादकों को भुगतान के लिए $ 10.41 प्रति टन सही राशि है, क्योंकि चीनी शोध संस्थान और अन्य उद्योग लागतों के लिए चौथे गन्ने के भुगतान से इस साल मई में प्रति टन 67 सेंट पहले ही काट लिए गये है। उनका कहना है कि, दीवाली के चलते इस राशि से कोई कटौती नहीं की जानी चाहिए। फिजी शुगर कॉर्पोरेशन (FSC ) के सीईओ, ग्राहम क्लार्क का कहना है कि, FSC तीसरे पक्ष के बयानों पर टिप्पणी नहीं करता है, और भुगतान के बारे में जल्द ही घोषणा की जाएगी।
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थाईलैंड द्वारा इथेनॉल दीर्घकालिक लक्ष्य में कटौती - 27.10.2020
भारत में इथेनॉल उत्पादन पर काफी जोर दिया जा रहा है। भारत में इथेनॉल का उत्पादन और खपत तेजी से बढ़ने की उम्मीद है, क्योंकि सरकार चीनी उद्योग को इथेनॉल उत्पादन बढ़ाने के लिए सभी प्रकार की सहायता कर रही है। लेकिन वही दूसरी ओर थाईलैंड में परिस्थिति कुछ विपरीत है।
रायटर्स न्यूज एजेंसी के मुताबिक थाईलैंड भी सम्मिश्रण बढ़ा रहा है, लेकिन उन्होनें अपने दीर्घकालिक लक्ष्य में कटौती की है, क्योंकि उन्हें लगता है कि, इलेक्ट्रिक वाहन एक बड़ी भूमिका निभाएंगे। थाई इथेनॉल मैन्युफैक्चरिंग एसोसिएशन केटीबीई के अध्यक्ष पिपट सुतिविसेदसक ने कहा कि, देश ने मिश्रित लक्ष्य को 11.3 मिलियन लीटर प्रतिदिन से घटाकर 7.5 मिलियन लीटर प्रति दिन कर दिया है। वर्तमान में इथेनॉल का उपयोग लगभग 4.45 मिलियन लीटर प्रतिदिन है, इसलिए अभी भी विस्तार की गुंजाइश है।
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नाइजीरिया में इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी से N160 बिलियन के चीनी निवेश पर खतरा… - 26.10.2020 - Vishakha Pandav [ 01.21 ]
नाइजीरिया में इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी से N160 बिलियन के चीनी निवेश पर खतरा… - 26.10.2020
अबुजा: नाइजीरिया में चीनी की मांग लगातार बढ़ रही है, हालांकि देश में बुनियादी ढाँचे की कमी, सरकारी नीति में असंगति और गन्ने के रोपण के लिए कृषि योग्य भूमि उपलब्धी में कठिनाईयों के चलते N160 बिलियन के चीनी निवेश पर खतरा मंडरा रहा है। इस वर्ष स्थानीय खपत को पूरा करने के लिए देश को 1.7 मिलियन मीट्रिक टन चीनी की आवश्यकता होगी। पश्चिम अफ्रीकी उप-क्षेत्र में, नाइजीरिया चीनी का सबसे बड़ा आयातक बना हुआ है, जबकि अफ्रीकी महाद्वीप में, यह अल्जीरिया के बाद दूसरे स्थान पर है।
गन्ने के विश्व के शीर्ष दस उत्पादकों में भारत, ब्राजील, यूरोपीय संघ, थाईलैंड, चीन, अमेरिका, पाकिस्तान, मैक्सिको, रूस और ऑस्ट्रेलिया शामिल हैं। दक्षिण अफ्रीका, अफ्रीका का सबसे बड़ा और दुनिया में आठवां सबसे बड़ा निर्यातक है। नाइजीरिया को बुनियादी ढांचे की कमी और स्थानीय उत्पादन के सामने चुनौतियों के कारण 2013 से अपने लक्ष्य को हासिल करना मुश्किल हो रहा है।
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ब्राजील: शुगर केन कंपनी सीटीसी की आईपीओ लाने को तयारी… - 24.10.2020
साओ पाउलो : ब्राजील की विख्यात शुगर केन कंपनी सीटीसी (Centro de Tecnologia Canaviera) ने शुक्रवार को ऐलान किया कि, कंपनी ने बाजार से पैसा जुटाने के लिए आईपीओ पेश करने की योजना बनाई है, और कंपनी ने पूंजी बाजार नियामक में अर्जी दाखिल की है।
न्यूज एजेंसी रायटर्स के मुताबिक, आईपीओ द्वारा प्राइमरी और सेकेंडरी शेयर मार्केट के माध्यम से सिंथेटिक बीजों से जुड़ी परियोजनाओं के लिए धन जुटाने और बायोटेक सहित नए व्यवसायों में निवेश करने का प्रयास किया जाएगा। यह ऑफरिंग जेपी मॉर्गन, मॉर्गन स्टेनली और बीटीजी पाक्चुअल द्वारा समन्वित की जाएगी।
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ब्राजील: अक्टूबर की बारिश में दिखी कमी - 24.10.2020
ब्राज़ीलिय : कई सारे सूखे महीनों के बाद ब्राजील के केंद्र-दक्षिण क्षेत्रों में हाल ही में हुई बारिश गन्ने के रोपण के लिए अच्छी है, लेकिन अप्रैल 2021 में गन्ने की फसल के विकास के लिए पर्याप्त नहीं होगी।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, स्टोनएक्स के चीनी और इथेनॉल डिवीजन के निदेशक, ब्रूनो लीमा ने कहा कि केंद्र-दक्षिण में अक्टूबर की बारिश ऐतिहासिक औसत और पिछले साल के औसत से भी कम है।
इस क्षेत्र की अक्टूबर में औसत वर्षा 120 मिलीमीटर (मिमी) है, और अब तक हुई बारिश केवल 20 मिमी है। हालांकि, अक्टूबर के अंत तक बारिश 130 मिमी तक पहुंचने की उम्मीद की जा रही है।
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बेलीज: गन्ना किसानों को मिली राहत - 24.10.2020
बेलीज: सरकार ने प्रारंभिक 3600 गन्ना किसानों को लंबे समय से प्रतीक्षित राहत राशि का भुगतान करना शुरू कर दिया है।
खाद्य और कृषि मंत्री गॉडविन हुलसे ने कहा कि वाउचर के वितरण के साथ भुगतान शुरू हो जाएगा, इस अक्टूबर को समाप्त करने की प्रक्रिया में।
उन्होंने कहा, “हमने गन्ना किसानों को कुछ पैसे देने का वादा किया था। कैरिबियन डेवलपमेंट बैंक में यूएस $ 1 मिलियन का फॉर्म है, उस फंड को दो में विभाजित किया गया है- यूएस $ 600,000, पहली किश्त है, जिसके बाद यूएस $ 400,000 का फिर से सीडीआर द्वारा सावधानीपूर्वक निरीक्षण किया जाएगा।”
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फिजी: जले हुए गन्ने से चीनी की गुणवत्ता प्रभावित… - 23.10.2020
सुवा, फिजी: फिजी शुगर कॉरपोरेशन (FSC) ने कहा कि, किसान अभी भी गन्ने की फसल को जला रहे हैं, जिससे चीनी के उत्पादन की गुणवत्ता प्रभावित होती है। जले हुए गन्ने का गुणवत्ता पर हानिकारक प्रभाव पड़ता है और पेराई में अतिरिक्त रसायनों की आवश्यकता होती है। ‘एफएससी’ ने कहा कि, गन्ना जलाने से भविष्य की फसलों के लिए मिट्टी की गुणवत्ता को भी नकारात्मक रूप से प्रभावित करता है।
फिजी के चीनी अनुसंधान संस्थान के मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रेमा नायडू का कहना है कि, जली हुई गन्ना मिलिंग प्रक्रिया में भी समस्या पैदा करती है, जिससे मिलिंग लागत और चीनी उत्पादन लागत बढ़ जाता है। एफएससी और चीनी अनुसंधान संस्थान फिजी गन्ना किसानों को गन्ना जलाने से बचने की अपील की हैं।
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इंडोनेशिया के राष्ट्रपति ने किया चीनी मिल का उद्घाटन.. - 23.10.2020
जकार्ता: इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो ने गुरुवार को एक दक्षिणपूर्व सुलावेसी में नये चीनी मिल का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा की, COVID-19 महामारी से उत्पन्न मौजूदा आर्थिक मंदी को देखते हुए नए चीनी मिल में निवेश करने के निर्णय के लिए बहुत अधिक विश्वास की आवश्यकता थी। इस क्षेत्र में निवेश करने और व्यवसाय शुरू करने की बहादुरी के लिए हम निवेशकों का तहेदिल से आभारी है।
चीनी मिल को 2017 में बनाया गया था और अगस्त में परिचालन शुरू हुआ है, और पेराई क्षमता प्रति दिन 12,000 टन है। राष्ट्रपति प्रेस ब्यूरो की ओर से गुरुवार को जारी एक लिखित बयान में कहा गया, हमें इस पहल का सम्मान और सराहना करने की आवश्यकता है। जोकोवी ने कहा कि, वह उम्मीद करते हैं कि, मिल प्रबंधन कोरोनोवायरस संकट के दौरान देश के 15,000 कर्मचारियों को रोजगार के अवसर जारी रहेंगे। उन्होंने कहा कि, घरेलू चीनी उत्पादन के कारण देश के विदेशी मुद्रा को बचाने बनाने में मदद हो सकती है।
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फिजी ने अब तक किया 119,520 टन चीनी उत्पादन - 22.10.2020
फिजी शुगर कारपोरेशन (FSC) के तीन चीनी मिलों ने 1,334,570 टन गन्ने की पेराई की है और इस सप्ताह सोमवार तक 119,520 टन चीनी उत्पादन की है। FSC ने कहा कि एक टन चीनी बनाने के लिए 11.2 टन गन्ना लिया गया।
FSC ने कहा, “केन की शुद्धता मौसम से प्रतिकूल रूप से प्रभावित हुई है।”
कंपनी ने कहा कि 2020 के लिए अंतिम थोक चीनी निर्यात लुटोका और बाद में 24 अक्टूबर, 2020 से लाबासा में शुरू हो जाएगा। 30,000 टन थोक कच्ची चीनी ब्रिटेन को बेची जाएगी।
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फिलीपींस: चीनी उत्पादन में बढ़ोतरी, लेकिन मांग में कोई इजाफा नही… - 22.10.2020 - Vishakha Pandav [ 01.37 ]
फिलीपींस: चीनी उत्पादन में बढ़ोतरी, लेकिन मांग में कोई इजाफा नही… - 22.10.2020
मनिला, फिलीपींस: फिलीपींस में इस साल चीनी उत्पादन की शानदार शुरुआत हुई है। फसल वर्ष 2020-2021 के पहले माह में उत्पादन अधिक हुआ है। चीनी नियामक प्रशासन (एसआरए) के नवीनतम आंकड़ों से पता चलता है कि, 4 अक्टूबर तक कच्ची चीनी का उत्पादन 131.89 प्रतिशत बढ़कर 41,248 मीट्रिक टन हो गया, जो पिछले साल की समान अवधि में 17,788 मीट्रिक टन दर्ज किया गया था। ‘एसआरए’ आंकड़ों से यह भी पता चला है कि, कुल गन्ने की पेराई संदर्भ अवधि के दौरान 250,650 मीट्रिक टन से दोगुनी से अधिक 571,842 मीट्रिक टन हुई है।
कृषि सचिव विलियम डी डार ने कहा की, यह चीनी प्लांटर्स की कड़ी मेहनत और अच्छे मौसम का नतीजा है। उम्मीद है कि, मध्यम ला नीना चीनी की उत्पादकता को प्रभावित नहीं करेगा। ‘एसआरए’ बोर्ड के सदस्य एमिलियो बर्नार्डिनो एल युलो ने कहा कि, शुरुआती उत्पादन में बहुत मजबूत शुरुआत हुई है, जो उत्पादकों और उपभोक्ताओं दोनों के लिए अनुकूल है। यूलो ने कहा की, कोरोना वायरस महामारी के बीच रेस्तरां और एनी पारंपरिक बाजारों से चीनी खपत में गिरावट के चलते कुल बाजार की मांग में कमी है। लेकिन अब स्थिति सामान्य हो रही है, और चीनी की मांग धीरे-धीरे बढ़ रही है।
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पाकिस्तान: कैबिनेट की चीनी माफियाओं की नकेल कसने की तयारी… -21.10.2020
इस्लामाबाद: कैबिनेट ने मंगलवार को मासिक खपत में अचानक वृद्धि के कारण चीनी आयात तुरंत करने का फैसला किया और गन्ना पेराई सत्र में देरी करने वाली चीनी मिलों पर 5 मिलियन रुपये का दैनिक जुर्माना लगाने पर अपनी सहमति दी। गन्ना पेराई सत्र में देरी से “चीनी माफिया” को रोकने के प्रयास में, प्रधान मंत्री इमरान खान की अध्यक्षता में साप्ताहिक कैबिनेट की बैठक में सूचित किया गया था कि, पेराई सत्र अगले 20 दिनों में शुरू किया जाये।
लोकल मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, कैबिनेट को चीनी की औसत मासिक खपत में अचानक वृद्धि के बारे में बताया गया था। बैठक में कमोडिटी की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए चीनी को तुरंत आयात करने का निर्णय लिया गया। 200,000 टन चीनी अगले कुछ दिनों में देश में पहुंच जाएगी। इस बीच, देश में मौजूदा चीनी भंडार, आयात की स्थिति और इसकी कीमत के बारे में विस्तृत जानकारी के बाद, मंत्रिमंडल को बताया गया कि, संघीय जांच एजेंसी (FIA) के महानिदेशक वाजिद जिया की चीनी की रिपोर्ट के बाद जांच की भौतिक सत्यापन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। प्रधान मंत्री इमरान खान ने संबंधित अधिकारियों को अगली कैबिनेट बैठक में गेहूं और चीनी पर विस्तृत रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया।कैबिनेट ने शुरुआत में, देश में कोरोनावायरस बढ़ते मामलों पर चिंता व्यक्त की, हालांकि, महामारी की दूसरी लहर के मद्देनजर बेहद सावधान रहने की जरूरत है।
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यूक्रेन में 5 सितंबर से अब तक हुआ 2,51,000 टन चीनी उत्पादन - 21.10.2020
5 सितंबर, 2020 को सीज़न की शुरुआत के बाद से यूक्रेनी चीनी रिफाइनरियों ने अब तक 2,51,000 टन चीनी का उत्पादन किया है।
यूक्रेन के नेशनल एसोसिएशन ऑफ शुगर प्रोड्यूसर्स की प्रेस सेवा, उक्र त्सुकोर ने 19 अक्टूबर को एक अपडेट में कहा की कुछ 1.92 मिलियन टन चीनी बीट को प्रोसेस किया गया है।
यूक्रेन में कुल 27 चीनी रिफाइनरियां चल रही है, जिनमें 5 सितंबर को लविवि क्षेत्र के राडखिव जिले में चीनी रिफाइनरी ने पहले परिचालन शुरू किया था।
अगस्त 2020 तक विपणन वर्ष में यूक्रेनी चीनी रिफाइनरियों का चीनी उत्पादन पिछले वर्ष की तुलना में 19 प्रतिशत कम होकर 1.48 मिलियन टन रहा।
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फिजी: शुगर रिसर्च इंस्टिट्यूट ने किसानों को गन्ना किस्मों में विविधता लाने की सलाह दी - 21.10.2020 - Vishakha Pandav [ 01.02 ]
फिजी: शुगर रिसर्च इंस्टिट्यूट ने किसानों को गन्ना किस्मों में विविधता लाने की सलाह दी - 21.10.2020
शुगर रिसर्च इंस्टिट्यूट फिजी (SRIF) के कार्यकारी सीईओ, प्रेम नायडू ने किसानों को गन्ना किस्मों के रोपण में विविधता लाने की सलाह दी है। नायडू ने कहा कि गन्ने की किस्मों के विविधीकरण से गन्ने के टन से चीनी अनुपात में उत्पादकता के उपायों में बदलाव होगा।
कार्यकारी के अनुसार, विटी लेवु में किसानों ने Mana किस्म की खेती करना पसंद किया, जो परिपक्वता तक पहुंचने में अधिक समय लेता है। उन्होंने कहा कि Mana एक खराब किस्म नहीं है, लेकिन 92% विट्टी लेवु किसानों ने इस प्रकार के गन्ने उगाये, मिलों को कुछ अपरिपक्व गन्ना प्राप्त हो सकते है।
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चीनी और अन्य वस्तुओं की कीमतों में बढ़ोतरी को लेकर विपक्षी दलों ने पाकिस्तान सरकार पर साधा निशाना - 20.10.2020 - Vishakha Pandav [ 01.21 ]
चीनी और अन्य वस्तुओं की कीमतों में बढ़ोतरी को लेकर विपक्षी दलों ने पाकिस्तान सरकार पर साधा निशाना - 20.10.2020
इस्लामाबाद: पाकिस्तानी नागरिक चीनी के बढ़ते दामों से परेशान है, पहले ही महंगाई की मार ने लोगों की कमर तोड़ दी है। अब पाकिस्तान में चीनी और अन्य वस्तुओं की कीमत बढ़ाने को लेकर विपक्षी दलों ने इमरान खान सरकार से कड़ा ऐतराज जताया है। पाकिस्तान की आम जनता मंहगाई की मार से पहले से ही परेशान है, और अब फिर एक बार चीनी और अन्य वस्तुओं के बढ़ते दाम से जनता और विपक्षी दलों में काफी आक्रोश है।
प्रधानमंत्री इमरान खान के इस्तीफे की मांग करते हुए विपक्षी दल विरोध प्रदर्शन की तैयारीयों में जुटे है। खान सरकार अभी तक की सबसे बड़ी राजनीतिक चुनौती का सामना कर रही है। सरकार द्वारा विपक्षी समूहों और मीडिया पर सख्ती तेज हो गई है।
आपको बता दे, बढ़ते चीनी की कीमतों को रोकने के लिए पाकिस्तान सरकार ने चीनी आयात करने का फैसला लिया था।
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जिम्बाब्वे: चीनी उत्पादन नियंत्रण अधिनियम में संशोधन - 20.10.2020
चीनी मिलों और गन्ना किसानों के बीच लंबे समय से गतिरोध को हल करने के लिए सरकार के कदम के रूप में चीनी उत्पादन नियंत्रण अधिनियम में संशोधन किया जाना तय है।
उत्पादन, मिलिंग और विपणन के बीच किसानों द्वारा आपूर्ति किए गए गन्ने से राजस्व के बंटवारे की समीक्षा की जानी है, उद्योग और वाणिज्य मंत्री, डॉ सेकाई नेजेंज़ा ने नेशनल असेंबली को बताया।
उन्होंने कहा कि संशोधन एक कानूनी ढांचा भी बनाएगा जो 1964 में अधिनियम की स्थापना के बाद से चीनी उद्योग में बदलावों को ध्यान में रखेगा।
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म्यांमार: मांग बढ़ने से चीनी की कीमतों में बढ़ोतरी की संभावना… - 19.10.2020 - Vishakha Pandav [ 01.52 ]
म्यांमार: मांग बढ़ने से चीनी की कीमतों में बढ़ोतरी की संभावना… - 19.10.2020
यंगून: म्यांमार के व्यापारियों ने आने वाले दिनों में चीनी की कीमतों में इजाफा होने की संभावना जताई है। Covid -19 ने आपूर्ति श्रृंखलाओं को बाधित किया था और जिससे दुनिया के कुछ हिस्सों में चीनी की कमी बनी हुई है, जिसमें चीन भी शामिल हैं। व्यापारियों ने कहा की, अब हालात सामान्य होते जा रहें है, और अब चीनी की मांग बढने की संभावना बनी हुई है, जिसका सीधा असर कीमतों पर पड़ेगा। म्यांमार चीन को चीनी निर्यात करता है।
म्यांमार पिछले कई वर्षों से चीनी की अधिशेष की समस्या से संघर्ष कर रहा है। ऐसी स्थिति में अत्यधिक सीमा शुल्क के कारण, इस वर्ष की शुरुआत में चीन को चीनी का निर्यात भी रुक गई थी। जिससें अधिशेष की समस्या बढने का साथ साथ कीमतों पर भी दबाव था। लेकिन अब स्थिति फिर एक बार पटरी पर आती दिखाई दे रही है। म्यांमार वाणिज्य मंत्रालय ने 13 अक्टूबर को चीनी मिलों के साथ बैठक की, गन्ना के लिए एक कीमत निर्धारित करने के निर्देश दिए।
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बांग्लादेश: मुबारकगंज मिल इस सीजन में 10,400 टन चीनी उत्पादन करेगी… - 19.10.2020 - Vishakha Pandav [ 01.44 ]
बांग्लादेश: मुबारकगंज मिल इस सीजन में 10,400 टन चीनी उत्पादन करेगी… - 19.10.2020
ढाका: सरकारी मुबारकगंज शुगर मिल लिमिटेड (एमएसएम) मिल चालू पेराई सत्र में 1.6 लाख टन गन्ने से 10,400 टन चीनी का उत्पादन करने का अनुमान लगाया गया है। चीनी की रिकवरी दर 6.50 फीसदी तय की गई है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मिल ने पिछले पेराई सत्र में 138,800 टन गन्ने से कुल 7,069 टन चीनी का उत्पादन किया था। मिल अभी Tk 554.06 करोड़ के घाटे के साथ चल रही हैं। सेवानिवृत्त अधिकारियों और कर्मचारियों को ग्रेच्युटी और अन्य लाभों का भुगतान नहीं हुआ हैं, जिसके लिए Tk 22.51 करोड़ राशि आवश्यक हैं।
50 साल पहले स्थापित मिल में जीर्ण-शीर्ण मशीनरी और उपकरणों के साथ चीनी का उत्पादन किया जा रहा है। समय पर मरम्मत न करने के साथ-साथ पुरानी किस्म के गन्ने से चीनी की कम रिकवरी मुख्य रूप से मिल के निरंतर नुकसान के लिए उत्तरदायी है। पिछले पांच दशकों में कोई नई मशीन या उपकरण नहीं खरीदे गए है और पुरानी मशीनरी के इस्तेमाल से चीनी का उत्पादन किया जा रहा है। जिससे मिल घाटे में डूब गई है। इसके अलावा, गन्ना अनुसंधान विभाग भी लगभग 50 साल पहले देश की आजादी के बाद से किसी भी उच्च उपज और गन्ने की उन्नत किस्म का आविष्कार नहीं कर सका है।
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जाम्बिया ने साउथ अफ्रीका से तस्करी की गई 3,360 चीनी बोरियों को जब्त किया… - 17.10.2020 - Vishakha Pandav [ 01.09 ]
जाम्बिया ने साउथ अफ्रीका से तस्करी की गई 3,360 चीनी बोरियों को जब्त किया… - 17.10.2020
लुसाका : जाम्बिया राजस्व प्राधिकरण (ZRA) ने साउथ अफ्रीका से स्मगलिंग की गई 3,360 चीनी बोरियों को जब्त किया, जो कि कांगो में ले जाने के बहाने ज़ाम्बिया में उतारी गई थी। दक्षिण अफ्रीका के चिंगोला में पूर्व यूनाइटेड मिलिंग कंपनी में K1.4 मिलियन मूल्य वाले चीनी बैग्स को जब्त कर दिया गया।
जाम्बिया राजस्व प्राधिकरण कमिश्नर जनरल किंग्सले चंदा ने मीडियाकर्मियों से कहा कि, उनके कार्यालय को खुफिया रिपोर्ट मिली थी कि चिंगोला में पाँच दक्षिण अफ्रीकी ट्रकों द्वारा चीनी की खेप उतारी गई थी। उन्होंने कहा कि, जब तक सूचना उनके कार्यालय में पहुंची, तब तक चीनी पहुंचाने वाले पांच ट्रक जाम्बिया से दक्षिण अफ्रीका के लिए रवाना हो चुके थे। चंदा ने कहा कि, सभी उक्त ट्रकों को ड्राइवरों सहित रडार पर रखा गया है और उन्हें जाम्बिया में फिर से प्रवेश करने से रोक दिया जाएगा।
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ट्यूनीशिया के चीनी आयात में 32.1 प्रतिशत की गिरावट - 17.10.2020
ट्यूनीस: नेशनल ऑब्जर्वेटरी ऑफ एग्रीकल्चर (ONAGRI) के आंकड़ों के मुताबिक, सितंबर 2020 के अंत तक खाद्य व्यापार संतुलन में 546.4 मिलियन दीनार (MD) की कमी दर्ज की गई, जबकि पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान 1,114.5 मिलियन दीनार दर्ज किया गया था।
सबसे खास बात यह है की, चीनी आयत में भारी गिरावट हुई है। पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना मेंचीनी आयात मात्रा 32.1% कम हो गई, जबकि दरों में 2.1% वृद्धि हुई है। वनस्पति तेलों के आयात का मूल्य 15.2% गिरकर 335.9 मिलियन दीनार हो गया, लेकिन औसतन, वनस्पति तेलों के आयात में 4.7% की वृद्धि दर्ज की गई।
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मकई के कारण ब्राजील में इथेनॉल उत्पादन में बढ़ोतरी - 17.10.2020
ब्रासीलिया: ब्राजील मकई इथेनॉल यूनियन (UNEM) ने 2020-21 सीजन में देश में लगभग 2.5 बिलियन लीटर मकई-आधारित इथेनॉल का उत्पादन करने का अनुमान लगाया है। अमेरिकी कृषि विभाग (यूएसडीए) के वैश्विक कृषि सूचना नेटवर्क (जीएआईएन) की रिपोर्ट के अनुसार, ब्राजील का इथेनॉल उद्योग, मकई उत्पादन और निवेश में वृद्धि के कारण तरक्की कर रहा है। वर्तमान में, ब्राजील में 16 मकई इथेनॉल संयंत्र हैं और जिसमे से चार संयंत्र केवल मकई से इथेनॉल उत्पादन करते है, जबकि बाकी संयंत्र गन्ना और मकई दोनों से इथेनॉल का उत्पादन करने में सक्षम हैं।
यूएसडीए के अनुसार, ब्राजील में भरपूर मात्रा में और आम तौर पर सस्ते मकई की आपूर्ति के कारण, कम से कम सात अन्य मकई-आधारित इथेनॉल संयंत्र अगले दो वर्षों में शुरू होने की उम्मीद है।
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पेराई सत्र 2020-21 के लिए पाकिस्तान ने तय किया गन्ने का मूल्य - 17.10.2020 - Vishakha Pandav [ 01.05 ]
पेराई सत्र 2020-21 के लिए पाकिस्तान ने तय किया गन्ने का मूल्य - 17.10.2020
पाकिस्तान: वाणिज्य और निवेश पर प्रधान मंत्री के सलाहकार, अब्दुल रजाक दाऊद ने शुक्रवार को कहा कि सरकार ने 2020-21 के पेराई सत्र के लिए गन्ने का मूल्य 200 रुपये प्रति 40 किलोग्राम तय किया है।
सीनेटर मिर्जा मुहम्मद अफरीदी की अध्यक्षता में वाणिज्य पर सीनेट की स्थायी समिति की बैठक में अपने विचार व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार ने चीनी मिलों को पेराई के संबंध में एक कानून को पहले ही मंजूरी दे दी है, यह कहते हुए कि मिलों को संबंधित केन आयुक्त से नोटिस मिलने के बाद पेराई शुरू करनी होगी।
उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि चीनी मिलों पर जुर्माना लगाया जाएगा जो सरकार की नीति के अनुसार पेराई शुरू नहीं करते हैं।
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फिजी के प्रधानमंत्री ने कहा, सरकारी राजस्व में गिरावट के बावजूद, गन्ना किसानों को हमारा पूरा समर्थन - 16.10.2020 - Vishakha Pandav [ 00.56 ]
फिजी के प्रधानमंत्री ने कहा, सरकारी राजस्व में गिरावट के बावजूद, गन्ना किसानों को हमारा पूरा समर्थन - 16.10.2020
सुवा: फिजी के प्रधानमंत्री वोरके बैनीमारामा ने गन्ना किसानों को आश्वस्त किया की, सरकार के राजस्व में गिरावट के बावजूद, गन्ना किसानों को उनका पूरा समर्थन रहेगा। टूनालिया, नाडी में ‘ग्रोवेर्स फील्ड डे’ के दौरान बोलते हुए, बैनीमारमा ने कहा कि, वह हमेशा गन्ना किसानों के साथ खड़े रहेंगे। किसानों को 85 डॉलर प्रति टन की गारंटीड कीमत का भुगतान किया जाएगा।
बैनीमारामा ने कहा कि, उन्होनें उर्वरक को सब्सिडी, गन्ने की सड़कों को मरम्मत, गन्ने की ढुलाई लागत को कम करने पर जोर दिया है और मशीनीकरण में भी निवेश कर रहे हैं। उनका कहना है कि, गन्ना किसानों को लगभग 50 मिलियन डॉलर की प्रत्यक्ष सरकारी सहायता पहले ही दी जा चुकी है और आगे भो मदद जारी रहेगी।
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बांग्लादेश: बारिसाल जिले में गन्ना खेती काफी लोकप्रिय… - 16.10.2020
बारिसाल: कृषि विस्तार विभाग (Department of Agricultural Extension / डीएई) के अधिकारियों के अनुसार बारिसाल क्षेत्र में अनुकूल परिस्थितियों के कारण गन्ने की खेती तेजी से लोकप्रिय हो रही है। अनुकूल परिस्थितियों और पौधों की उचित देखभाल के कारण, क्षेत्र के किसान गन्ने के उत्पादन से अधिक लाभ प्राप्त कर रहे हैं। 2020-21 में, डीएई डेटा के अनुसार, इस उत्पादन से कम से कम 50,000 परिवार सीधे लाभान्वित होने के साथ, पूरे क्षेत्र में 2,288 हेक्टेयर भूमि से लगभग 105,900 टन गन्ने की कटाई की जाएगी। पिछले साल, छह जिलों में 2,266 हेक्टेयर भूमि पर फसल की खेती की गई थी, जिसमें 104,410 टन गन्ने का उत्पादन हुआ था।
किसान मोहम्मद मिराज ने कहा कि उन्होंने पांच साल पहले गन्ने की खेती शुरू की थी और इस साल उन्होंने 15 एकड़ जमीन पर प्लांट लगाने के लिए लगभग 1.2 लाख खर्च किए। ‘डीएई’ के बैरीशाल विंग के उप निदेशक, एमडी आफताबुद्दीन अहमद ने कहा, अनुकूल परिस्थितियों के कारण, गन्ने का उत्पादन बढ़ रहा है और क्षेत्र के किसान अधिक लाभ अर्जित कर रहे हैं।
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ब्राजील: FS Bioenergia 2021 में इथेनॉल उत्पादन क्षमता का विस्तार करेगा - 16.10.2020 - Vishakha Pandav [ 00.51 ]
ब्राजील: FS Bioenergia 2021 में इथेनॉल उत्पादन क्षमता का विस्तार करेगा - 16.10.2020
इथेनॉल निर्माता FS Bioenergia 2021 में ब्राजील के माटो ग्रोसो राज्य में अपनी उत्पादन क्षमता का विस्तार कर रहा है। मिल में विस्तार होने के बाद प्रति वर्ष 810 मिलियन लीटर मकई इथेनॉल का उत्पादन करने की क्षमता होगी।
FS Bioenergia 2017 से ल्यूकस रियो रिओड में मकई इथेनॉल उत्पादन संयंत्र चला रहे है, जिसमें 530 मिलियन लीटर इथेनॉल का उत्पादन करने की क्षमता है।
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फिलीपींस में प्रवासी गन्ना श्रमिकों में पाए जा रहे है कोरोना के मामले - 15.10.2020 - Vishakha Pandav [ 01.21 ]
फिलीपींस में प्रवासी गन्ना श्रमिकों में पाए जा रहे है कोरोना के मामले - 15.10.2020
बाकोलॉड/नेग्रोस: एंटिक के चार प्रवासी श्रमिक कोरोना पॉजिटिव पायें गयें है। यह श्रमिक हाल ही में गन्ने के खेतों में काम करने के लिए नेग्रोस ऑक्यूडेंटल पहुंचे हैं। डॉ ज़ेफर्ड सीलियन ने कहा कि, यह चार कोरोना पॉजिटिव 9 अक्टूबर को आए 300 मजदूरों के पहले बैच का हिस्सा हैं।
सीलियन ने कहा कि, चारों को सिलय सिटी में ले जाया गया है, ताकि उनकी निगरानी की जा सके, जबकि बैच शेष श्रमिकों को जिन्हे नेगेटिव पाया गया था, उन्हें कबांकलन सिटी में काम करने के लिए मंजूरी दे दी गई है।
उन्होंने कहा कि, बाकोलॉड सिटी में श्रमिकों के और एक बैच का स्वाब टेस्ट हो चुका है और अब वे अपने नतीजों का इंतजार कर रहे हैं। दूसरा बैच, जिसमें 110 श्रमिक शामिल थे, वह बिनलाबागन, इसाबेला, ला कैस्टेलाना और ला कार्लोटा शहर में स्थित गन्ना खेतों में काम शुरू करने की उम्मीद है। पेराई सत्र के शुरू होने के साथ-साथ एंटिक से कुल 5,000 श्रमिक के नेग्रोस ऑक्यूडेंटल में पहुंचने की उम्मीद है।
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पाकिस्तान: इमरान सरकार के कार्यकाल में चीनी के कीमतों में भारी इजाफा - 15.10.2020 - Vishakha Pandav [ 01.14 ]
पाकिस्तान: इमरान सरकार के कार्यकाल में चीनी के कीमतों में भारी इजाफा - 15.10.2020
जब से पाकिस्तान में नयी सरकार आई है, वहा महंगाई की दरों में भरी वृद्धि हुई है। देश में चीनी के कीमतों में भी जबरदस्त उछाल आई है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, प्रधान मंत्री इमरान खान और कैबिनेट सदस्यों को 6 अक्टूबर को आयोजित एक बैठक में कहा गया था कि वर्तमान सरकार, जो अगस्त 2018 में सत्ता में आई, के तहत चीनी की कीमतों में 73 प्रतिशत की वृद्धि हुई। अगस्त 2018 में चीनी की कीमत 55.84 रूपये प्रति किलोग्राम थी और सितंबर 2020 के अंत तक यह बढ़कर 96.62 रूपये प्रति किलोग्राम हो गई। जिसकी मार देश के नागरिकों पर पडी है।
योजना, विकास और विशेष पहल मंत्री असद उमर ने संवेदनशील मूल्य संकेतक (एसपीआई) द्वारा मापी गई उच्च मुद्रास्फीति दर पर कैबिनेट सदस्यों का ध्यान आकर्षित किया, विशेष रूप से खाद्य पदार्थों की कीमतों के।
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नाइजीरिया में चीनी आयात तीसरे नंबर पर… - 15.10.2020
अबुजा: नाइजीरिया में पिछलें माह की तुलना में अक्टूबर में चीनी आयात में बढ़ोतरी हुई, और आयातित वस्तुओं के लिस्ट में गेहूं और पेट्रोलियम उत्पादों के बाद तीसरे पायदान पर है। आकड़ों से पता चलता है कि, सितम्बर में 147,250 मीट्रिक टन थोक चीनी आयात दर्ज की गई थी, जबकि अक्टूबर में 92,500 मीट्रिक टन आयात दर्ज की गई है। यानि की पिछले 45 दिनों के भीतर 239, 750 मीट्रिक टन आयात के साथ चार्ट पर चीनी ने तीसरा स्थान हासिल किया है।
सितंबर के महीने में 204,751 मिलियन टन की तुलना में इस महीने कुल 316,470 मीट्रिक टन के साथ गेहूं आयात चार्ट में शीर्ष पर है। दूसरी तरफ नाइजीरियाई पोर्ट्स अथॉरिटी के शिपिंग दस्तावेज़ से आयात जानकारी से पता चला है कि, इस महीने के लिए कुल 167,117 मीट्रिक टन पेट्रोलियम उत्पादों आयात किया जा रहा है, जिसमें सितंबर के 1,25,501 मीट्रिक टन के रिकॉर्ड में वृद्धि हुई है।
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केन्या: क्रॉसली होल्डिंग्स लिमिटेड द्वारा अधिग्रहित 10,000 एकड़ भूमि को सरकार वापस लेगी…. - 15.10.2020 - Vishakha Pandav [ 01.38 ]
केन्या: क्रॉसली होल्डिंग्स लिमिटेड द्वारा अधिग्रहित 10,000 एकड़ भूमि को सरकार वापस लेगी…. - 15.10.2020
नैरोबी: कृषि संबंधी संसदीय समिति के समक्ष पेश होते हुए, कृषि प्रधान सचिव हमादी बोगा ने सांसदों को बताया कि, भूमि मंत्रालय ने पहले ही कृषि मंत्रालय को क्रॉसली होल्डिंग्स लिमिटेड द्वारा अधिग्रहित जमीन को तुरंत वापस लेने का निर्देश दिया है। उनका कहना है कि, क्रॉसली होल्डिंग्स लिमिटेड को जारी भूमि अधिग्रहण को रद्द करने और मिवानी चीनी मिल को जमीन का हस्तांतरण किया जायेगा। कृषि मंत्रालय मिवानी चीनी मिल से क्रॉसली होल्डिंग्स लिमिटेड द्वारा अधिग्रहित 10,000 एकड़ भूमि को फिर से अधिग्रहित करने के लिए तैयार है।
30 सितंबर को आयोजित लैंड प्रिंसिपल फ्रांसिस मुरगुरी, कृषि कानूनी टीम और मिवानी शुगर ज्वाइंट रिसीवर मैनेजर फ्रांसिस ओको के बीच एक बैठक हुई थी।बैठक में क्रॉसली होल्डिंग्स लिमिटेड द्वारा कब्जाई हुई मिवानी चीनी कंपनी की जमीन का अधिग्रहण करने का संकल्प लिया। पिछले सप्ताह संसद सदन के मामला उठाने के बाद संसदीय समिति के समक्ष उपस्थित हुए गॉडफ्रे ओसोटी के मनोनीत सदस्य ने कहा कि, मिवानी मिल की जमीन अवैध रूप से बेची गई थी।केन्या गन्ना उत्पादक संघ (केसागा) के महासचिव रिचर्ड ओगेंडो ने क्रॉसली होल्डिंग्स लिमिटेड पर धोखा देने का का आरोप लगाया।
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पाकिस्तान गन्ना सब्सिडी घोटाला: चार संदिग्धों को अपराधी घोषित करने की प्रक्रिया शुरू… - 14.10.2020 - Vishakha Pandav [ 02.09 ]
पाकिस्तान गन्ना सब्सिडी घोटाला: चार संदिग्धों को अपराधी घोषित करने की प्रक्रिया शुरू… - 14.10.2020
इस्लामाबाद, पाकिस्तान: गन्ना किसानों के सरकारी सब्सिडी में हेराफेरी के मामले में फर्जी बैंक खातों के मामले की सुनवाई कर रही जवाबदेही अदालत ने मंगलवार को चार आरोपियों को अपराधी (पीओ) घोषित करने की प्रक्रिया शुरू की। जवाबदेही अदालत के न्यायाधीश अशगर अली ने मामले की सुनवाई करते हुए, अली कमल मजीद, निम्र मजीद, मनाहिल मजीद और साइमा मजीद सहित चार अभियुक्तों को बार-बार समन जारी करने के बावजूद मामले में मुकदमे में शामिल न होने के कारण अपराधी घोषित करने की प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दिए। सुनवाई की शुरुआत में, राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) के जांच अधिकारी (आईओ) ने अदालत को सूचित किया कि, अदालत द्वारा जारी किए गए चार आरोपियों को वारंटों को लागू नहीं किया गया, क्योंकि वे अपने निवास पर नहीं पाए गऐ। जांच से पता चला कि ओमनी समूह की आठ चीनी मिलों को दी गई 728.18 करोड़ रुपये की सब्सिडी में से 346 करोड़ रुपये की कथित रूप से हेराफेरी की गई थी।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अदालत ने आदेश दिया कि, आरोपी व्यक्तियों को 12 नवंबर को अदालत में पेश होने का अंतिम मौका दिया गया था, ताकि उनके खिलाफ आरोपों का बचाव किया जा सके, लेकिन उन्होंने यह मौका गवाया है। आरोपी अब्दुल गनी मजीद और ख्वाजा मुस्तफा जुल्कारनैन अदालत में पेश हुए, लेकिन उसके पहले राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो ने इस संदर्भ में 40 आरोपियों को नामजद किया है। प्रांतीय गन्ना आयुक्त के माध्यम से सिंध सरकार ने विभिन्न चीनी मिलों को गन्ना किसानों को 2014-2015 के लिए गन्ने की आपूर्ति के लिए सब्सिडी के रूप में 3.9 बिलियन का भुगतान किया था। अनवर मजीद के ओमनी समूह के स्वामित्व वाली आठ चीनी मिलों, और उनके चार बेटों, अब्दुल गनी मजीद, निम्र मजीद, मुस्तफा जुल्कारनैन मजीद और अली कमल मजीद के खिलाफ जांच की गई थी।
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फ्रांस ने चुकंदर उत्पादन अनुमान को किया कम - 14.10.2020
पेरिस : प्रतिकूल मौसम के कारन फ्रांस का कृषि उद्योग काफी प्रभावित हुआ है। जिसके चलते फ्रांस के कृषि मंत्रालय ने मंगलवार को पूरे सीजन में प्रतिकूल मौसम के बाद इस साल अनाज, तिलहन और चुकंदर फसलों के लगभग सभी अनुमानों को कम कर दिया।
एक मासिक फसल रिपोर्ट में, मंत्रालय ने 2020 के मक्का फसल के लिए पिछले महीने 14.1 मिलियन के अनुमान को घटाकर 13.5 मिलियन टन कर दिया है।मंत्रालय ने पिछले महीने चुकंदर की फसल का अनुमान 32.2 मिलियन लगाया था, बल्कि अब इसे भी घटाकर 30.5 मिलियन टन कर दिया। नया अनुमान पिछले साल की फसल से 20% कम है।मंत्रालय ने अनाज और तिलहन के लिए अपने अन्य सभी पूर्वानुमानों में भी कटौती की।
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श्रीलंका ने चीनी आयात पर टैक्स हटाया - 14.10.2020
श्रीलंका सरकार ने चीनी और आवश्यक वस्तुओं जैसे दाल, प्याज पर आयात टेक्स को हटा दिया है।
राष्ट्रपति के मीडिया प्रभाग ने कहा कि कोरोना वायरस के प्रसार के कारण कठिनाइयों की वर्तमान लागत पर विचार करने के बाद निर्णय लिया गया है। आयात शुल्क हटाए जाने से देश में चीनी की कीमतों में कमी आएगी।
आपको बता दे कुछ महीने पहले, श्रीलंका के वित्त मंत्रालय ने देश में विदेशी मुद्रा संकट को देखते हुए चावल, आटा, चीनी, शराब, और परिधान उत्पादों जैसी वस्तुओं पर आयात प्रतिबंध लगा दिया था। श्रीलंका को अपने घरेलु उपयोग को पूरा करने के लिए आयत पर निर्भर रहना पडता है।
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फिजी में 1.274 मिलियन टन गन्ने की पेराई - 13.10.2020
सुवा: फ़िजी शुगर कॉर्पोरेशन ने बताया कि, पिछले सप्ताह के दौरान लगातार भारी बारिश के बावजूद तीन चीनी मिलों ने इस साल अब तक 1.274 मिलियन टन गन्ने की पेराई की है। 2019 के लिए इसी अवधि की तुलना में इस साल मिलों ने 6 प्रतिशत अधिक पेराई की है। 2019 में इसी अवधि के 1,10,029 टन की तुलना में इस वर्ष अब तक 1,14,138 टन चीनी का उत्पादन किया गया है। इस बात पर भी प्रकाश डाला गया है कि, लगातार बारिश से गन्ने की आपूर्ति में कमी के कारण लाबासा चीनी मिल में परिचालन पिछले सप्ताह प्रभावित हुआ। पिछले सप्ताह मिल ने केवल 16,908 टन गन्ने की पेराई की और 1,365 टन चीनी का उत्पादन किया।’
एफएससी’ का कहना है कि, गन्ना पेराई के लिए इस सीजन में पिछला सप्ताह काफी खराब रहा है, जिसके परिणामस्वरूप लाबासा में पेराई खत्म होने में देरी हो सकती है।
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केन्या: चीनी मिलें लीज पर देने पर कोर्ट ने लगाई रोक… - 12.10.2020
नैरोबी: उच्च न्यायालय ने राज्य के स्वामित्व वाली चीनी मिलों को लीज पर देने की सरकार की योजना को अस्थायी रूप से रोक दिया है। न्यायमूर्ति एस एम गितिनजी ने नंदी काउंटी के गन्ना किसानों के एक समूह द्वारा दायर याचिका की सुनवाई के चलते प्रक्रिया को अस्थायी रूप से रोक दिया। नंदी काउंटी के पांच किसानों और 45 अन्य लोगों द्वारा मामला कोर्ट दायर किया गया था, जो चीनी मिलों के संभाव्य निजीकरण का विरोध कर रहे हैं। सरकार 25 वर्षों के लिए मुहोरोनी, चेमेलिल, नोजिया, मिवानी और सोनी चीनी मिल को लीज पर देना चाहती है। याचिकाकर्ता डेविड कित्तूर, डेविड सूम, एडवर्ड बार्नगुटी, चार्ल्स तनुई और जेपिरचिर किबोर ने कृषि सीएस पीटर मुन्या, कृषि और खाद्य प्राधिकरण के महानिदेशक और अटॉर्नी जनरल पॉल किहारा पर मुकदमा दायर किया।अगली सुनवाई 10 नवंबर, 2020 को निर्धारित की गई है।
सोनी मिल लीज पर देने को भी कड़ा विरोध…
आर्थिक संकटों से परेशान सोनी चीनी कंपनी को लीज पर देने का किसानों ने कड़ा विरोध किया है, किसानों ने सरकार पर मिल को लीज पर देने से पहले अपना बकाया भुगतान करने का दबाव बनाया है। सोनी चीनी मिल, उन पांच सरकारी मिलों में से एक है जो सरकार द्वारा लीज पर देने के प्रक्रीया में शामिल हैं।
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नेपाल: चीनी मिल बंद होने के बाद किसानों को गन्ना भुगतान की चिंता - 12.10.2020 - Vishakha Pandav [ 01.46 ]
नेपाल: चीनी मिल बंद होने के बाद किसानों को गन्ना भुगतान की चिंता - 12.10.2020
कठमांडू: गन्ना किसानों ने बंद पड़ी श्री राम चीनी मिल द्वारा अपने बकाया भुगतान के लिए सरकार से हस्तक्षेप करने की मांग की है। मिल 26 जुलाई से बंद है, जिससे गन्ना किसानों की परेशानियां बढ़ गई है। किसानों के अनुसार, अकेले रौतहट जिले के गन्ना किसानों का 410 मिलियन रुपये बकाया है। रौतहट के गरुडा में संचालित सबसे बड़े चीनी निर्माताओं में से एक, श्री राम चीनी मिल ने लगभग ढाई महीने पहले अपनी दिवालियेपन की घोषणा की। पिछले कुछ वर्षों में भारी वित्तीय घाटे का दावा करते हुए कंपनी के प्रबंधन ने मिल को स्थायी रूप से बंद करने की घोषणा की।
संसदीय उद्योग, वाणिज्य, श्रम और उपभोक्ता कल्याण समिति को एक ज्ञापन सौंपकर किसानों के एक समूह ने सरकार से बकाया मुद्दा सुलझाने के लिए पहल करने की मांग की। चीनी मिल ने 2014-15 से किसानों को उनकी उपज का भुगतान नहीं करने की सूचना दी है। किसानों के अलावा, मिल प्रबंधन द्वारा अपने कर्मचारियों का 40 मिलियन रुपये बकाया है। किसानों के अनुसार, मिल मालिक किसानों और उनके कर्मचारियों को बता रहा है कि, मिल की अचल संपत्तियों को बेचने के बाद ही उनके सभी बकाए का भुगतान किया जायेगा। रौतहट जिले में लगभग 18,000 गन्ना किसान हैं। किसानों ने सरकार से चीनी मिल के पुनरुद्धार करने की मांग भी की ।
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मिस्र चीनी उद्योग में आत्मनिर्भर बनने की कगार पर - 12.10.2020
अली अल-मोशेली, आपूर्ति और आंतरिक व्यापार मंत्री ने पुष्टि की कि मिस्र चीनी उद्योग में 75 प्रतिशत आत्मनिर्भरता तक पहुंच गया है, जो देश में सबसे महत्वपूर्ण रणनीतिक वस्तुओं में से एक है।
रविवार को जारी एक बयान में, अल-मोशेली ने कहा कि मिस्र आने वाले समय में नए कारखानों के पूरा होने और मौजूदा के विकसित होने के बाद चीनी में आत्मनिर्भरता हासिल करेगा।
मंत्री ने जोर देकर कहा कि चीनी कंपनी को विकसित करने का उद्देश्य मिस्र को स्थानीय, क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता के मानचित्र पर रखना है। उन्होंने यह भी कहा की चीनी उद्योग में कोई भी कर्मचारी बेरोज़गार नहीं होगा और नवीनतम अंतरराष्ट्रीय अनुभवों के अनुसार उन्हें प्रशिक्षित किया जाएगा।
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पीलीभीत में पराली जलाने के आरोप में छह किसान गिरफ्तार… - 10.10.2020
पीलीभीत: तीन अलग-अलग थाना क्षेत्रों के अंतर्गत आने वाले छह किसानों को उनके संबंधित क्षेत्रों के लखपालों की शिकायत पर गुरुवार की रात गन्ने और धान की पराली को जलाने के लिए गिरफ्तार किया गया।
टाइम्स ऑफ इंडिया में प्रकाशित खबर के मुताबिक, SHO बिरजा राम ने कहा की, अनमोल, श्रीनिवास और रमेश यह तीन किसान बेलसंडा पुलिस थाने के अंतर्गत ग्राम तिलसड़ा में उनके खेतों में सूखे गन्ने के पत्तों को जलाने के लिए गिरफ्तार किए गए। पूरनपुर सर्कल के तहसीलदार विजय कुमार त्रिवेदी ने कहा कि, पूरन कोतवाली के अंतर्गत सेरामऊ (उत्तर) पुलिस स्टेशन के पजवा गांव के ओम प्रकाश, रमेश कुमार और पचपेड़ा प्रह्लादपुर गांव के अमरीक सिंह को पाबंदी के बावजूद धान की सिल्ली जलाने के लिए गिरफ्तार किया गया।
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जिम्बाब्वे: टोंगाट हुलेट को 99 साल की लीज पर देने की योजना - 10.10.2020
हरारे: जिम्बाब्वे सरकार चीनी उद्योग के विस्तार के लिए लोवल्ड शुगर प्रोड्यूसर टोंगाट हुलेट को 99 साल की लीज पर देने की योजना बना रही है, ताकि देश में निवेश की गारंटी हो सके। यह कदम निवेश को बढ़ावा देने के लिए चल रहे अभियान के तहत राष्ट्रपति म्नांगगवा के प्रशासन के विश्वास निर्माण उपायों के अनुरूप और ऊपरी मध्यम आय अर्थव्यवस्था प्राप्त करने के ‘विजन 2030’ के अनुरूप अर्थव्यवस्था को विकसित करने के लिए है। ज़िम्बाब्वे सालाना औसतन 4,55,000 टन चीनी का उत्पादन करता है। स्थानीय स्तर पर 3,00,000 टन की खपत होती है, जबकि शेष निर्यात किया जाता है, जिससे देश को विदेशी मुद्रा मिलती है। चीनी के अलावा, टोंगाट इथेनॉल और गुड़ का उत्पादन करता है।
टोंगाट को जिम्बाब्वे के सबसे बड़े निजी नियोक्ता के रूप में जाना जाता है, जिसमें 20,000 से अधिक स्थायी और अनुबंध कर्मचारी काम करते हैं। टोंगाट फर्म के पास हिप्पो वैली और चिरडज़ी में गन्ने के खेत हैं, जो लगभग 25 000 हेक्टेयर है। देश के कानूनों के अनुसार, सभी भूमि राज्य के अंतर्गत आती है और सरकार भूमि पर निवेश को बढ़ावा देने और उत्पादकता बढ़ाने के प्रयासों के तहत कंपनी को कार्यकाल के सुरक्षा की गारंटी के लिए 99 वर्षीय लीज जारी करने की प्रक्रिया में है। टोंगाट ने सरकार से अपील की है कि वह लोवेल्ड और अन्य परती इलाकों में अपने गन्ने की जमीन के लिए भी सुरक्षा की गारंटी दे।
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फिलीपींस: गन्ना कटाई के लिए प्रवासी मजदूरों का आगमन शुरू - 10.10.2020
बाकोलॉड सिटी, फिलीपींस: पिछले महीने पेराई सीजन शुरू होने के बाद, एंटीक के लगभग 300 प्रवासी गन्ना मजदूर गन्ना कटाई के लिए शुक्रवार को नेग्रोस ऑक्यूडेंटल पहुंचे। प्रांतीय सरकार ने कहा, उन सभी श्रमिकों को अलग-अलग किया जायेगा और काम करने की अनुमति देने से वे सभी पहले सख्त स्वास्थ्य प्रोटोकॉल से गुजरेंगे। एंटीक के कम से कम 5,000 गन्ना कटाई मजदूर देश के शीर्ष चीनी उत्पादक प्रांत, नेग्रोस ऑक्यूडेंटल में गन्ने के खेतों में काम कर रहे हैं।
अगस्त में, गवर्नर यूजेनियो जोस लैक्सन ने सभी प्लांटर्स एसोसिएशन को दिशानिर्देश जारी किए थे, जिसमें उन्हें आने वाले गन्ना फसल वर्ष के लिए आवश्यक प्रवासी श्रमिकों की सूची प्रस्तुत करने का अनुरोध किया गया था। उन्होंने कहा था कि, फिलिपिन हेल्थ इंश्योरेंस कॉरपोरेशन (फिलहेल्थ) श्रमिकों के पंजीकरण, असाइनमेंट की जगह, और नेग्रोस ऑक्सिडेंटल के लिए परिवहन की तारीख आदि जानकारी शामिल करें। कोरोनो वायरस महामारी के चलते आने वाले सभी श्रमिकों को एक रिवर्स ट्रांसक्रिप्शन – पोलीमरेज़ चेन रिएक्शन (आरटी-पीसीआर) परीक्षण से गुजरना आवश्यक होगा।
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ब्राजील: सितंबर में इथेनॉल निर्यात में बढ़ोतरी - 09.10.2020
ब्राजील ने सितंबर में 294.41 मिलियन लीटर इथेनॉल का निर्यात किया, जो 2019 में इसी महीने के मुकाबले 35.7 प्रतिशत अधिक है और अगस्त 2020 के मुकाबले से 10.2 प्रतिशत कम रहा।
7 अक्टूबर को विदेश मंत्रालय के अर्थव्यवस्था सचिवालय द्वारा डेटा जारी किया गया। सितंबर में निर्यात किए गए इथेनॉल की औसत कीमत एक साल पहले की तुलना में 18.3 प्रतिशत कम थी।
इस वर्ष के पहले नौ महीनों में, ब्राजील ने 1.73 बिलियन लीटर इथेनॉल का निर्यात किया।
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कंज्यूमर एसोसिएशन ऑफ बांग्लादेश ने कहा की TCB के माध्यम से बेचें घरेलू चीनी - 09.10.2020 - Vishakha Pandav [ 01.33 ]
कंज्यूमर एसोसिएशन ऑफ बांग्लादेश ने कहा की TCB के माध्यम से बेचें घरेलू चीनी - 09.10.2020
ढाका: कंज्यूमर एसोसिएशन ऑफ बांग्लादेश (CAB) ने सरकार से स्थानीय चीनी मिलों में उत्पादित चीनी को बांग्लादेश के राज्य के स्वामित्व वाली ट्रेडिंग कॉर्पोरेशन (TCB) के माध्यम से बेचने का आग्रह किया। CAB के केंद्रीय समिति के उपाध्यक्ष एसएम नाज़र हुसैन, चटगांव मंडल सचिव काजी इकबाल बहार और चटगांव शहर के अध्यक्ष जेसमीन सुल्ताना पारू द्वारा संयुक्त रूप से एक मीडिया विज्ञप्ति जारी करने के बाद उपभोक्ता अधिकार संगठन के चटगांव इकाई ने गुरुवार को इस बात का अनुरोध किया। आयातित चीनी और प्याज खुले बाजार में राज्य के स्वामित्व वाली टीसीबी के माध्यम से बेचे जाते हैं। इसलिए यह दोनों आयातित वस्तुओं पर दबाव डालता है। प्याज के थोक व्यापारी और कमीशन एजेंट स्थानीय स्तर पर उगाए गए प्याज को बेचना नहीं चाहते हैं क्योंकि वे कीमतों में हेरफेर नहीं कर सकते हैं।
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, आयातित चीनी की बिक्री बढने से स्थानीय चीनी मिलों में उत्पादित चीनी की बिक्री ठप हुई है, जिससे मिलों के श्रमिकों को उनका वेतन मिलना भी मुश्किल हुआ है। चीनी मिलें गन्ना किसानों का भुगतान करने में भी विफल हो रही हैं। चीनी के आयात के कारण बड़ी मात्रा में विदेशी मुद्रा खर्च हो जाती है।
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कजाकिस्तान सरकार द्वारा चीनी उद्योग को बढ़ावा देने पर जोर… - 08.10.2020
नूर सुलतान : कजाकिस्तान ने अगले पांच वर्षों में पांच ट्रिलियन tenge (यूएस $ 11.6 बिलियन) मूल्य के 380 निवेश प्रोजेक्ट लॉन्च करने की योजना बनाई है। कजाकिस्तान चीनी उद्योग को बढ़ावा देने के लिए काफी प्रयास कर रहा है। 380 निवेश प्रोजेक्ट में चीनी उत्पादन को भी बढ़ाने पर जोर दिया गया है। साथ ही डेयरी सहित अन्य उत्पादों पर ध्यान केन्द्रित किया गया है।
घरेलू खाद्य उत्पादों के साथ देश के बाजार की स्थिति पर वेबिनार में चर्चा की गई। वेबिनार के प्रतिभागियों ने कहा कि, कजाकिस्तान खुद को 29 में से 23 बुनियादी खाद्य पदार्थ प्रदान करता है। अब तक, देश को चीनी समेत अन्य खाद्य उत्पादों का आयात करना पड़ता है। अधिकारियों ने आने वाले वर्षों में इन खाद्य पदार्थों के उत्पादन को बढ़ाने का वादा किया है। 2024 तक, चीनी मिलें शुरू करने का साथ अन्य क्षेत्र को बढ़ाने की योजना है।
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चीनी क्षेत्र में अच्छे प्रदर्शन के कारण Suedzucker के कमाई में वृद्धि - 08.10.2020 - Vishakha Pandav [ 00.52 ]
चीनी क्षेत्र में अच्छे प्रदर्शन के कारण Suedzucker के कमाई में वृद्धि - 08.10.2020
यूरोप के सबसे बड़े चीनी रिफाइनर Suedzucker ने गुरुवार को तिमाही आय में 142 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की और अपने चीनी क्षेत्र और जैव ईंधन के अच्छे प्रदर्शन से पूरे साल के मुनाफे में बढ़ोतरी की उम्मीद की।
रायटर्स में प्रकाशित खबर के मुताबिक, पिछली तिमाही के 28 मिलियन के मुकाबले Suedzucker ने अपने 2020/2021 वर्ष की दूसरी तिमाही में समूह परिचालन लाभ में 68 मिलियन यूरो ($80 मिलियन) की वृद्धि दर्ज की। उन्होंने कहा की, चीनी की ऊंची कीमतों से समूह को फायदा हुआ।
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ब्राजील में 30 साल में गन्ना उत्पादन लगभग 184 प्रतिशत बढा - 07.10.2020
साओ पावलो : दुनिया के सबसे बड़े चीनी उत्पादक देशों में से एक ब्राजील ने चीनी उद्योग में कई किर्तीमान स्थापित किए है। ब्राजील में 1990 और 2018 के बीच गन्ने का उत्पादन 184% बढ़कर 746.8 मिलियन टन हो गया है। यह रिसर्च इंस्टीटूट Embrapa Meio Ambiente द्वारा एक अध्ययन से पता चला है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, चीनी उद्योग में उत्पादन के विविधीकरण, चीनी के साथ इथेनॉल उत्पादन में बढोतरी के कारण ब्राजील में गन्ने की फसल की बढोतरी में योगदान दिया है। चीनी उद्योग ने उत्पादन को बेहतर बनाने के लिए अधिक कुशल गन्ना किस्मों, प्रौद्योगिकियों और मशीनीकरण के उपयोग का भी विस्तार किया है। ब्राजील में 1990 में कुल गन्ना कसल क्षेत्र 4.27 मिलियन हेक्टेयर से बढ़कर 2018 में 10.04 मिलियन हेक्टेयर हो गया। 2016 के बाद गन्ना फसल का सबसे अधिक विस्तार साओ पाउलो के उत्तर-पश्चिम में, मिनस गेरैस राज्य के पश्चिम और मिडवेस्ट क्षेत्र के दक्षिण-पूर्वी हिस्से में हुआ।
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ट्रेडिंग कॉर्पोरेशन ऑफ पाकिस्तान को 151,700 टन चीनी आयात करने को मंजूरी… - 07.10.2020 - Vishakha Pandav [ 01.32 ]
ट्रेडिंग कॉर्पोरेशन ऑफ पाकिस्तान को 151,700 टन चीनी आयात करने को मंजूरी… - 07.10.2020
इस्लामाबाद: प्रांतीय मंत्रिमंडल ने मंगलवार को ट्रेडिंग कॉर्पोरेशन ऑफ पाकिस्तान (टीसीपी) और पंजाब खाद्य विभाग को 151,700 टन चीनी आयात करने की अनुमति दी। बैठक देश के पंजाब राज्य के मुख्यमंत्री सरदार उस्मान बुज़दार की अध्यक्षता में मुख्यमंत्री कार्यालय में आयोजित की गई थी, जिसमें प्रांतीय मंत्री, विशेष सहायक, सलाहकार, मुख्य सचिव और संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
उद्योग और उत्पादन मंत्रालय के एक प्रतिनिधि ने बैठक में बताया कि, निजी डीलरों का 4 नवंबर तक 0.445 मिलियन टन स्टॉक उपलब्ध होगा ,जबकि सिंध गन्ना आयुक्त ने बताया कि कुल स्टॉक 0.565 मिलियन टन चीनी 9 नवंबर तक उपलब्ध होगी। पाकिस्तान के पंजाब सरकार के प्रतिनिधि ने बैठक में बताया कि गन्ने की पेराई नवंबर के पहले सप्ताह में शुरू होगी, सिंध में गन्ना पेराई नवंबर के मध्य तक शुरू हो जाएगी। प्रांतीय सरकार ने समय सीमा पर पेराई प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए कानून के माध्यम से भारी जुर्माना लगाने का प्रावधान किया है। पंजाब के सीएम ने जमाखोरों और मुनाफाखोरों के खिलाफ कार्रवाई का आदेश दिया।
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फ्रांस ने चीनी उद्योग की मदद करने के लिए उठाया कदम - 07.10.2020
पेरिस: चीनी उत्पादन में कमी के कारण, फ्रांस का चीनी उद्योग कठिनाइयों से जूझ रहा है जिसके चलते सरकार ने उद्योग की मदद करने के लिए कुछ अहम विवादास्पद कदम उठाये है।
फ्रांसीसी सांसदों ने मंगलवार को एक बिल को मंजूरी दी, जिसमें चुकंदर उत्पादकों को उन कीटनाशकों का उपयोग करने की अनुमति दी गई है, जो मधुमक्खी की रक्षा के लिए प्रतिबंधित हैं। चुकंदर फसल की बीमारी से प्रभावित किसानों द्वारा सरकार के इस कदम का स्वागत किया गया है, लेकिन पर्यावरण प्रेमी समूहों द्वारा सरकार की कड़ी निंदा की गई है।
रायटर्स के मुताबिक, ग्रीनपीस फ्रांस के प्रचारक क्लेमेंट सेनचेल ने एक बयान में कहा, इतिहास इस बात को याद रखेगा कि वैज्ञानिक साक्ष्य और जनमत के दबाव के बावजूद, यह सरकार मिट्टी, जानवरों और हमारे भोजन की विषाक्तता को बढ़ावा देती है।
कृषि मंत्री जूलियन डेन्मरमंडी ने ड्राफ्ट बिल पर बहस के दौरान नेशनल असेंबली को बताया कि, यह फैसला चीनी में फ्रांस की आत्मनिर्भरता की रक्षा के लिए बनाया गया है और यह पर्यावरण विरोधी नहीं है। किसानों को 1 जुलाई 2023 तक चुकंदर के बीजों पर नेनिकोटीनोइड्स का उपयोग करने की अनुमति दी जाएगी। पर्यावरण प्रेमियों का कहना है कि, सरकार का यह फैसला मधुमक्खियों के अस्तित्व को धोका पहुंचा सकता हैं। कृषि मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, यूरोपीय संघ के शीर्ष चीनी उत्पादक फ्रांस में इस साल चुकंदर का 420,000 हेक्टेयर रोपण किया गया है।
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मलेशिया: MSM ने जोहोर चीनी रिफाइनरी में अनियमितताओं पर सीईओ को बर्खास्त किया - 06.10.2020 - Vishakha Pandav [ 01.11 ]
मलेशिया: MSM ने जोहोर चीनी रिफाइनरी में अनियमितताओं पर सीईओ को बर्खास्त किया - 06.10.2020
MSM मलेशिया होल्डिंग्स Bhd ने समूह के मुख्य कार्यकारी अधिकारी दातुक खैरिल अनुर अजीज को बर्खास्त कर दिया है।
कंपनी ने एक फाइलिंग में कहा, MSM मलेशिया होल्डिंग्स की जोहर शुगर रिफाइनरी के 2019 वित्तीय विवरण में अनियमितताओं पाने के बाद स्पस्टीकरण देने को कहा गया था लेकिन वे संतुस्ट जवाब नहीं दे पाए है। बोर्ड ने मुख्य कार्यकारी अधिकारी द्वारा प्रदान किए गए स्पष्टीकरण का आकलन किया है और उन्हें अस्वीकार्य पाया है। बोर्ड ने फैसला किया है 5 अक्टूबर 2020 की उन्हें पोस्ट बर्खास्त किया जाता है।
यह भी अद्यतन किया गया कि फख्रुनियम ओथमैन तब तक प्रभारी अधिकारी के रूप में काम करेंगे, जब तक कि बोर्ड अपने मुख्य कार्यकारी अधिकारी के पोस्ट के लिए एक उपयुक्त उम्मीदवार क नहीं चुन लेता।
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पाकिस्तान: नवंबर के पहले सप्ताह में गन्ने की पेराई होगी शुरू - 06.10.2020 - Vishakha Pandav [ 01.38 ]
पाकिस्तान: नवंबर के पहले सप्ताह में गन्ने की पेराई होगी शुरू - 06.10.2020
इस्लामाबाद: पाकिस्तान की पंजाब और सिंध प्रांत अगले महीने से गन्ने की पेराई शुरू कर देगा, और पेराई में देरी के लिए मिलों पर जुर्माना लगाया जाएगा।अधिकारियों ने राष्ट्रीय मूल्य निगरानी समिति को बताया कि, पंजाब में नवंबर के पहले सप्ताह में गन्ने की पेराई शुरू हो जाएगी, जिससे गन्ने की समय पर पेराई में तेजी आएगी। सिंध में नवंबर के मध्य में पेराई शुरू हो जाएगी।
बैठक में बताया गया कि, ट्रेडिंग कॉर्पोरेशन ऑफ पाकिस्तान (टीसीपी) 151,700 टन चीनी का आयात करेगा। पाकिस्तान में 4 नवंबर तक 445,000 टन निजी डीलर स्टॉक उपलब्ध हैं, जबकि सिंध गन्ना आयुक्त ने 565,000 टन चीनी के कुल स्टॉक की सूचना दी है। विशेष सचिव ने कहा कि, आवश्यक वस्तुओं की थोक और खुदरा कीमतों में अंतर प्रांतों के लिए एक गंभीर चुनौती बन रहा है। सचिव ने प्रांतीय सरकारों से बुनियादी वस्तुओं में अनुचित लाभ मार्जिन की जांच करने के लिए सुधारात्मक उपाय करने का आग्रह किया। उन्होनें कहा की, प्रांतीय सरकारों को मूल्य असमानता को दूर करके सक्रिय भूमिका निभाने के लिए जिला प्रशासन के सहयोग से बाजार समितियों को सहायता प्रदान करनी चाहिए। सचिव ने जिला प्रशासनों से आह्वान किया कि, वे टमाटर, आलू, गेहूं और चीनी जैसे आवश्यक वस्तुओं की कीमतों पर नियंत्रण रखें।
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फिलीपींस: चीनी उत्पादन में सुधार के चलते आयात में गिरावट संभव… - 06.10.2020 - Vishakha Pandav [ 01.18 ]
फिलीपींस: चीनी उत्पादन में सुधार के चलते आयात में गिरावट संभव… - 06.10.2020
मनिला: फिलीपींस में वर्तमान फसल वर्ष के दौरान चीनी उत्पादन में बढ़ोतरी की संभावना के चलते चीनी आयात में गिरावट की संभावना है। अमेरिकी कृषि-विदेशी कृषि सेवा विभाग (यूएसडीए) के अनुसार, इस साल चीनी आयात 200,000 मीट्रिक टन तक पहुंच सकता है, जो पिछले 325,000 मीट्रिक टन से लगभग 38 प्रतिशत कम है। फिलीपींस में चीनी फसल वर्ष सितंबर में शुरू होता है और अगले वर्ष अगस्त में खत्म होता है। शुगर रेगुलेटरी एडमिनिस्ट्रेशन ने बताया कि, हाइब्रिड बीजों और विस्तार कार्यक्रमों को तेज किया है, जो बेहतर कृषि प्रबंधन प्रथाओं के माध्यम से चीनी उत्पादकता को बढ़ाने पर केंद्रित है।
हालांकि, कच्चे चीनी का उत्पादन संभावित रूप से ला नीना से प्रभावित हो सकता है क्योंकि राज्य के मौसम ब्यूरो पगासा ने 2020 की अंतिम तिमाही के लिए अलर्ट जारी किया है। ला नीना के संभावित प्रभाव से उत्पादन में मामूली गिरावट होगी।
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यूक्रेन में अब तक 92,600 टन चीनी उत्पादन - 06.10.2020
यूक्रेन में 2 अक्टूबर, 2020 तक 92,600 टन चीनी का उत्पादन हुआ है। Ukrtsukor National Association of Sugar Producers की वेबसाइट पर प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, देश में अभी 15 चीनी मिलें शुरू है, जिन्होंने 719,000 टन चुकंदर की पेराई की है। यूक्रेन में चुकंदर पेराई मौसम 5 सितंबर को शुरू हुआ है।
देश में 2020 में 1.2 मिलियन टन चीनी उत्पादन होने का अनुमान है, जो एक साल पहले की तुलना में लगभग 15 प्रतिशत कम है। चुकंदर का कुल क्षेत्र पिछले वर्ष के 2,18,900 हेक्टेयर के आसपास ही है, और चीनी उद्योग को उम्मीद है कि, पिछले साल की तरह इस सीजन में भी 33 चीनी मिलें शुरू होंगी।
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बांग्लादेश में चीनी मिलों पर गन्ना भुगतान चुकाने का दवाब - 06.10.2020
ढाका, बांग्लादेश: अन्य देशों की तरह बांग्लादेश में भी गन्ना बकाया का मुद्दा गरमाया हुआ है। चीनी मिलें आर्थिक परेशानी से जूझ रही है तो वही दूसरी ओर गन्ना किसान विरोध प्रदर्शन में जुटे हुए है। गन्ना किसानों ने 2019-20 में गन्ना खरीदने के लिए मोधुखली चीनी मिल अधिकारियों से Tk 1.70 करोड़ की मांग करते हुए रविवार को फरीदपुर के मोधुखली में ढाका-खुलना राजमार्ग पर एक मानव श्रृंखला बनाकर विरोध किया।
बांग्लादेश में चीनी उद्योग बुरे दौर से गुजर रहा है। राज्य के स्वामित्व वाली मिलें कर्ज के बोझ और चीनी न बिकने से चिंतित है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बांग्लादेश में चीनी उत्पादन लागत बाजार के भाव से लगभग दोगुना है, जिसके कारण अधिकृत डीलर चीनी मिल से चीनी नहीं खरीदते है और मिल में चीनी के स्टॉक में वृद्धि हो रही है। चीनी मिल गन्ना किसान महासंघ के महासचिव शाहजहाँ बादशाह ने कहा कि देश में मिलों का गन्ना किसानों पर Tk 300 मिलियन से अधिक बकाया है। अनियमितताओं के कारण चीनी मिलें परेशान है लेकिन इसका खामियाजा गन्ना किसानों को भुगतना पड़ रहा है।
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TCP द्वारा 50,000 टन चीनी खरीदने के लिए निविदा जारी - 05.10.2020
हैम्बर्ग / इस्लामाबाद: ट्रेडिंग कॉर्पोरेशन ऑफ पाकिस्तान (TCP) ने शुक्रवार को 50,000 टन सफेद चीनी खरीदने के लिए फिर एक बार अंतरराष्ट्रीय निविदा जारी की। निविदा की अंतिम तिथि 7 अक्टूबर है। निविदा में कहा गया है की, चीनी बैगों में पैक होनी चाहिए और 25 नवंबर तक पाकिस्तान पहुंचनी चाहिए। पाकिस्तान का 50,000 टन चीनी खरीद का पिछला टेंडर 30 सितंबर को बंद हो गया, लेकिन इसमें किसी भी व्यापारी ने दिलचस्पी नही दिखाई थी।
पाकिस्तान के उद्योग और उत्पादन मंत्री हम्माद अजहर ने अगस्त महीने में कहा था कि, देश में चीनी आयात होते ही कीमतों में तेजी से कमी आएगी। जिससें महंगाई से परेशान लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। उन्होंने दावा किया था की, देश में चीनी के आयात के बाद, घरेलू चीनी जमाखोर भी खुले बाजार में अपने स्टॉक को जारी करना शुरू कर देंगे, जिससे चीनी की कीमतों में और कमी होगी। आयात की खबरों के बाद चीनी की कीमत पहले ही घट गई है।
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केन्या: किबोस चीनी मिल बंद होने के पीछे साजिश का आरोप - 03.10.2020
नैरोबी, केन्या: सीनेटरों को संदेह है कि, किसुमू स्थित किबोस चीनी मिल बंद होने के पीछें ‘ट्रेड वॉर’ हो सकता है। कृषि समिति ने बुधवार को दावा किया कि, मिलर और राष्ट्रीय पर्यावरण प्रबंधन एजेंसी (Nema) के बीच बिगड़ते रिश्तों के कारण मिल पर यह आफत आई है। कितूई सीनेटर हनोक वम्बुआ ने सवाल उपस्थित किया कि, मिल के सरकार और कृषि मंत्रालय के साथ सौहार्दपूर्ण संबंध थे और फिर कैसे अचानक स्थिति में परिवर्तन हुआ, जिसके कारण मिल को बंद करना पड़ा। उन्होंने कहा की, जब किबोस ने ऑपरेशन शुरू किया, तो मंत्रालय और ‘Nema’ के साथ बहुत सौहार्दपूर्ण संबंध थे। फिर अचानक वह रिश्ता टूट गया और मिल का सहयोग करने के बजाय हम पत्रों का आदान-प्रदान करते रहें।
काकमेगा के क्लियोफ़ास मलाला ने पूछा कि, इस क्षेत्र के अन्य मिलरों से अलग-अलग व्यवहार क्यों किया गया। मलाला ने पर्यावरण प्रधान सचिव क्रिस केप्टू से सवाल किया कि, क्या पर्यावरण और सुरक्षा नियमों की धज्जियां उड़ाने के लिए मंत्रालय और नेमा ने कभी कोई अन्य चीनी मिल को बंद किया है। मंत्रालय के पास एयर क्वालिटी के अलावा किबोस के खिलाफ कुछ भी नहीं है। किबोस चीनी मिल प्रदूषण को लेकर पिछले दो वर्षों से Nema के रडार पर है।
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गुयाना: आग में गन्ना नष्ट… - 03.10.2020
जॉर्जटाऊन: मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, गुयाना शुगर कॉरपोरेशन (GuySuCo) कृषि अनुसंधान केंद्र से संबंधित गन्ना पिछले तीन सप्ताह में उन व्यक्तियों द्वारा नष्ट कर दिए गए हैं, जो अब चेटो मार्गोट की भूमि पर कब्जा कर रहे हैं।
रिसर्च सेंटर के प्रमुख गेविन रामनारायण ने बताया कि, तीन हफ्ते पहले, गाइत्सुको से संबंधित क्षेत्र के एक हिस्से को अतिक्रमणकारीयों द्वारा जला दिया गया था। अगले सप्ताह खेत के दो अन्य हिस्सों में आग लगा दी गई और इसके परिणामस्वरूप हजारों गन्ने की किस्में नष्ट हो गईं।
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पाकिस्तान: चीनी मिलों पर लंबित भुगतान का 10 बिलियन रुपये ब्याज बकाया - 03.10.2020 - Vishakha Pandav [ 01.33 ]
पाकिस्तान: चीनी मिलों पर लंबित भुगतान का 10 बिलियन रुपये ब्याज बकाया - 03.10.2020
लाहौर: पाकिस्तान के पंजाब के गन्ना आयुक्त मोहम्मद ज़मान टैटू ने दावा किया की, पंजाब में चीनी मिलों पर पिछले दशक के दौरान गन्ना किसानों को किए गए लंबित भुगतान पर ब्याज के रूप में लगभग 10 बिलियन रुपये बकाया हैं। उन्होंने कहा कि, अगर गन्ना खरीद की तारीख से 15 दिनों के बाद भुगतान किया गया हो तो, फिर पंजाब शुगर फैक्ट्रीज़ कंट्रोल कानून के तहत मिलर्स को 11 प्रतिशत की दर से उत्पादकों के ब्याज का भुगतान करने के लिए बाध्य किया है।
ज़मान टैटू ने कहा कि, 24 सितंबर को चीनी मिल नियंत्रण अध्यादेश की घोषणा होने से पहले मिल मालिक इस मुद्दे को हल्के में ले रहे थे और देर से भुगतान के लिए किसानों को ब्याज के रूप में एक पैसा भी नहीं दिया था। चूंकि कानून में संशोधन किया गया है, अब उल्लंघन करने वालों के खिलाफ एफआयआर दर्ज की जा सकती है। अधिकांश मिलों के प्रबंधन ने पंजाब चीनी मिल नियंत्रण- 1950 के नियम 16 की उप-धारा 10 के उल्लंघन में डेटा प्रदान करने से इंकार कर दिया था। उन्होंने स्पष्ट किया कि, संशोधित कानून के तहत डेटा प्रदान करने से इंकार को भी संज्ञेय और गैर-जमानती अपराध बनाया गया है।
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गन्ना पेराई में देरी करने वाले चीनी मिलों पर भारी जुर्माना लगाने का आग्रह किया गया - 02.10.2020 - Vishakha Pandav [ 01.29 ]
गन्ना पेराई में देरी करने वाले चीनी मिलों पर भारी जुर्माना लगाने का आग्रह किया गया - 02.10.2020
इस्लामाबाद: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने गुरुवार को सिंध सरकार से गन्ना पेराई में देरी के लिए पंजाब सरकार की तरह चीनी मिल मालिकों पर भारी जुर्माना लगाने का आग्रह किया। प्रधानमंत्री ने चीनी और गेहूं के संबंध में किसी भी गलत काम में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आदेश दिया।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, प्रधानमंत्री खान को बताया गया था कि, पंजाब सरकार ने हाल ही में एक कानून पारित किया था, जिसके तहत गन्ने की पेराई में देरी के लिए जुर्माना बढ़ाकर 5 मिलियन रुपये प्रतिदिन कर दिया गया था। तब प्रधानमंत्री ने कहा की, मैं चाहता हूं कि ऐसे अपराध के लिए सिंध सरकार द्वारा भी मिल मालिकों के खिलाफ जुर्माना तय किया जाए। देश में हाल ही में चीनी घोटाले में शामिल चीनी बैरनों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी गयी है। राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी), संघीय जांच एजेंसी (एफआईए), संघीय राजस्व बोर्ड (एफबीआर), पाकिस्तान के प्रतिभूति विनिमय आयोग (एसईसीपी) और स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान (एसबीपी) को जांच के लिए कार्य दिए गए हैं।
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ATIGA से वियतनामी गन्ना किसानों का भविष्य उज्ज्वल ? - 02.10.2020
हनोई: अगर वियतनाम, आसियान ट्रेड इन गुड्स एग्रीमेंट (ATIGA) को लागू करता है, तो कई लोगों का मानना है कि, गन्ना किसानों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा। जबकि कुछ लोग ऐसे भी हैं जो कहते हैं कि, यह एग्रीमेंट वियतनामी गन्ना उद्योग और किसानों के लिए उज्ज्वल भविष्य के अवसर निर्माण कर सकता है। इसके लिए सरकार, वैज्ञानिकों, उद्यमियों और विशेष रूप से किसानों के बीच समन्वय होना काफी जरुरी है।
वियतनाम सरकार हाल के वर्षों में किसानों को समर्थन देने पर जोर दे रहा है, जिसमें वैज्ञानिकों को अनुसंधान के लिए धन उपलब्ध कराना और किसानों के लिए नई गन्ने की किस्में उपलब्ध कराना और गन्ने की उत्पादकता में सुधार के लिए वैज्ञानिक साधनों का मार्गदर्शन करना शामिल है। कृषि विशेषज्ञ, प्रोफेसर त्एंग ज़ुंग ने कहा कि, अगर आसियान ट्रेड इन गुड्स एग्रीमेंट माध्यम से निवेश वियतनामी गन्ना किसानों और उद्योग के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। उन्होंने कहा कि, गन्ना उगाने के बारे में किसानों को अपनी सोच में बदलाव करना चाहिए, गन्ने की उत्पादकता में सुधार लाने और उत्पादन लागत कम करने के लिए गन्ना किस्मों, मिट्टी और उर्वरक के चयन के लिए सही तकनीकी प्रक्रियाओं को लागू करना चाहिए।
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सीरिया ने 85,000 टन चीनी आयात के लिए जारी की अंतर्राष्ट्रीय निविदा - 02.10.2020 - Vishakha Pandav [ 00.43 ]
सीरिया ने 85,000 टन चीनी आयात के लिए जारी की अंतर्राष्ट्रीय निविदा - 02.10.2020
यूरोपीय व्यापारियों ने बुधवार को कहा कि एक सीरियाई राज्य एजेंसी ने लगभग 85,000 टन परिष्कृत सफेद चीनी की खरीद और आयात के लिए एक अंतर्राष्ट्रीय निविदा जारी की है।
सामान्य विदेश व्यापार संगठन से निविदा में समय सीमा 3 नवंबर है। खरीद पर ऋण पत्र खोले जाने के तीन महीने बाद शिपमेंट की मांग की गयी है।
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ऑस्ट्रेलियन चीनी उद्योग को ‘ला नीना’ की चिंता… - 01.10.2020
ब्रिस्बन: ऑस्ट्रेलियन चीनी उद्योग का कहना है 30 प्रतिशत से अधिक फसल अभी भी पेराई के लिए बाकी है और ला नीना मौसम प्रणाली लाने वाली बारिश चिंता का कारण बना हुआ है। ऑस्ट्रेलियन शुगर मिलिंग काउंसिल के जिम क्रेन ने कहा कि, एक ‘ला नीना’ मौसम के पैटर्न ने बारिश की पुष्टि ने पेराई के अंतिम सप्ताह में जोखिम को बढ़ा दिया। क्रेन ने कहा, ‘ला नीना’ के कारण अगर हल्की बारिश होती है, तो वह फायदेमंद साबित होगी, लेकिन अगर भारी बारिश होती है तो पेराई का अंतिम चरण चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
क्रेन ने कहा 2020 निश्चित रूप से चुनौतियों का वर्ष रहा है, लेकिन व्यापार निरंतरता योजना और COVID-19 संबंधित व्यापक स्वास्थ्य योजनाओं के शुरुआती विकास ने चीनी मिलों को बड़े पैमाने पर संचालित करने में सक्षम बनाया है।
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बांग्लादेश में चीनी मिलें परेशान - 01.10.2020
बांग्लादेश में चीनी उद्योग बुरे दौर से गुजर रहा है। राज्य के स्वामित्व वाली मिलें कर्ज के बोझ और चीनी न बिकने से चिंतित है। प्रधानमंत्री कार्यालय ने 15 सरकारी स्वामित्व वाली चीनी मिलों के प्रबंधन में खामियों की पहचान करने के लिए एक समिति का गठन किया है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बांग्लादेश में चीनी उत्पादन लागत बाजार के भाव से लगभग दोगुना है, जिसके कारण अधिकृत डीलर चीनी मिल से चीनी नहीं खरीदते है और मिल में चीनी के स्टॉक में वृद्धि होती है। चीनी मिल गन्ना किसान महासंघ के महासचिव शाहजहाँ बादशाह ने कहा कि मिलों का गन्ना किसानों पर Tk 300 मिलियन से अधिक बकाया है। अनियमितताओं के कारण चीनी मिलें परेशान है लेकिन इसका खामियाजा गन्ना किसानों को भुगतना पड़ रहा है।
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फिजी के प्रधानमंत्री बैनीमारामा ने गन्ना किसानों से मुलाकात की… - 01.10.2020 - Vishakha Pandav [ 01.20 ]
फिजी के प्रधानमंत्री बैनीमारामा ने गन्ना किसानों से मुलाकात की… - 01.10.2020
सुवा: फिजी के प्रधानमंत्री वोरेके बैनीमारामा ने वनुआ लेवु में नसरवाक़ा, बुआ और वुसीतोका, सीक्काका बस्ती के गन्ना किसानों के साथ मुलाकात की। प्रधानमंत्री बैनीमारामा के साथ बैठक के दौरान किसानों ने पानी की समस्या, स्कूलों की मरम्मत, खराब रास्तें और बोरहोल से लेकर कई मुद्दों को उठाया। ये किसान फिजी चीनी उद्योग द्वारा स्थापित जमींदारी इकाइयों के साथ सहयोग उपक्रमों का हिस्सा हैं। फिजी शुगर कॉर्पोरेशन इस व्यवस्था के तहत किसानों के लिए आय उत्पन्न करने के लिए इन ज़मींदार इकाइयों के स्वामित्व वाली निष्क्रिय भूमि का उपयोग करेगा। फिजी शुगर कॉर्पोरेशन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ग्राहम क्लार्क ने भी फ़िजी के चीनी उद्योग को चलाने में उनके दूरदर्शी नेतृत्व के लिए प्रधानमंत्री बैनीमारामा को धन्यवाद दिया।
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पाकिस्तान: चीनी मिलों के खिलाफ मिली 100 शिकायतें - 30.09.2020
बहवलपुर, पाकिस्तान: पाकिस्तान के बहवलपुर जिले में अब तक लगभग सौ गन्ना किसानों ने चीनी मिलों के खिलाफ एंटी करप्शन इस्टेब्लिशमेंट (एसीई) को अपनी शिकायतें पेश की हैं। पंजाब सरकार ने पूरे प्रांत में चीनी मिलों द्वारा गन्ने के वजन और कीमतों में अनावश्यक कटौती के बारे में गन्ना किसानों की शिकायतों से निपटने के लिए पहल शुरू की है।
‘एसीई’ के सहायक निदेशक राणा मुहम्मद अरशद के अनुसार, गन्ना किसानों द्वारा ज्यादा शिकायतों की उम्मीद की गई थी। उन्होंने कहा कि, सरकार की नीति के तहत, हम मिलों के खिलाफ उनकी शिकायतों को दूर करने के लिए गन्ना किसानों के घर जा रहे हैं। इस बीच, संभागीय आयुक्त आसिफ इकबाल चौधरी ने अधिकारियों को निर्देश जारी किए कि, वे राजमार्गों पर सुचारू यातायात सुनिश्चित करने के लिए यातायात कानूनों के क्रियान्वयन के लिए उपाय करें, जिससे पेराई सत्र के दौरान चीनी मिलों को नुकसान न हो। आयुक्त ने ट्रैक्टर-ट्रॉलियों और अन्य वाहनों द्वारा गन्ना ओवरलोडिंग पर रोक लगाने और धुआं छोड़ने वाले वाहनों के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
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फिजी शुगर कॉर्पोरेशन के सीईओ को निकालने की मांग - 30.09.2020
फिजी के राष्ट्रीय किसान यूनियन के महासचिव, महेंद्र चौधरी का कहना है कि गन्ना किसान फिजी शुगर कॉर्पोरेशन के सीईओ, ग्राहम क्लार्क और वरिष्ठ प्रबंधन को हटाने की मांग कर रहे हैं, रारावई मिल में लगातार तीन महीने से निराशाजनक प्रदर्शन के बाद लगातार मिल में ब्रेकडाउन हो रहा है लेकिन क्लार्क का कहना है कि मौजूदा पेराई 17 प्रतिशत आगे है पिछले साल के मुकाबले।
चौधरी का कहना है कि पिछले सप्ताह के अंत में मिल में गन्ना पहुंचाने वाले किसानों को लगभग दो दिन इंतजार करने के लिए मजबूर होना पड़ा था, ताकि उनकी लॉरी अनलोड हो सकें। वह कहते हैं कि यांत्रिक समस्याओं के कारण ऐसी देरी काफी बार होती है। चौधरी का दावा है कि मिल प्रति सप्ताह 30,000 टन की अपनी क्षमता से काफी नीचे गिर रही है।
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गुयाना में चीनी उद्योग को फिर से पुनर्जीवित करने का काम शुरू - 29.09.2020 - Vishakha Pandav [ 01.14 ]
गुयाना में चीनी उद्योग को फिर से पुनर्जीवित करने का काम शुरू - 29.09.2020
गुयाना में चीनी उद्योग को फिर से पुनर्जीवित करने की योजना की जा रही है। रोस हॉल सुगर एस्टेट में काम शुरू हो चूका है और संचालन के पहले वर्ष में 8,000 से 10,000 टन चीनी उत्पादन की उम्मीद है, जिससे 38,000 टन तक ले जाने की उम्मीद है।
रोस हॉल सुगर एस्टेट पूर्व APNU + AFC प्रशासन द्वारा बंद किए गए कई मिलों में से पहला होगा जिसे फिर से खोला जाएगा और 2022 में पेराई शुरू होने की उम्मीद है।
2017 में, APNU + AFC गठबंधन सरकार ने देश भर में कई चीनी मिलों को बंद करने की घोषणा की थी, जिससे हजारों लोगों पर असर पडा था। इस कदम से चार चीनी मिलों को बंद किया गया और 7,000 चीनी श्रमिकों को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा था।
GuySuCo (गुयाना शुगर कॉर्पोरेशन) ने दिसंबर 2020 तक 400 श्रमिकों को फिर से काम पर रखने की बात कही है ताकि उद्योग को फिर से पुनर्जीवित करने में गति मिलें।
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पाकिस्तान में गन्ना मूल्य बढ़ाने पर विचार - 29.09.2020
लाहौर: पाकिस्तान में गन्ना किसानों को सरकार जल्द राहत दे सकती है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान के पंजाब सरकार आने वाले पेराई सत्र के लिए गन्ना समर्थन मूल्य बढ़ाने पर विचार कर रही है ताकि उत्पादकों को सुविधा प्रदान की जा सके और बढ़ती इनपुट लागत को पूरा करने में उनकी मदद की जा सके। पंजाब गन्ना बोर्ड की बैठक 5 अक्टूबर को होने वाली है, जिसमें प्रस्ताव पर चर्चा होगी और हितधारकों के बीच इस विषय पर कुछ आम सहमति विकसित की जाएगी।
इस बीच, गन्ना आयुक्त पंजाब कार्यालय ने उत्पादकों को भुगतान में मिलों की चूक के खिलाफ एफआईआर दर्ज करना जारी रखा है। सोमवार को, पंजाब शुगर फैक्ट्रीज (कंट्रोल) अधिनियम, 1950 (संशोधित) के तहत देपालपुर (जिला ओकारा) में स्थित अब्दुल्ला- I शुगर मिल्स लिमिटेड के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई।
आपको बता पाकिस्तान में चीनी उद्योग में घोटाला के चलते बवाल मचा हुआ है और जिसके चलते सरकार और चीनी उद्योग आमने सामने खड़ी है।
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ईरान में मार्च से अबतक 60,000 टन चुकंदर का हुआ पेराई - 29.09.2020
तेहरान, ईरान: कृषि मंत्रालय के एक अधिकारी के अनुसार, वर्तमान ईरानी कैलेंडर वर्ष (20 मार्च) की शुरुआत से ईरान में लगभग 60,000 टन चुकंदर की पेराई की गई है। कृषि मंत्रालय की चीनी बीट योजना के संचालक पेमैन हेसदी ने कहा कि, देश में 1100 हेक्टेयर में चुकंदर का उत्पादन लिया गया है, और उसे चीनी मिलों को भेजा गया है। इस महीने की शुरुआत में, कृषि मंत्री सईद सआदत के सलाहकार हेसदी ने कहा कि, ईरानी कृषि मंत्रालय देश में नए फसल वर्ष में कृषि उत्पादन में सुधार करने के लिए “खेती पैटर्न” नामक एक कार्यक्रम के पहले चरण को लागू करने जा रहा है। सआदत ने कहा कि, इस कार्यक्रम के लागू होने से किसानों की समस्याओं का काफी हदतक समाधान हो जाएगा।
देश में खाद्य सुरक्षा के महत्व का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा, देश के 90 प्रतिशत खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करना कृषि मंत्रालय की जिम्मेदारी है। पिछले ईरानी कैलेंडर वर्ष (19 मार्च को समाप्त) के दौरान, देश से 5.8 अरब डॉलर के कृषि उत्पादों का निर्यात किया गया था और रोजगार में कृषि क्षेत्र की हिस्सेदारी 18 प्रतिशत थी। उन्होंने आगे कहा कि, देश का 32.5 प्रतिशत मूल्य वर्धित हिस्सा कृषि व्यवसायों से संबंधित है, जो देश की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। पिछले साल देश में लगभग 125 मिलियन टन कृषि उत्पादों का उत्पादन किया गया था।
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दक्षिण अफ्रीका: सेज़ेला चीनी मिल ने फिर से शुरू किया परिचालन - 29.09.2020 - Vishakha Pandav [ 01.19 ]
दक्षिण अफ्रीका: सेज़ेला चीनी मिल ने फिर से शुरू किया परिचालन - 29.09.2020
केप टाऊन: सेज़ेला चीनी मिल (Sezela Sugar Mill) के अस्थायी बंद होने से गन्ना किसानों और उनके कर्मचारियों के सामने वित्तीय कठिनाईयां खड़ी हुई थी।हालांकि, मिल ने अब परिचालन फिर से शुरू कर दिया है। इल्लोवो शुगर (दक्षिण अफ्रीका) के सुचना प्रबंधक ओफेंत्से दिजोए ने कहा कि, सेज़ेला मिल कर्मचारियों की कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प के कारण इतनी तरक्की कर चुकी है। सेज़ेला मिल दक्षिण अफ्रीकी चीनी उद्योग में सबसे आधुनिक और विश्वसनीय चीनी मिलों में से एक है।
दिजोए ने कहा, इस सीजन में मिल ने लगभग 99 प्रतिशत की यांत्रिक दक्षता दर्ज की और 1.96 प्रतिशत की ब्रेकडाउन दर थी। कम शुद्धता वाले गन्ने से मिल के सामने चुनौतियां शुरू हुईं। उन्होंने बताया कि, गन्ने के रस अच्छी गुणवत्ता चीनी के कच्चे माल पर अत्यधिक निर्भर होती है। मिल को केवल अच्छा और साफ़ गन्ने की आपूर्ति की जाए। हम भविष्य में इसी तरह की स्थिति से बचने के तरीके खोजने के लिए किसानों के साथ जुड़ना जारी रखेंगे।
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बांग्लादेश में सरकारी चीनी मिलों को बंद करने की कोई योजना नहीं - 28.09.2020 - Vishakha Pandav [ 01.34 ]
बांग्लादेश में सरकारी चीनी मिलों को बंद करने की कोई योजना नहीं - 28.09.2020
ढाका, बांग्लादेश: बांग्लादेश के उद्योग मंत्री नुरुल माजिद महमूद हुमायूं ने कहा कि, मंत्रालय के पास राज्य के स्वामित्व वाली चीनी मिलों को बंद करने या श्रमिकों को नौकरी से निकालने की कोई योजना नहीं है। उन्होंने कहा, चीनी मिलों को आधुनिक बनाने और वैकल्पिक आय प्रदान करने के लिए पहल की जा रही है। वित्त वर्ष 2020-2021 के लिए उद्योग मंत्रालय के वार्षिक विकास कार्यक्रम (ADP) में शामिल परियोजनाओं की कार्यान्वयन प्रगति की समीक्षा करने के लिए आयोजित बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए मंत्री हुमायूं ने अपनी बात रखी। उद्योग राज्य मंत्री कमाल अहमद मोजुमदर विशिष्ट अतिथि थे, जबकि उद्योग सचिव केएम अली आजम ने इसकी अध्यक्षता की।
मंत्री हुमायूँ ने कहा कि, चुनाव घोषणा पत्र के अनुसार नई नौकरियों का निर्माण वर्तमान सरकार की राजनीतिक प्रतिबद्धता है। उद्योग मंत्रालय इसे लागू करने के लिए शुरुआत से काम कर रहा है। उन्होंने बताया कि, राज्य के स्वामित्व वाले किसी भी मिल को बंद करने और श्रमिकों को बेरोजगार बनाने का कोई सवाल ही नहीं है। उद्योग मंत्रालय के तहत चीनी मिलों सहित राज्य के स्वामित्व वाले निगमों को लाभदायक बनाने का प्रयास किया जा रहा है।
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पाकिस्तान: चीनी मिल मालिक के खिलाफ FIR दर्ज … - 28.09.2020
झंग, पाकिस्तान: पिछले पेराई सत्र के लिए बकाया जिले के गन्ना किसानों को बकाया भुगतान नहीं करने के लिए, पाकिस्तान के पंजाब गन्ना आयुक्त की शिकायत पर, सैटेलाइट टाउन पुलिस स्टेशन ने रविवार को एक स्थानीय चीनी मिल मालिक के खिलाफ गैर-जमानती धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की है। सैटेलाइट टाउन पुलिस स्टेशन के साथ पंजीकृत एफआईआर (699/20) के अनुसार, पंजाब केन आयुक्त ने कहा कि, मेसर्स शकरगंज चीनी मिल (टोबा टेक सिंह रोड, झंग) ने गन्ना किसानों का पूरा बकाया भुगतान नहीं किया है, जो कि 82 करोड़ रुपये है। गन्ना आयुक्त ने कहा कि उपरोक्त बकाया राशि का भुगतान उत्पादकों को गन्ने की फसल की कटाई के 15 दिनों के भीतर किया जाना जरूरी था, लेकिन मिलर / मालिक अली अल्ताफ सलीम ने पंजाब शुगर फैक्ट्रीज़ कंट्रोल संशोधित अध्यादेश के तहत उत्पादकों को भुगतान नहीं किया है, जो गैर-जमानती अपराध है। लाहौर के रहने वाले मिल मालिक के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने के बाद पुलिस ने जांच शुरू की।
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फिलीपींस में प्रवासी गन्ना श्रमिकों के लिए निर्धारित किये गए यात्रा नियम… - 26.9.2020 - Vishakha Pandav [ 01.41 ]
फिलीपींस में प्रवासी गन्ना श्रमिकों के लिए निर्धारित किये गए यात्रा नियम… - 26.9.2020
मनिला: कोरोनो वायरस महामारी के खतरे के बीच दो नेग्रोस प्रांतों के राज्यपालों ने फसल वर्ष 2020-2021 के लिए पूरे द्वीप में प्रवासी गन्ना श्रमिकों की यात्रा के लिए दिशा-निर्देश निर्धारित करते हुए एक संयुक्त ज्ञापन जारी किया। दो प्रांतों की इंटर-एजेंसी टास्क फोर्सेस ऑन इमर्जिंग इंफेक्शियस डिजीजेज के माध्यम से नेग्रोस ओब्सीडिनल गवर्नर यूजेनियो जोस लैक्सन और नेग्रोस ओरिएंटल गवर्नर रोएल डीगामो ने सभी प्लांटेशन एसोसिएशनों को 1 सितंबर को जारी निर्देशों को सम्बोधित किया।
नेग्रोस ऑक्सिडेंटल और नेग्रोस ओरिएंटल में आनेवाले श्रमिकों को अनिवार्य रूप से रिवर्स ट्रांसक्रिप्शन-पोलीमरेज़ चेन रिएक्शन (RT-PCR) टेस्ट से गुजरना पड़ेगा। फिर यह सूची प्रांतीय दुर्घटना प्रबंधन टीम (पीआईएमटी) को सौंपी जाएगी, जो प्रांत के आरटी-पीसीआर परीक्षण क्षमता के आधार पर प्रवासी गन्ना श्रमिकों के प्रवेश से लेकर नेग्रोस ओक्सीडेंटल तक की यात्रा की आधिकारिक सूची और संख्या निर्धारित करेगी। नेग्रोस ऑक्सिडेंटल प्रांतीय सरकार तब दोनों प्रांतों के प्लांटर्स एसोसिएशन और प्रांतीय आपदा जोखिम न्यूनीकरण और प्रबंधन परिषद के माध्यम से स्वीकृति पत्र जारी करेगी।
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पाकिस्तान: बकाया भुगतान के लिए चीनी मिलों के मालिकों की गिरफ्तारी के आदेश जारी - 26.09.2020 - Vishakha Pandav [ 00.59 ]
पाकिस्तान: बकाया भुगतान के लिए चीनी मिलों के मालिकों की गिरफ्तारी के आदेश जारी - 26.09.2020
लाहौर: पाकिस्तान के पंजाब के गन्ना आयुक्त ने गुरुवार को गन्ना किसानों को 395.7 मिलियन रुपयों का भुगतान न करने पर चीनी मिलों के दो मालिकों की गिरफ्तारी के आदेश जारी किए। गन्ना आयुक्त ने ओकरा और झांग के डिप्टी कमिश्नरों को गन्ना किसानों के बकाएदारों के खिलाफ कार्रवाई करने का आदेश दिया।
पिछले पेराई सत्र के गन्ना किसानों को क्रमशः दो मिलों का 290 मिलियन और 105.7 मिलियन का बकाया था। इससे पहले, मिलों को गन्ना किसानों का बकाया चुकाने के लिए नोटिस जारी किए गए थे और चेतावनी दी गई थी की बकाया भुगतान न करने की स्थिति में कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
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ओमान: 1 अक्टूबर से चीनीयुक्त ड्रिंक्स पर लगेगा 50 प्रतिशत एक्साइज टैक्स - 22.09.2020 - Vishakha Pandav [ 01.19 ]
ओमान: 1 अक्टूबर से चीनीयुक्त ड्रिंक्स पर लगेगा 50 प्रतिशत एक्साइज टैक्स - 22.09.2020
मस्कत: 1 अक्टूबर से, चीनी युक्त कोल्ड्रिंक्स पिने के लिए ओमान में ज्यादा खर्च होंगे क्योंकि सरकार ने इन उत्पादों पर 50 प्रतिशत एक्साइज टैक्स लगाने का फैसला किया है। कर प्राधिकरण द्वारा 18 जून को जारी किए गए निर्णय में चीनी युक्त उत्पादों की सूची में रस, फल पेय, एनर्जी या स्पोर्ट्स ड्रिंक, डिब्बाबंद कॉफी और चाय उत्पाद शामिल हैं। इस सूची से कुछ उत्पादों को बाहर रखा गया है, जिसमें 100 प्रतिशत प्राकृतिक फल और सब्जियों के रस, दूध, और अन्य डेयरी उत्पाद जिनमें कम से कम 75 प्रतिशत दूध, पोषक तत्व और विशेष आहार और चिकित्सीय पेय पदार्थ शामिल हैं। चीनी-मीठे पेय पदार्थों पर टैक्स लगानेवाला ओमान खाड़ी सहयोग परिषद का तीसरा देश है।
सऊदी अरब और यूएई ने 1 दिसंबर 2019 को चीनी-मीठे पेय पदार्थों पर उत्पाद कर लगाया है। बहरीन और कतर ने क्रमशः 30 दिसंबर, 2017 और 1 जनवरी, 2019 को प्रस्ताव पेश किया, लेकिन अभी तक चीनी मीठे पेय पदार्थों पर उत्पाद शुल्क की घोषणा नहीं की गई है।
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दक्षिण अफ्रीका में आग से 100,000 टन गन्ना फसल क्षतिग्रस्त… - 22.09.2020
केप टाउन: 13 सितंबर को दक्षिण अफ्रीका के मध्य-इलोवो क्षेत्र में लगी भीषण आग ने कम से कम 2,000 हेक्टेयर से अधिक गन्ना फसल को नष्ट कर दिया है।मिल समूह बोर्ड ऑफ एस्टन के अध्यक्ष एंट फोस्टर ने कहा कि, क्षेत्र के गन्ना किसानों को सबसे अधिक नुकसान हुआ, जिसमें 100,000 टन से अधिक गन्ना जल गया। किसान अब गन्ने को मिल में भेजने के लिए भागदौड़ कर रहे हैं, लेकिन मिल एक बार में इतनी बड़ी मात्रा में गन्ने का क्रशिंग नहीं कर सकती है। कुछ लोगों का मानना है की, यह आग उच्च तापमान, भारी हवाओं और शुष्क परिस्थितियों के कारण लगी होगी, तो अन्य कुछ लोगों का मानना है कि, यह आगजनी हो सकती है।
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पाकिस्तान: 44 चीनी मिलें सरकार की राडार पर - 22.09.2020
लाहौर, पाकिस्तान: पाकिस्तान के चीनी मिल मालिकों के खिलाफ चल रही जांच के दौरान, यह पता चला है कि, मिलों के पास गरीब गन्ना किसानों का अरबों रुपये का बकाया है। नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, 44 चीनी मिलों पर किसानों का लगभग 4 बिलियन रुपये का भारी बकाया है। चीनी मिलों के खिलाफ शिकायत लेकर पंजाब भर में किसान बड़ी संख्या में ACE ऑफिस पहुंच रहे हैं।
पाकिस्तान के पंजाब गन्ना आयुक्त के कार्यालय से साझा किए गए आंकड़ों से पता चला है कि, चीनी मिलों पर किसानों का 1 बिलियन का बकाया है। महानिदेशक गोहर नफीस ने ACE के तहत काम करने वाले सभी क्षेत्रीय निदेशकों को पीड़ित किसानों को न्याय दिलाने के लिए तेजी से जांच करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि, सैकड़ों लोग हर रोज चीनी मिलों के खिलाफ अपनी शिकायतों के साथ ACE कार्यालयों से संपर्क कर रहे है। उन्होंने कहा कि, जैसे ही जांच प्रक्रिया पूरी होगी, सभी तथ्यों को देश के सामने लाया जाएगा। ACE मुद्दे के मूल में जाएगा और न्याय करवाएगा।
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पाकिस्तान के नेता की चीनी मिलों ने तीन साल में 200 बिलियन रुपये कमाए - 25.09.2020 - Vishakha Pandav [ 01.20 ]
पाकिस्तान के नेता की चीनी मिलों ने तीन साल में 200 बिलियन रुपये कमाए - 25.09.2020
लाहौर: पाकिस्तान के पीटीआई नेता जहांगीर खान तारेन ने कहा है कि, उनकी चीनी मिलों ने तीन साल में 200 बिलियन रुपये कमाए है। इस राशि में से चीनी किसानों को 81 बिलियन रुपये का भुगतान किया गया है। FIA द्वारा पाकिस्तान के चीनी संकट की जांच के चलते पीटीआई नेता जहाँगीर तारेन से भी पुछताछ की गई। जहाँगीर तारेन ने कहा कि, 2.2 बिलियन रुपये के नकद लेनदेन के लिए उनकी जांच की जा रही है। एफआईए द्वारा उल्लिखित राशि तीन साल में मिलों द्वारा अर्जित धन का 1% भी नहीं है। तारेन ने टिप्पणी की कि, उनसे बिना किसी कारण जांच में घसीटा जा रहा है।
उन्होंने दावा किया की, उनकी किसी भी चीनी मिल ने अभी तक अपने किसी भी ऋण पर चूक नहीं की है, इसलिए उनके खिलाफ जांच बंद होनी चाहिए। JDW मिल्स में तीन इकाइयां शामिल हैं, जिनमें से दो दक्षिण पंजाब में रहीम यार खान में स्थित हैं और एक घोटकी, सिंध में स्थित है। यह देश के कुल चीनी उत्पादन का 17% उत्पादन करती है।
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केन्या: वित्तीय क्षमता वाले निवेशकों को ही मिल लीज पर देने का आग्रह - 25.09.2020 - Vishakha Pandav [ 01.45 ]
केन्या: वित्तीय क्षमता वाले निवेशकों को ही मिल लीज पर देने का आग्रह - 25.09.2020
नैरोबी: केन्या के किसुम और नंदी काउंटी के गन्ना किसान चाहते हैं कि, सरकार राज्य की स्वामित्व वाली चीनी मिलों को केवल वित्तीय क्षमता वाले निवेशकों को ही मिलें लीज पर देनी चाहियें। उन्होंने कहा कि, निवेशकों को कुशलतापूर्वक और लाभप्रद रूप से चलाने के लिए मिल में पर्याप्त धनराशि निवेश करने की तैयारी करनी चाहिए। सरकार 25 वर्षों के लिए मुहोरोनी, चेमेलिल, नोजिया, मिवानी और सोनी चीनी मिल को लीज पर देना चाहती है।
किसानों ने कहा कि, जो कंपनियां मिलें लीज पर लेना चाहती है, उनके पास मिल को चलाने का अनुभव और वित्तीय क्षमता होनी चाहिए। नंदी के एक गन्ना किसान रिचर्ड लैंगट ने कहा, हमें ऐसे निवेशकों की जरूरत है, जो बड़ी मात्रा में चीनी निर्यात करने की क्षमता रखते हों। उन्होंने कहा कि, सक्षम निवेशकों को मिलों को लीज पर देने से चीनी उद्योग में विश्वास निर्माण होगा। सांसद जेम्स कोयू और उनके टिंडरेट समकक्ष जूलियस मेल्ली द्वारा आयोजित बैठक के दौरान, किसानों ने अपनी बात रखी। सैमुअल बोनीओ ने कहा कि, सरकार को किसानों को निवेशकों के शोषण से बचाने के लिए सही संरचना सुनिश्चित करनी चाहिए।उन्होंने कहा कि, वे एकही निवेशक को मिलों को लीज पर देने का विरोध करेंगे, क्योंकि इससे चीनी क्षेत्र में एकाधिकार पैदा हो सकता है।
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फिजी: भारी बारिश से गन्ना पेराई प्रभावित - 25.09.2020
फिजी में खराब मौसम ने कुछ हद तक तीन मिलों में गन्ने की पेराई में बाधा डाली है। फिजी शुगर कॉर्पोरेशन के मुख्य कार्यकारी ग्राहम क्लार्क का कहना है कि भारी बारिश की स्थिति में मिलों के लिए पूरी क्षमता से पेराई करना मुश्किल है।
उन्होंने कहा, “अगर गीला मौसम होता है, तो हम गन्ने को प्राप्त नहीं कर सकते हैं और पूरी क्षमता से पेराई करना मुश्किल है। इसलिए हम आम तौर पर पेराई स्थिर कर देते है और गन्ने की आपूर्ति बढ़ने का इंतजार करते है। मुझे खुशी है कि मौसम साफ हो रहा है और हम गन्ने की पेराई जारी रख सकते हैं। ”
उत्तरी डिवीजन के एक किसान अरविंद नारायण का कहना है कि वे चिंतित हैं क्योंकि भारी बारिश ने उनकी कटाई के मौसम और उत्पादन को प्रभावित किया है।
मौसम के अलावा, श्रम की कमी किसानों के लिए एक और चिंता का विषय था, लेकिन इसे हल कर दिया गया है क्योंकि खेत में तैनात यांत्रिक हार्वेस्टर बहुत मददगार साबित हो रहे हैं।
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वियतनाम ने थाईलैंड से आयातित चीनी की ‘एंटी डंपिंग’ जांच शुरू की - 23.09.2020 - Vishakha Pandav [ 01.58 ]
वियतनाम ने थाईलैंड से आयातित चीनी की ‘एंटी डंपिंग’ जांच शुरू की - 23.09.2020
हनोई: थाईलैंड से आयातित चीनी ने वियतनाम के घरेलू चीनी उद्योग के सामने कई वर्षों से मुश्किलें खड़ी की है। थाईलैंड से आयातित चीनी वियतनामी घरेलू चीनी उद्योग पर अधिक दबाव डाल रहा है और इसके चलते 21 सितंबर को, उद्योग और व्यापार मंत्रालय (MoIT) के कार्यालय ने प्रेस को सूचित किया कि, थाईलैंड से आयातित चीनी पर एंटी-डंपिंग और एंटी-सब्सिडी जांच शुरू करने का फैसला किया गया है। यह जांच वियतनाम शुगरकेन और शुगर एसोसिएशन (VSSA) और घरेलू चीनी रिफाइनरियों की याचिका पर आधारित है। विदेश व्यापार प्रबंधन कानून के अनुसार, MoIT अस्थायी और पूर्वव्यापी एंटी-डंपिंग और सब्सिडी-विरोधी कर्तव्यों को लागू करने से पहले 90 दिनों के लिए टैक्स के अधीन वस्तुओं पर रेट्रोएक्टिव एंटी-डंपिंग और एंटी-सब्सिडी ड्यूटी लगा सकता है।
इस वर्ष के पहले आठ महीनों में, वियतनाम में आयातित चीनी की मात्रा में भारी वृद्धि हुई, जो पिछले साल की समान अवधि में लगभग 950,000 टन, छह गुना से अधिक तक पहुंच गई। जिनमें से, थाईलैंड से वियतनाम तक आयातित चीनी की मात्रा लगभग 860,000 टन तक पहुंच गई, जबकि पिछले साल इसी अवधि में यह 145,000 टन चीनी थी। स्थानीय चीनी उद्योग के प्रतिनिधि के अनुसार, चीनी के आयात में अचानक वृद्धि ने घरेलू चीनी उद्योग को झटका दिया है, जिससे घरेलू उद्योग की बाजार की हिस्सेदारी कम हो गई है।
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ईरान: चीनी मिल श्रमिकों का हड़ताल अभी भी जारी - 22.09.2020
ईरान के खुज़ेस्तान प्रांत के शुश में हफ्ते तपेह चीनी मिल के कर्मचारियों का विरोध जारी है। कर्मचारी अवैतनिक वेतन, चिकित्सा बीमा, बर्खास्त सहयोगियों की बहाली, और औद्योगिक क्षेत्र की राज्य क्षेत्र में वापसी की मांग को लेकर कर्मचारी 15 जून से हड़ताल पर हैं
प्रदर्शन से कुछ लाभ हुए हैं, जिसके कारण मिल अधिकारी को कर्मचारियों को एक महीने की अवैतनिक मजदूरी का भुगतान करने के लिए मजबूर होना, हालांकि शुरुआत में केवल कुछ श्रमिकों को ही वेतन मिलें।
कार्रवाई में कुछ लाभ हुए हैं, जिसके कारण नियोक्ता को एक महीने की अवैतनिक मजदूरी का भुगतान करने के लिए मजबूर होना पड़ता है, हालांकि शुरुआत में केवल कुछ श्रमिकों को उनके पैसे मिलते थे।
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पाकिस्तान: 44 चीनी मिलों के मालिकों को भेजा गया समन… - 21.09.2020
लाहौर, पाकिस्तान: पंजाब भ्रष्टाचार निरोधक प्रतिष्ठान (ACE) ने 44 चीनी मिलों और उनके मालिकों को समन भेजा है। लगभग दो सप्ताह पहले ACE ने चीनी मिल मालिकों के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाया था। अब तक ACE को कम से कम 2,507 शिकायतें मिली है। जिसमें सरकार द्वारा निर्धारित कीमतों की तुलना में कम दरों के बारे में 1,363 शिकायतें मिली और 641 शिकायतें बकाया भुगतान न करने से संबंधित थीं। कम से कम 503 शिकायतें अनुचित कटौती से संबंधित थीं। सबसे ज्यादा शिकायतें पाकिस्तान के दक्षिण पंजाब से आईं है।
ACE डीजी गोहर नफीस ने कहा कि, एसीई गन्ना उत्पादकों के लिए खुली अदालतों की व्यवस्था कर रहा है। इस संबंध में, महानिदेशक ने कहा कि, वे किसी भी कीमत पर किसानों का शोषण बर्दाश्त नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि, एसीई प्रांत के किसानों के साथ हुए अन्याय की भरपाई करने की कोशिश करेगा।
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फ्रांस ने देर से भुगतान के लिए चीनी उत्पादक कंपनी पर लगाया जुर्माना - 19.09.2020 - Swaroopa Phadke [ 00.52 ]
फ्रांस ने देर से भुगतान के लिए चीनी उत्पादक कंपनी पर लगाया जुर्माना - 19.09.2020
पैरिस: मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, आपूर्तिकर्ताओं को देर से भुगतान के लिए फ्रांस ने फ्रेंच चीनी और इथेनॉल उत्पादक कंपनी Tereos को 390,000 euros का जुर्माना लगाया है। दुनिया का दुसरा सबसे बड़ा चीनी उत्पादक Tereos समूह 2017 में यूरोपीय चीनी कोटा खत्म होने के बाद कम कीमतों के साथ जूझ रहा है। प्रतिस्पर्धा, उपभोग और धोखाधड़ी रोकथाम (DGCCRF) के लिए फ्रांस का महानिदेशालय, जो कंपनियों को देर से भुगतान के लिए जुर्माना करता है, उन्होंने अपनी वेबसाइट पर Tereos चीनी समूह पर लगाया जुर्माना प्रकाशित किया।
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पाकिस्तान: चीनी मिलों के खिलाफ 2,507 शिकायतें - 19.09.2020
लाहौर, पाकिस्तान: पाकिस्तान के पंजाब एंटी करप्शन इस्टेब्लिशमेंट (ACE) ने सूबे की 44 चीनी मिलों के खिलाफ कार्रवाई करने की तैयारी की है। ACE को महानिदेशक गोहर नफीस के निर्देश पर प्रांत के विभिन्न गन्ना उत्पादक क्षेत्रों में आयोजित खुली अदालतों में किसानों द्वारा शिकायतें मिलीं। किसानों का कहना है कि, मिलों द्वारा उनके गन्ने की घटतौली के माध्यम से लुट की जाती है। एंटी करप्शन इस्टेब्लिशमेंट (ACE) पंजाब को चीनी मिलों के खिलाफ गन्ना किसानों की कम से कम 2,507 शिकायतें मिली हैं। नफीस ने कहा कि, किसानों की कम से कम 1,363 शिकायतें सरकार द्वारा घोषित समर्थन मूल्य से कम भुगतान किए जाने और 641 भुगतान नहीं किए जाने के बारे में थीं। अधिकांश शिकायतें दक्षिणी पंजाब से प्राप्त हुईं।
चिन्योट जिले के एक किसान ने चीनी मिलों के हाथों शोषण की शिकायत की। उसने कहा है की, गन्ने का वजन अवैध रूप से घटाया जाता है और हमें सरकार द्वारा निर्धारित कीमत नहीं दी जाती है। महानिदेशक गोहर नफीस ने कहा कि, शिकायतों पर कानूनी कार्रवाई के बारे में एक पखवाड़े में होने वाली बैठक में निर्णय लिया जाएगा। इससे पहले, प्रधान मंत्री इमरान खान द्वारा स्थापित एक जांच आयोग ने चीनी मिलों द्वारा अपराध की एक श्रृंखला की रिपोर्ट की, जिसमें सब्सिडी का दावा करने के लिए उत्पादन लागत को कम करना, बाजार में हेरफेर करना, उनकी बिक्री को कम करना, धोखाधड़ी करना और किसानों का शोषण करना शामिल था।
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पाकिस्तान में शुगर फैक्ट्रीज कंट्रोल एक्ट 1950 में संशोधन - 18.09.2020
लाहौर: पंजाब सरकार शुगर फैक्ट्रीज कंट्रोल एक्ट 1950 में संशोधन करने जा रही है, इसलिए चीनी मिलरों को अपने इनपुट को प्रस्तुत करने के लिए आमंत्रित किया गया है। गन्ना आयुक्त मुहम्मद ज़मान टैटू ने पाकिस्तान शुगर मिल्स एसोसिएशन के अध्यक्ष को एक विज्ञप्ति में मिलरों को अपने (गन्ना आयुक्त) कार्यालय में अपने इनपुट प्रस्तुत करने और चर्चा करने के लिए आमंत्रित किया है।
सरकार गन्ना किसानों को देरी से भुगतान के चलते कानून में संशोधन करने जा रही है। मौजूदा कानून में, गन्ना आयुक्त सेस जमा न करने या देरी से जमा करने पर जुर्माना लगा सकता है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, चीनी मिलों को पिछले पांच वर्षों के लिए गन्ना उत्पादकों को किए गए भुगतान के साथ-साथ उपकर रिकॉर्ड का विवरण प्रस्तुत करने के लिए कहा गया है।
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ससनेरीन सिंह बने गुयाना शुगर कॉरपोरेशन के नए सीईओ… - 18.09.2020
जॉर्जटाउन (गयाना): फाइनेंशियल एनालिस्ट ससनेरीन सिंह (Sasenarine Singh) को 14 सितंबर से गुयाना शुगर कॉरपोरेशन (GuySuCo) का मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) नियुक्त किया गया है ।कृषि मंत्री जुल्फिकार मुस्तफा ने इसकी घोषणा की। सिंह ने हेरोल्ड डेविस जूनियर की जगह ली जिन्हें 2018 के अगस्त में सीईओ नियुक्त किया गया था।
सिंह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 16 साल से प्रोजेक्ट फाइनेंस स्पेशलिस्ट हैं। उन्होंने लैंकेस्टर विश्वविद्यालय से वित्त में मास्टर डिग्री, लंदन बिजनेस स्कूल से स्नातकोत्तर डिप्लोमा और गयाना विश्वविद्यालय से लेखा में स्नातक की उपाधि प्राप्त की है। वह एक चार्टर्ड अकाउंटेंट भी हैं।
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बेलारूस के चीनी निर्यात में बढ़ोतरी - 18.09.2020
बेलारूस का चीनी निर्यात 2020 के पहले सात महीनों में 25.1 प्रतिशत बढ़ गया है। देश के कृषि और खाद्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, इस साल जनवरी से जुलाई के बीच बेलारूस ने 31 देशों में चीनी का निर्यात किया।
2020 के पहले सात महीनों में, बेलारूस ने गिनी, जिबूती और सोमालिया के लिए चीनी शिपमेंट शुरू किया।
जनवरी-जुलाई 2020 में कृषि और खाद्य उत्पादों का बेलारूस का निर्यात 2019 की समान अवधि के मुकाबले 6.5 प्रतिशत बढ़ा है।
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केन्या: मुमियास चीनी मिल पुनर्जीवित करने पर सस्पेंस बरकरार… - 18.09.2020 - Swaroopa Phadke [ 02.03 ]
केन्या: मुमियास चीनी मिल पुनर्जीवित करने पर सस्पेंस बरकरार… - 18.09.2020
नैरोबी, केन्या: आर्थिक रूप से संघर्ष कर रही मुमियास चीनी मिल को शुरू करने के लिए केन्या कमर्शियल बैंक (केसीबी) द्वारा नियुक्त रिसीवर प्रबंधक द्वारा मिल का पदभार संभालने के एक साल बाद अभी तक मिल को पुनर्जीवित करने के बारे में सस्पेंस बरकरार है। सितंबर 2019 में कर्ज में डूबे मिल का पदभार संभालने के दौरान वेंकट रमन राव ने पेराई का वादा किया था, लेकिन किसानों ने राव पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मिल के प्रबंधन अधिकारियों ने बताया कि, वर्तमान में इथेनॉल का उत्पादन चल रहा है। पिछले हफ्ते, हम 470,000 लीटर का उत्पादन करने में कामयाब रहे और हम अपने परिचालन को बनाए रखने के लिए राजस्व उत्पन्न करने के लिए इसे बेच रहे हैं। पिछले महीने उत्पाद की बढ़ती मांग के कारण मिलर ने Sh20 प्रति लीटर इथेनॉल की कीमत बढ़ा दी थी। लेकिन मिलर के इस कदम से बिक्री में गिरावट, बिक्री धीमी होने के समाचार मिले हैं।
लुगारी के सांसद अयूब सावुला ने कहा कि, राव को पिछले एक वर्ष के लिए रिसीवर प्रबंधक के रूप में अपने प्रदर्शन के बारे में एक रिपोर्ट देनी चाहिए। किसान चाहते हैं कि, रिसीवर प्रबंधक राव एक रिपोर्ट प्रकाशित करे ताकि जनता को यह पता चल सके कि वह मिल को पुनर्जीवित करने में प्रगति कर रहें है या नहीं। किसानों ने कहा कि, उन्हें उम्मीद थी कि रिसीवर मैनेजर राव मिल की किस्मत बेहतर बनाने के लिए रणनीति बनाएंगे। केन्या के नेशनल फेडरेशन ऑफ गन्ना किसान (केएनएफएसएफ) के उप सचिव साइमन वेस्चेरे ने कहा कि, मुमियास चीनी मिल क्षेत्र के गन्ना किसान भी राव द्वारा किए गए वादों से उब गए है। उन्होंने आरोप लगाया की, मिल को चालू करने के लिए आवश्यक महत्वपूर्ण उपकरणों की खरीद के लिए रिसीवर प्रबंधक द्वारा योजनाएं अभी तक तैयार नहीं की गई हैं।
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फिजी: लुटोका चीनी मिल द्वारा बेहतर गन्ना पेराई जारी - 17.09.2020
फिजी के लुटोका मिल ने प्रति सप्ताह 30,000 टन गन्ने की पेराई जारी रखी, पिछले सप्ताह के लिए 30,138 टन पेराई दर्ज की। यह सप्ताह के लिए लक्ष्य से 40 प्रतिशत अधिक था। मुख्य रूप से फ्रंट इंड और बिजली घर में समस्याओं के कारण कुल 23 घंटे के कारखाने के स्टॉप दर्ज किए गए। इसे एक हफ्ते के भीतर ठीक किया गया। कुल चीनी का उत्पादन बढ़कर 2,845 टन हो गया।
शुष्क मौसम से गन्ने की गुणवत्ता में गिरावट जारी है। गन्ने की गुणवत्ता के कारण इस मौसम में चीनी की गुणवत्ता को बचाने के लिए रासायनिक उपयोग एक सर्वकालिक उच्च स्तर पर रहा है।
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फ्रांस: चुकंदर उत्पादन में 15 प्रतिशत गिरावट का अनुमान - 17.09.2020
पेरिस: फ्रांस के कृषि मंत्रालय ने मंगलवार को मूसलाधार बारिश और सूखे के चलते चुकंदर उत्पादन में गिरावट की संभावना जताई है। इस साल के पहले अनुमान में, कृषि मंत्रालय ने चुकंदर के 32.2 मिलियन टन का उत्पादन अनुमान लगाया, जो 2019 के 38.0 मिलियन टन से लगभग 15 प्रतिशत कम है। मासिक रिपोर्ट में कृषि मंत्रालय ने यूरोपीय संघ के सबसे बड़े अनाज उत्पादक फ्रांस में इस साल गेहूं की फसल 29.5 मिलियन टन होने का अनुमान लगाया है, जो पिछले महीने के अनुमानित 29.7 मिलियन टन और 2019 के 39.6 मिलियन टन से नीचे आंका गया है।
भारी वर्षा के कारण बुवाई में बाधा उत्पन्न हुई, जबकि पैदावार सूखे की वजह से लुढ़क गई। इस साल, चुकंदर को सूखे और जॉन्डिस से बहुत नुकसान हुआ है।
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यूक्रेन में चीनी उत्पादन में गिरावट की संभावना - 17.09.2020
कीव : यूक्रेन में 14 सितंबर 2020 तक चीनी का उत्पादन 7,950 टन हुआ। उक्र्टसुकर नेशनल एसोसिएशन ऑफ शुगर प्रोड्यूसर्स (Ukrtsukor National Association of Sugar Producers) की रिपोर्ट के अनुसार, देश में तीन चीनी मिलें चल रही है, जिन्होंने अब तक 80,900 टन शुगर बीट का क्रशिंग किया है। यूक्रेन में पेराई मौसम 5 सितंबर को शुरू हुआ है। रिपोर्ट में कहा गया है कि, इस सीजन में देश में चीनी का उत्पादन 1.2-1.3 मिलियन टन होने का अनुमान है, जो एक साल पहले की तुलना में 15 प्रतिशत कम है। उम्मीद की जा रही है कि, पिछले साल की तरह इस सीजन में भी 33 चीनी मिलें शुरू होगी।
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एल साल्वाडोर में चीनी निर्यात में हुई वृद्धि - 17.09.2020
एल साल्वाडोर (El Salvador) का चीनी निर्यात 2020 के पहले आठ महीनों में सालाना आधार पर 6.8 प्रतिशत बढ़कर 169 मिलियन अमेरिकी डॉलर पर पहुंच गया। एल साल्वाडोर मध्य अमेरिका में स्थित सबसे छोटा और सबसे सघन आबादी वाला देश है।
एल सल्वाडोर के चीनी उद्योग संघ AAES, जूलियो अर्रोयो के कार्यकारी निदेशक के अनुसार, पिछले सीजन में अधिक उत्पादन के कारण निर्यात में वृद्धि हुई है।
2019/20 सीजन में चीनी का उत्पादन अप्रैल में 827,066 मीट्रिक टन था, जो साल-दर-साल 4.9 प्रतिशत ऊपर था। चीनी उद्योग के सल्वाडोर काउंसिल (CONSAA) के अनुसार, 2019/20 में कुल 7 मिलियन टन गन्ने की पेराई हुई।
उद्योग ने उत्पादन क्षमता में सुधार करने, टोटल रिकवरेबल शुगर्स (TRS) और कृषि उपज बढ़ाने में भी निवेश किया है।
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केन्या: 63 किलोमीटर शुगर बेल्ट रोड का निर्माण अक्टूबर में शुरू होगा - 16.09.2020 - Swaroopa Phadke [ 00.47 ]
केन्या: 63 किलोमीटर शुगर बेल्ट रोड का निर्माण अक्टूबर में शुरू होगा - 16.09.2020
केन्या की 63 किलोमीटर की शुगर बेल्ट रोड का निर्माण अक्टूबर में शुरू होगा। Sh4.9 बिलियन Kisumu – Chemelil – Muhoroni सड़क बड़े पैमाने पर दशकों से बंद क्षेत्र को खोलने की उम्मीद है।
शुगर बेल्ट रोड के निर्माण और साथ ही तीन अन्य सड़कों के निर्माण के लिए फाइनेंस अगस्त में केन्या के ट्रेजरी द्वारा अनुमोदित किया गया था।
केन्या नेशनल हाईवे (KeNHA) प्राधिकरण के महानिदेशक पीटर मुंडिया ने कहा है कि इस परियोजना के एक साल के भीतर पूरा होने की उम्मीद है।
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बांग्लादेश: झील बांग्ला शुगर मिल्स के शेयरों के कारोबार पर रोक लगा दी गई - 16.09.2020 - Swaroopa Phadke [ 01.17 ]
बांग्लादेश: झील बांग्ला शुगर मिल्स के शेयरों के कारोबार पर रोक लगा दी गई - 16.09.2020
का : बांग्लादेश सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (बीएसईसी) द्वारा गैंबलिंग के संदेह के बाद बांग्ला शुगर मिल्स के शेयरों के कारोबार पर रोक लगा दी गई है। 1988 में, लिस्टेड कंपनी का स्टॉक मूल्य, केवल डेढ़ महीने की अवधि में Tk 38 से पांच गुना से बढकर Tk 210 तक पहुंच गया है। ढाका स्टॉक एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, पिछले दो वर्षों में यह Tk 35 और Tk 45 के बीच सपाट कारोबार कर रहा था।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, ‘बीएसईसी’ के अधिकारी ने कहा, हमने पाया कि लंबे समय से घाटे में चल रही चीनी मिल कंपनी के शेयरों के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है, इसलिए हमने कारोबार बंद कर दिया। उन्होंने कहा, सबसे पहले हम कीमतों में बढ़ोतरी के पीछे के कारण की जांच करेंगे और इसके पीछे के लोगों का पता लगाएंगे और फिर हम उन्हें दंडित करेंगे। जैसा कि कंपनी कई वर्षों से घाटे का सामना कर रही है, नियामक कंपनी के साथ भी बात करेगा और फिर तय करेगा कि व्यापार को फिर से शुरू करना है या नहीं।
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बांग्लादेश: देश भर में रियायती दरों पर चीनी बेचना शुरू किया गया - 15.09.2020 - Swaroopa Phadke [ 01.19 ]
बांग्लादेश: देश भर में रियायती दरों पर चीनी बेचना शुरू किया गया - 15.09.2020
ढाका, बांग्लादेश: बांग्लादेश के राज्य स्वामित्व वाले ट्रेडिंग कॉरपोरेशन ने रविवार को देश भर में रियायती दरों पर चीनी सहित चार आवश्यक वस्तुओं की बिक्री शुरू की। बाजार में प्याज की कीमत में तीव्र वृद्धि के बाद, वाणिज्य मंत्रालय ने पिछले साल के मूल्य संकट की पुन: उपस्थिति से बचने के लिए उत्पाद की खुली बाजार बिक्री शुरू करने का निर्णय लिया। प्याज के साथ, ‘टीसीबी’ ने देश के 62 जिलों में 275 स्थानों पर चीनी, सोयाबीन तेल और लाल मसूर बेचना शुरू किया।चीनी की कीमत Tk 50 रुपये प्रति किलोग्राम निर्धारित की है। ‘टीसीबी’ ने ढाका शहर में 40 स्थानों पर और चत्तोग्राम शहर में 10 स्थानों पर वस्तुओं की बिक्री शुरू की।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, टीसीबी के प्रवक्ता हुमायूं कबीर ने कहा कि खुले बाजार की बिक्री 1 अक्टूबर तक जारी रहेगी। TCB के वरिष्ठ क्षेत्रीय कार्यकारी अधिकारी Md इस्माइल मोजेज़र ने कहा कि TCB ने विशिष्ट डीलरों को शहर के नौ अलग-अलग बिंदुओं पर आवश्यक सामान बेचने के लिए चुना है।
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पाकिस्तान शुगर मिल्स एसोसिएशन के लाहौर, इस्लामाबाद कार्यालयों पर छापेमारी - 15.09.2020 - Swaroopa Phadke [ 01.44 ]
पाकिस्तान शुगर मिल्स एसोसिएशन के लाहौर, इस्लामाबाद कार्यालयों पर छापेमारी - 15.09.2020
इस्लामाबाद: कॉम्पिटीटिव कमिशन ऑफ पाकिस्तान (CCP) ने सोमवार को पाकिस्तान शुगर मिल्स एसोसिएशन (PSMA) के लाहौर और इस्लामाबाद कार्यालयों पर छापेमारी की। चीनी उद्योग द्वारा प्रतिस्पर्धा अधिनियम, 2010 के संभावित उल्लंघनों के खिलाफ चल रही जांच के चलते CCP ने अपने अधिकारियों को PSMA परिसर में छापेमारी के आदेश दिए थे। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, PSMA द्वारा 2019-20 के मौसम में पेराई का सामूहिक ठहराव, चीनी की कीमतों में सामूहिक वृद्धि और उपयोगिता स्टोर कॉर्पोरेशन (USC) को चीनी की आपूर्ति करने से इनकार करना शामिल है।
CCP प्रवक्ता ने कहा की, CCP की प्रारंभिक पूछताछ में चीनी मिलों की ओर से सीजन में देरी करने के लिए सामूहिक रणनीति अपनाने की संभावना का संकेत मिलता है। प्रारंभिक CCP जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि, PSMA ने 11 जुलाई को मीडिया को एक बयान जारी किया था, जिसमें कहा था की, “हमारे देश में चीनी संकट बिल्कुल नहीं है। पाकिस्तान में चीनी का स्टॉक उपलब्ध हैं, लेकिन मिलर्स 65 रुपये की दर से चीनी की बिक्री नहीं कर पा रहे हैं। एक किलो चीनी पर कुल लागत 72 रूपयें थी, फिर इसे 63 रूपयें की दर से बेचना कैसे संभव है। एंटी-ट्रस्ट वॉचडॉग की चल रही जांच में कहा गया है कि एक ही बयान में, PSMA ने यह भी दावा किया कि देश में चीनी के पर्याप्त स्टॉक है, जबकि परिष्कृत चीनी के खुदरा मूल्य में जुलाई और अगस्त के बीच सभी शहरों में तेजी से वृद्धि देखी गई। पेशावर में तो चीनी 110 रूपयें प्रति किलो बेचीं जा रही थी।”
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कीट के हमले से यूरोपीय संघ के चीनी उत्पादन में गिरावट संभव… - 15.09.2020 - Swaroopa Phadke [ 01.43 ]
कीट के हमले से यूरोपीय संघ के चीनी उत्पादन में गिरावट संभव… - 15.09.2020
पेरिस: चुकंदर के खेतों को कीटों और सूखे मौसम ने नुकसान पहुंचाया है, जिससे इस साल यूरोपीय संघ के चीनी उत्पादन में गिरावट का अनुमान लगाया गया है। फ्रेंच उत्पादकों के समूह सीजीबी (CGB) के अनुमान के अनुसार, इस साल मुख्य रूप से शीर्ष उत्पादक फ्रांस में चुकंदर उत्पादन कम होने के कारण यूरोपीय संघ और ब्रिटेन में चीनी का उत्पादन 2019 के लगभग 17 मिलियन टन से गिरकर 16.1 मिलियन टन होने का अनुमान है। CGB के विश्लेषक टिमोथी मैसन ने कहा कि, फ्रांस में चुकंदर की पैदावार में पांच साल के औसत की तुलना में 15% की गिरावट आने की संभावना है, क्योंकि मुख्य रूप से एफिड्स द्वारा प्रभावित क्षेत्रों में पीलिया किट का फैलाव हुआ है। चुकंदर का उत्पादन 2019 के 38.6 मिलियन से 31.7 मिलियन टन तक गिरने की आशंका जताई जा रही है।
चुकंदर उत्पादकों का कहना है कि, फसल के पैदावार में गिरावट से बचा जा सकता था अगर उन्हें यूरोपीय संघ के कई हिस्सों में प्रतिबंधित एक कीटनाशक का उपयोग करने की अनुमति दी गई होती। लेकिन वह कीटनाशक मधुमक्खियों के लिए हानिकारक माना जाता है, इसलिए उसके इस्तेमाल की अनुमति नही मिली। उसका खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है। फ्रांस के कृषि मंत्री ने कहा कि, उन्होंने किसानों को फसल से दूर न करने के लिए बीट पर कीटनाशक का इस्तेमाल करने की योजना बनाई है। चीनी की कीमतों में गिरावट के कारण चीनी उद्योग अभी भी आर्थिक संकट से उबरने की कोशिश कर रहा है।
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फिजी: मंत्रालय ने चीनी उद्योग के लिए बजट की घोषणा की - 14.09.2020
फिजी: फिजी की चीनी उद्योग मंत्रालय और इसके संस्थान वित्त वर्ष 2020/2021 में 50.9 मिलियन डॉलर मूल्य के सात पूंजी कार्यक्रम लागू करेगी। एक बयान में, मंत्रालय के स्थायी सचिव योगेश करण ने कहा कि सात कार्यक्रमों में गन्ना पहुंच मार्ग शामिल, गन्ना विकास और किसानों की सहायता; चीनी स्थिरीकरण कोष; नई किसान सहायता योजना; उर्वरक सब्सिडी और अन्य कार्यक्रम शामिल है।
मंत्रालय ने उद्योग हितधारकों के साथ चर्चा के बाद कार्यक्रमों के कार्यान्वयन, निगरानी और समीक्षा के लिए एक मैनुअल तैयार किया है।
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पाकिस्तान: आयातकों ने चीनी पर बिक्री कर हटाने की मांग की… - 14.09.2020
इस्लामाबाद: ऊंची कीमतों की चेतावनी देते हुए आयातकों ने सरकार से चीनी पर बिक्री कर हटाने का आग्रह किया है, ताकि वे समय पर आयात प्रक्रिया शुरू कर सकें। Cereal Association of Pakistan के अध्यक्ष मुजम्मिल चैपल ने इस मामले पर बात करते हुए कहा कि, सरकार ने जब चीनी की कीमत बढ़ गई थी, तब शुल्क मुक्त चीनी आयात करने की अनुमति दी थी। चैपल ने कहा कि, सरकार ने निजी क्षेत्र को 200,000 टन शुल्क मुक्त चीनी आयात करने की अनुमति दी, और फेडरल बोर्ड ऑफ रेवेन्यू (FBR) ने भी अंतरराष्ट्रीय बाजार से चीनी की खरीद पर बिक्री कर को खत्म करने का फैसला किया था।
उन्होंने कहा कि, राजस्व प्राधिकरण ने घरेलू बाजार में चीनी की कमी को पूरा करने के लिए व्यापारियों को चीनी आयात करने की अनुमति दी थी, हालांकि, सरकार ने 18 प्रतिशत बिक्री कर माफ नहीं किया है। उन्होंने कहा, सरकार ने चीनी खरीद के लिए व्यवसायियों को आयात कोटा देना शुरू कर दिया है, लेकिन अगर यह बिक्री कर माफ नहीं किया, तो फिर आयातित चीनी को स्थानीय बाजार में कोई फर्क नहीं पड़ेगा। इस तरह, स्थानीय बाजार में चीनी कीमतों को कम करने का सरकार का प्रयास विफल हो जाएगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि 18% बिक्री कर छूट घरेलू बाजार में चीनी की कीमतें कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। वर्तमान में, स्थानीय बाजार में चीनी की कीमतें लगभग 95 रुपये प्रति किलोग्राम है, जबकि चीनी का अंतर्राष्ट्रीय मूल्य लगभग 85 रूपयें है। उन्होंने कहा, अगर बिक्री कर को जोड़ा जाए तो कीमत 100 रुपये प्रति किलोग्राम से अधिक हो जाएगी, जिससे घरेलू बाजार में आयातित चीनी अप्रभावी हो जाएगी।
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म्यांमार: चीनी की कीमतें 10 साल के निचले स्तर पर पहुंची… - 14.09.2020
नाप्य्यिताव, म्यांमार: म्यांमार शुगर और शुगरकेन प्रोडक्ट एंट्रेप्रेनर्स एसोसिएशन के वाइस चेयरमैन यू विन हेते ने कहा, म्यांमार में अधिशेष चीनी की समस्या के कारण कीमतों को 10 साल के निचले स्तर पर पहुंचा दिया है। चीनी की घटती कीमतों की वजह से किसानों ने इस साल गन्ने का रकबा कम करना शुरू कर दिया है।एसोसिएशन के अनुमानों के अनुसार, देश में 150,000 टन से 200,000 टन अतिरिक्त चीनी का स्टॉक बना हुआ और कीमतें अब K840-K860 प्रति viss के बीच हैं, जो एक दशक के सबसे निचले स्तर पर है।
यू विन हेते ने कहा, COVID-19 के दौरान कोई त्यौहार या कार्यक्रम का आयोजन नहीं किया जा रहा हैं, जिससे घरेलू मोर्चे पर, खपत में भारी गिरावट आई है।इतना ही नही विदेशी मांग में भी गिरावट आई है। हम वर्तमान में चीन को निर्यात करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन चीनी बाजार के लिए भविष्य अंधकारमय नजर आ रहा है। गन्ने की कम पैदावार के बावजूद, व्यापारियों का अनुमान है कि अधिशेष और कम स्थानीय खपत के परिणामस्वरूप आने वाले महीनों में चीनी की कीमतों में गिरावट जारी रहेगी।