आवाज़.कॉम के इस शो में हमारे साथ जुड़े हैं भारतीय क्रिकेट टीम के बाएं हाथ के अनुभवी स्पिनर मुरली कार्तिक। उन्होंने भारत के लिए 1999 से 2007 के बीच 8 टेस्ट मैच और 37 वनडे खेलते हुए क्रमश: 24 और 37 विकेट लिए। हालांकि, कार्तिक साथ ही प्रथम श्रेणी क्रिकेट भी खेलते रहे जिसमें उन्होंने मिडलसेक्स, सुर्रे और समरसेट जैसी इंग्लिश कांउटी टीमों के लिए खेलते हुए 203 मैचों में 644 विकेट लिए। ऐसे बा-कमाल अनुभव क्रिकेटर से सीखने का मौक़ा कोई नहीं छोड़ना चाहता। बस इसलिए हम आपके लिए लेकर आएं हैं ये शो जिसका नाम है ‘ क्रिकेट की यादें विद मुरली कार्तिक’ जहां खुद ‘मुरली कार्तिक’ हमारे साथ क्रिकेट, उनके करियर, निझी जीवन, लॉकडाउन और बहुत सारे विषयों पर अपने विचार साझां करेंगे।
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लॉकडाउन, क्रिकेट की शुरुआत और निजी संघर्ष
इस एपिसोड में सुनिए क्रिकेटर मुरली कार्तिक ने लॉकडाउन में क्या-क्या किया, क्रिकेट में उनकी रूचि किस प्रकार बढ़ी, क्रिकेट की दुनिया में उनका सफर कैसा रहा- ट्रेनिंग, कोचिंग और सफर में आई कठिनाइयां।
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क्रिकेट में सफलता, कॉमेंट्री और गोल्फ
इस एपिसोड में सुनिए क्रिकेटर मुरली कार्तिक को किस प्रकार अपने करियर में सफलताएँ मिलने लगी। साथ ही कॉमेंटेटर बनना उनके लिए कैसा रहा। कॉमेंट्री से जुड़े सभी महत्वपूर्ण पहलुओं का ध्यान वे किस तरह रखते हैं। और तो और क्रिकेट के अलावा वे अलावा वे किन-किन खेलों में रूचि रखते हैं और खेलना पसंद करते हैं।
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ODI में चुनाव, उनकी विशेषताएं और निजी जीवन
इस एपिसोड में जानिये मुरली कार्तिक के लिए कैसा था वो पल जब उन्हें पहली बार पता चला कि वो भारतीय टीम में खेलने के लिए चुने गए हैं। साथ ही सुनिए क्रिकेट में उनकी विशेषताओं और कमज़ोरी के बारे में। इतना ही नहीं, मुरली कार्तिक की प्रोफेशनल और पर्सनल लाइफ में उनकी पत्नी का सहयोग हमेशा रहा है। चलिए सुनते हैं इस बारे में उनका क्या कहना है।